मांगो को लेकर दूसरे दिन भी किसानों का धरना जारी..स्थल पर एसपी ने पहुंचकर समझाने का किया प्रयास

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Barbigha:-रेलवे द्वारा अधिग्रहित जमीन का भुगतान के बाद जमीन देने संबंधी मांगों को लेकर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना रविवार को भी जारी रहा.बरबीघा के पुनेसरा गांव के पास खुद का टेंट लगाकर किसान लगातार जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के प्रदर्शन के बावजूद रविवार से रेललाइन के निर्माण हेतु मिट्टी भराई का कार्य रेलवे द्वारा शुरू कर दिया गया है.

दरसअल शेखपुरा से बरबीघा बिहार शरीफ होते हुए पटना के नेउरा तक बनने वाली रेल लाइन का निर्माण कार्य महज बरबीघा के नारायणपुर मौजा में उचित मुआवजा विवाद को लेकर पिछले एक दशक से अटका पड़ा हुआ था.जिला प्रशासन और किसानों के बीच सैकड़ो बार बैठकर हुई लेकिन हर बार परिणाम बेनतीजा रहा था. इस बीच कुछ महीने पहले जिला प्रशासन द्वारा भारी संख्या में फोर्स की तैनाती कर अधिग्रहित जमीन का सीमांकन कर दिया गया.



वही शनिवार से जब मिट्टी भराई का कार्य शुरू हुआ तो किसानों ने एक बार फिर से कड़ा विरोध दर्ज कराया.हालांकि किसानों के विरोध का जिला प्रशासन पर कोई खास असर नहीं पड़ा और लगातार दो दिनों से मिट्टी भराई का कार्य जारी है.जमीन का मुआवजा दिए बगैर काम शुरू करने के विरोध में शनिवार से ही सैकड़ो किस जिला प्रशासन के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं. रविवार को धरना में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल हो गई है.धरना में 70 से 80 वर्ष आयु के बीच की कई महिलाएं भी है

किसानों ने खुद से बनाया अपना टेंट

किसान रंजीत कुमार, भोला प्रसाद, दरोगी प्रसाद इत्यादि ने बताया कि प्रशासन के डर से एक भी टेंट हाउस के संचालक धरना स्थल पर टेंट लगाने के लिए तैयार नहीं हुआ. इसके बाद किसानों ने खुद से बांस गाड़कर टेंट लगाते हुए रात से ही धरना देना शुरू कर दिया. किसान ने कहा कि बिना भुगतान के रेल लाइन सिर्फ उनकी लाशो के ऊपर से होकर ही बनेगी. धरना में शामिल महिलाओं ने भी जिला प्रशासन और सरकार को जमकर खड़ी खोटी सुनाई और जिलाधिकारी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.

धरना में शामिल पुरुष और महिला किसान

 

किसानों से मिलने दोपहर में पहुंचे पुलिस अधीक्षक

जिले के पुलिस कप्तान कार्तिकेय शर्मा रविवार की दोपहर धरना दे रहे किसानों से मिलने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे.एसपी द्वारा किसानों से काफी देर तक बातचीत करते हुए हर संभव सहायता करने का आश्वासन भी दिया गया. लेकिन आश्वासन के बावजूद किसान धरना तोड़ने के लिए तैयार नहीं हुए.किसानों ने कहा कि जब जिलाधिकारी ही अपनी बातों से मुकर गई तो अब किसी पदाधिकारी पर भरोसा करें.इसके बाद एसपी ने किसानों से शांतिपूर्ण तरीके से धरना देते हुए काम बाधित न करने का आग्रह किया. पुलिस कप्तान ने बताया कि किसानों की सारी मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जा रहा है. जल्द से जल्द मामले का हल कर किसानों को भुगतान करने का प्रयास किया जाएगा.

किसानों से बातचीत करते SP कार्तिकेय शर्मा

 

आप को छोड़ किसी पार्टी ने नहीं दिया समर्थन

किसाने की मांगों को अब तक सिर्फ आम आदमी पार्टी और न्यायिक जन संघर्ष मोर्चा आजाद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कन्हैया कुमार बादल का ही समर्थन प्राप्त हुआ है.आप पार्टी के अलावा किसी ने अब तक किसानों की इस धारणा को अपना समर्थन नहीं दिया है. इस बात से नाराज किसानों ने विधायक और एमपी पर अपना भड़ास निकालते हुए कहा कि किसानों के हित के लिए नेताओं का आगे नहीं आना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. किसानों ने आग्रह किया कि अगर हमारी मांग जायज है तो हमारी आवाज को सरकार तक पहुंचने में स्थानीय नेता हमारी मदद करें.

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