Sheikhoura:-शुक्रवार की देर संध्या बिहार में बड़े पैमाने पर आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. इधर शेखपुरा के पुलिस कप्तान तथा लोगों के बीच सिंघम के नाम से मशहूर एसपी कार्तिकेय शर्मा का जैसे ही तबादला की खबर लिस्ट में आई जिले में मायूसी छा गई.कार्तिकेय शर्मा को शेखपुरा से तबादला करके बिहार अपराध अनुसंधान विभाग का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. वही शेखपुरा के नए पुलिस कप्तान बलिराम कुमार चौधरी को बनाया गया है. बलिराम कुमार चौधरी इससे पहले बिहार के राज्यपाल के परिसहाय (एडीसी) के तौर पर कार्य कर रहे थे.
शेखपुरा के पुलिस कप्तान कार्तिकेय शर्मा को उनके बेहतर कार्य के लिए जिलेवासी हमेशा याद रखेंगे. कड़क ऑफिसर के साथ-साथ एक बेहतर और सरल इंसान के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा.उनके जैसा पुलिस कप्तान न तो शेखपुरा को पहले कभी मिला न भविष्य में मिलने की संभावना है.तमाम व्यस्तताओं के बावजूद प्रतिदिन आम लोगों की समस्याओं से रूबरू होना और उसका तुरंत निदान करना ही उन्हें लोगों के बीच लोकप्रिय बनाये हुए था. अपराधियों, शराब कारोबारी और साइबर अपराधियों के लिए पुलिस कप्तान कातिक शर्मा किसी काल से काम नहीं थे. पिछले तीन साल के कार्यकाल के दौरान सैकड़ो साइबर अपराधियों को उनके द्वारा जेल भेजा गया था.
शराब कारोबारी और अपराधी उनका नाम सुनकर ही थरथर कापते थे. पूरे जिले के किसी भी थाने में घूसखोरी लगभग पूरी तरह से बंद थी. उनके कार्यकाल के ठीक पहले सड़कों पर वसूली के लिए मशहूर शेखपुरा पुलिस उनके कार्यकाल के दौरान एक बार भी सड़क पर वसूली करते नजर नहीं आई. किसी ने अगर हिम्मत भी किया तो पुलिस कप्तान ने खुद रंगे हाथ पकड़ कर उसे कड़ी सजा दिया. दर्जनों पुलिसकर्मी वसूली करते पकड़े जाने पर सस्पेंड कर दिए गए थे.
इन सब कार्यों को करते हुए भी वे आम लोगों के लिए भी सर्वशुलभ थे.जब कहीं किसी ने मुख्य अतिथि के तौर पर उन्हें याद किया वह सहज उपलब्ध हो जाते थे. अपनी ओजस्वी वाणी से लोगों और छात्र-छात्राओं के बीच हमेशा ऊर्जा भरने का काम किया. बड़े से बड़ा वीआईपी अपराधी हो या छोटा सा छोटा क्रिमिनल सभी के साथ कानूनी तौर पर बिना दबाव के निष्पक्ष और उचित कार्रवाई किया.कार्तिकेय शर्मा के बेहतरीन कारों के लिए जिलेवासी उन्हें सदैव याद रखेंगे. जिले में जब भी कड़क और ईमानदार ऑफिसर की चर्चा होगी तो इनका नाम अदब से लिया जाएगा.