Barbigha:-बैंक ऑफ़ इंडिया की बरबीघा शाखा में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर से क्लोन चेक बनाकर बैंक आफ इंडिया की शाखा में खाताधारक तथा रिटायर्ड बिजली विभाग के अपर सहायक विधुत अभियंता के खाते से साढ़े नौ लाख रुपया की अवैध निकासी कर ली गई है. मामले को लेकर पीड़ित तथा बरबीघा प्रखंड के मालदह गांव निवासी स्वर्गीय भोला सिंह के पुत्र रामाशीष प्रसाद सिंह के द्वारा मिशन ओपी थाना में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन भी दिया गया है.
मामले को लेकर उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर 2019 को उन्होंने अपने बैंक ऑफ़ इंडिया बरबीघा की खाता(581610110001515) से ट्रांजैक्शन हेतु चेक संख्या 000016 का उपयोग किया गया था.उस समय ट्रांजैक्शन कंप्लीट नहीं होने के कारण पैसा रिफंड हो गया था और चेक कैंसिल हो गया था.बाद में पुनः उसी चेक संख्या 000016 से 17 अप्रैल 2023 को साढ़े नौ लाख रुपए की निकासी कर ली गई. उन्होंने बताया किउक्त चेक किसी संत कुमार पांडे नामक व्यक्ति के द्वारा अपने खाता संख्या 110019709640( केनरा बैंक बुद्ध मार्ग पटना) में नेफ्ट के लिए बरबीघा के बैंक आफ इंडिया शाखा में प्रस्तुत किया गया था.
इतनी बड़ी राशि का ट्रांजेक्शन होने के बावजूद बैंक के कर्मियों ने हमें फोन पर सूचित कर जानकारी लेना भी जरूरी नहीं समझा और खाते से ट्रांजैक्शन कर दिया गया.पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन पहले जब मैं बैंक पैसा निकासी के लिए पहुंचा तो अपने खाते को अपडेट कराया था.उस समय इतनी बड़ी राशि का अवैध ट्रांजैक्शन देखकर होश उड़ गया.मामले को लेकर तुरंत बैंक मैनेजर से संपर्क साधा गया. बैंक मैनेजर ने जोनल पदाधिकारी से बातचीत कर मामले का हल करने की बात कही थी. लेकिन 10 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूरन मुझे थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाना पड़ गया.
रामाशीष प्रसाद सिंह ने बताया कि वर्ष 2002 में वे रांची से सहायक विद्युत अभियंता के पद से रिटायर हुए थे.उनका बरबीघा के बैंक आफ इंडिया शाखा में सेविंग अकाउंट है जिसमें हर महीने पेंशन की राशि आती है. वे कभी-कभी पैसा निकालने के लिए बैंक जाते हैं. इसी का फायदा उठाकर बैंक मैनेजर कैशियर और रोकड़ पाल की मिली भगत से हमारे खाते से गलत ढंग से अवैध निकासी करवा दिया गया है. मामले को लेकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक से भी इस दिशा में उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
पता तो चले कि लगभग 2 वर्ष पहले भी बैंक आफ इंडिया की बरबीघा शाखा में एसकेआर कॉलेज के संचालित खाते से क्लोन चेक बनाकर 20 लाख रुपए की अवैध निकासी एक युवक द्वारा कर ली गई थी. इधर कुछ दिन पहले भी बरबीघा के माउर गांव निवासी गौतम कुमार नामक युवक के नाम पर ₹500000 का गलत ढंग से लोन कर देने का मामला भी प्रकाश में आया था.ग्राहकों के साथ बैंक की बढ़ती लापरवाही के कारण धीरे-धीरे बैंक अब अपनी विश्वसनीयता भी खोती जा रही है.