Sheikhpura:- जिले से शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आ रही है, जहां अस्पताल में तैनात एक सुरक्षा कर्मी ने 3 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया है। इस घटना के बाद मामला महिला थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शेखूपुरसराय में तैनात सुरक्षा कर्मी ने 3 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया है। महिला थाने की पुलिस ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर मेडिकल जांच के लिए उसे शेखपुरा सदर अस्पताल लाया है। घटना के बाद से पीएचसी में तैनात सुरक्षाकर्मी फरार है।
इस घटना के संबंध में जानकारी देते हुए पीड़ित पिता ने बताया कि यह घटना 2 फरवरी को ही घटित हुई थी। घटना के बाद इस पूरे मामले को दबाने का भरपूर प्रयास किया गया, परंतु महिला थाना अध्यक्ष और पिता के लगातार विरोध करने के बाद इस मामले को थाने में दर्ज किया गया। जानकारी देते हुए पीड़ित पिता ने बताया कि उनकी पत्नी को लेबर पेन हुआ था जिसके बाद उन्होंने पीएचसी शेखोपुरसराय में पत्नी को भर्ती कराया था। जिसके बाद अपनी बच्ची के साथ वे अस्पताल पहुंचे और अपनी पत्नी से मुलाकात कर रहे थे। तभी वहां कार्यरत सुरक्षाकर्मी शेखूपुर डीह के रहने वाले उपेंद्र सिंह ने बच्ची को बिस्किट देने के बहाने अपने पास बुलाया और लेकर दुकान की ओर चला गया।
इसके बाद बच्ची के पिता अपनी पत्नी से मिलने लेबर रूम में गया। 10 मिनट बाद जब लौटा तो बच्ची वही खेल रही थी। इसी बीच उसकी पत्नी को तेज लेबर पेन हुआ और फिर पिता करीब आधा घंटे तक उसी में व्यस्त हो गया । इसी बीच मौके का फायदा उठाकर सुरक्षाकर्मी बच्ची को अपने वार्ड में ले गया और गलत हरकत करने लगा। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर पिता आया तो बच्ची को अर्धनग्न अवस्था में पाया और बच्ची अपने प्राइवेट पार्ट को पकड़ कर रो रही थी। जिसके बाद पिता ने सुरक्षा कर्मी को गाली गलोज करना शुरू कर दिया। इस दौरान अन्य कर्मियों की भीड़ लग गई। मौके का फायदा उठाकर सुरक्षाकर्मी अस्पताल से फरार हो गया।
पीड़ित पिता को आरोपी के झूठे अपहरण में फसाने की हुई कोशिश
इस पूरे मामले में पीड़ित पिता को आरोपी के अपहरण किए जाने को लेकर झूठे मामले में फंसने की कोशिश हुई है। पीड़ित पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि शेखोपुरसराय थाने की पुलिस ने पिता को पकड़ने उसके गांव पहुंचे, पिता के नहीं रहने पर उसकी बच्ची और उसकी दादी को पुलिस अपने साथ खाने ले आई। इस दौरान जानकारी मिलने के बाद पिता गांव से थाने पहुंचे इसके बाद बच्ची और उसके दादी को छोड़ दिया गया और पीड़ित पिता को करीब11 बजे रात्रि तक बैठा कर रखा गया। इसके बाद पीड़ित पिता ने पूरे घटना की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद उन्हें वहां से मुक्त किया गया।
आरोपी सुरक्षा कर्मी गांव छोड़कर हुआ फरार
बड़ी मशक्कत के बाद महिला थाने में प्राथमिक की दर्ज हुई। जिसके बाद महिला थाना अध्यक्ष अनामिका कुमारी ने बच्ची को अपने संरक्षण में लेकर मेडिकल जांच के लिए शेखपुरा सदर अस्पताल लाया। साथ ही एक टीम को छापेमारी करने के लिए गांव भेजा परंतु, आरोपी सुरक्षा कर्मी गांव छोड़कर फरार हो गया है। पुलिस उसके गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। महिला थाना अध्यक्ष ने कहा आरोपी गलत किस्म का व्यक्ति है। उसके इन्हीं हरकतों के कारण उसकी बहू और बेटे घर छोड़कर दूसरी जगह रहते हैं। महिला थाना अध्यक्ष ने कहा आरोपी को जल्द पुलिस पकड़ लेगी।
अस्पताल से लेकर पुलिस तक ने मामले को दबाने का किया प्रयास
पीड़ित पिता ने जानकारी देते हुए कहा कि इस पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने मामले को दबाने का भर्षक प्रयास किया है। अस्पताल प्रशासन ने बदनामी के डर से किसी को भी इस घटना की जानकारी नहीं देने का पीड़ित पिता पर दबाव बनाया। जब की स्थानीय थाने की पुलिस भी उसे आरोपी के अपहरण के मामले में पकड़ कर दबाव बनाने की कोशिश कर रही थी। इस बीच शेखपुरा एसपी बलिराम कुमार चौधरी के हस्तक्षेप के बाद महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की जा सकी है।
मेडिकल जांच के बाद ही हो सकेगा दुष्कर्म की पुष्टि
इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए महिला थाना अध्यक्ष अनामिका कुमारी ने बताया कि मेडिकल जांच के बाद ही दुष्कर्म की पुष्टि हो सकेगी। मेडिकल के लिए जरूरी कार्य किया जा रहे है। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस चिन्हित स्थानों पर छापेमारी कर रही है।