Barbigha:-बिहार सरकार द्वारा शिक्षक बहाली हेतु बनाए गए नए शिक्षक नियमावली को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है.शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ-साथ अलग-अलग शिक्षक संगठनों ने भी नियमावली को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है. शनिवार को इस संबंध कमिश्नर कार्यालय के समक्ष धरना देने हेतु बड़ी संख्या में जिले से शिक्षक रवाना हुए.
बरबीघा में मुंगेर रवाना होने से पहले शिक्षक नेता राजीव कुमार ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा.उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है.हम लोग पिछले 17 वर्षों से शिक्षक के रूप में हर मोर्चे पर सरकार का साथ दे रहे हैं.दर्जनों आम चुनाव के साथ-साथ जाति जनगणना, पशु जनगणना आदि कार्यों में हमलोग अपनी उपयोगिता सिद्ध कर चुके है.लेकिन हम लोगों को सुविधा देने की बारी आती है तो सरकार को हम लोग अयोग्य लगने लगते हैं.
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार का यह फैसला हम लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित और अपमानित करने का षड्यंत्र है. अब राज्य कर्मी का दर्जा प्राप्त करने के लिए 17 वर्ष बाद परीक्षा लेना न्याय उचित प्रतीत नहीं हो रहा है.शिक्षकों ने कहा कि हेड मास्टर बनाने के लिए यह प्रमोशन देने के लिए अगर सरकार परीक्षा लेगी तो हम उसका स्वागत करेंगे.शिक्षकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि शनिवार को सांकेतिक धरना कमिश्नर कार्यालय के समक्ष दिया जाएगा. अगर सरकार नहीं मानी तो 22 मई से आगामी 3 जून तक जिले भर के तमाम शिक्षक जिला मुख्यालय में धरना देंगे.प्रदेश भर के चार लाख से अधिक शिक्षक नीतीश सरकार के इस फैसले के खिलाफ सरकार की ईट से ईट बजा देंगे. धरना में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के शेखपुरा जिला अध्यक्ष रवि कुमार,प्रेम कुमार, आचार्य गोपाल, शशांक कुमार, प्रभाकर पांडे, सुरुचि मेहता, मौसम कुमारी, मीनाक्षी कुमारी, फरिश्ता, कंचन भूषण, शारदा कुमारी, अनिता कुमारी सहित सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए