धरना पर बैठी महिला किसान की हुई मौत..किसानों में मचा कोहराम..जिला प्रशासन सुनाई खरी खोटी

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Barbigha:-रेलवे द्वारा अधिग्रहित जमीन के बदले उचित मांग को लेकर पिछले 24 दिनों से बरबीघा के नारायणपुर मौजा में धरना बैठे किसानों में से एक महिला किसान की सोमवार को मौत हो गई. महिला किसान की मौत होते ही किसानों में हड़कंप मच गया.मृतक महिला किसान की पहचान नगर क्षेत्र के परसोंबीघा मोहल्ला निवासी सिया देवी के रूप में किया गया है.सिया देवी मेडिकल प्रैक्टिशनर अरविंद कुमार की मां थी. इस संबंध में किसान रंजीत कुमार ने बताया कि दोपहर दो से तीन के बीच धरना स्थल पर बैठी सिया देवी की अचानक तबीयत खराब होने लगी.आनन फानन में उन्हें तुरंत बरबीघा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उनकी मौत हो गई.

वही मृतक के पुत्र अरविंद कुमार ने बताया कि मेरी मां और चाची के साथ-साथ घर की दो बहुएं पिछले 24 दिनों से लगातार धरने में शामिल हो रही थी.थाली बजाकर निकाली गई विरोध यात्रा में भी उसकी मां शामिल हुई थी. सोमवार को भी वह धरने में शामिल होने गई थी.ठंड लगने की वजह से तबीयत खराब होने के कारण उसकी मौत हो गई. अरविंद कुमार ने अपनी मां की मौत का जिम्मेदार जिला प्रशासन को ठहराते हुए कहा कि अगर समय से पहले किसानो की मांग को पूरा कर लिया जाता तो शायद उसकी मां आज उसके साथ होती.



महिला किसान की मौत पर समाजसेवी तथा युवा जदयू नेता संतोष कुमार शंकु,भोजपुरी और मगही लोकगायक गुंजन सिंह,कन्हैया कुमार बादल, आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मउदय कुमार,हित अन्य लोग पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे.घटना पर अफसोस व्यक्त करते हुए संतोष कुमार शंकु ने कहा कि जिला प्रशासन की जिद और नाकामी की वजह से महिला किसान की मौत हुई है.

अगर जल्द से जल्द मामले का निपटारा नहीं हुआ तो कड़कड़ाती ठंड में कई और किसानो की जान भी जा सकती है. घटना के बाद मृतक महिला सिया देवी को घटनास्थल पर ले जाकर किसानों द्वारा दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना किया गया.उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण करते हुए किसानों ने नम आंखों से सिया देवी को अंतिम विदाई दिया.इस दृश्य को आसपास के मौजूद लोगों ने भी देखा तो सभी की आंखें नम हो गई.

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