Sheikhpura:-फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में फरार चल रही शेखपुरा नगर परिषद के मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी के गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी किया गया. शुक्रवार की दोपहर पटना जिले के दनियावां पुलिस ने पहले उनके पूरनकामा गाँव स्थित आवास में छापेमारी किया.वहां नगर परिषद अध्यक्ष के नहीं मिलने के बाद पुलिस शेखपुरा नगर परिषद कार्यालय पहुंची. लेकिन दोनों ही जगह मुख्य पार्षद के फरार रहने के कारण उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई.
दरअसल फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में उद्भेदन होने के बाद दनियावां थाने में राजस्व कर्मचारी शंकर कुमार के द्वारा मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी के खिलाफ 13 जनवरी को मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसी मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पटना पुलिस गिरफ्तार करने के लिए शुक्रवार को शेखपुरा पहुंची थी. मुख्य पार्षद को देते हैं गिरफ्तार करने के लिए पटना पुलिस शेखपुरा पहुंची पूरे जिले में हलचल पैदा हो गई थी.
छापेमारी के दौरान मुख्य पार्षद के फरार हो जाने के उपरांत पटना पुलिस ने नगर परिषद शेखपुरा के कई कर्मियों से मुख्य पार्षद के विरुद्ध में महत्वपूर्ण जानकारियां भी जुटाई. गौरतलब हो कि मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी के खिलाफ उन्हीं की प्रतिद्वंदी रही शुक्ला देवी के द्वारा पटना जिला अधिकारी को लिखित रूप से आवेदन सौंपकर फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर चुनाव जीतने संबंधित शिकायत की गई थी.
शुक्ला देवी ने आरोप लगाया था कि रश्मि कुमारी जाति से कुर्मी होने के बावजूद मांझी जाति का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर अनुसूचित जाति के आरक्षित सीट पर शेखपुरा नगर परिषद से चुनाव लड़ा और मुख्य पार्षद के तौर पर चुनी गई. रश्मि कुमारी ने ना केवल आम जनता को धोखा दिया बल्कि सरकार एवं शेखपुरा की आवाम के साथ भी धोखाधड़ी किया है.
इसी शिकायत के आधार पर दनियावा अंचल प्रशासन ने रश्मि कुमारी के नैहर नालंदा के बिंद थाना अंतर्गत बरहोग पहुंचकर मामले की जांच की थी. जांच में फर्जीवाड़ा का आरोप सही पाए जाने पर मांझी जाति से संबंधित प्रमाण पत्र को रद्द करते हुए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. चुनाव आयोग और पटना पुलिस द्वारा इस मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई करने के बाद रश्मि कुमारी की मुश्किलें काफी बढ़ गई है.