Barbigha:- प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान मॉडर्न इंस्टीच्युत में पूर्ववर्ती छात्रा शामभवी का बिहार सब-इन्स्पेक्टर में चुने जाने पर स्वागत एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.संस्थान के निदेशक मोहम्मद शब्बीर हुसैन ने अपने पूर्ववर्ती छात्रा शामभवी को पुष्प गुछ एवं मोमेंटों देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कोचिंग के बच्चों को सम्बोधन करने के क्रम में शामभवी ने कही की आप जिस जगह बैठकर पढ़ रहे है वैसे ही कुछ समय पहले हम भी इसी संस्थान में पढ़ा करती थी.
मेरा सपना था मेडिकल में जाना और मैं इसी संस्थान से पढ़ाई कर नीट की परीक्षा पास की लेकिन कुछ कम रैंक रहने की वजह से मुझे डेंटल कोर्स एवं एमबीबीएस के लिए सेमी गवर्मेंट कॉलेज अलॉटमेंट हुए लेकिन कुछ आर्थिक और व्यक्तिगत कारणों से नामांकन नहीं ले पाई. इसी बीच मैं आईसीआईसीआई बैंक में जॉब की और उसी समय से बिहार प्रशासनिक विभाग के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. इसी बीच बिहार सब-इन्स्पेक्टर की परीक्षा दी और पास भी कर गई.अब बारी थी मेंस परीक्षा लिखने की उसी बीच मुझे पता चला की हमारी माँ को फोर्थ स्टेज का कैंसर हो चुका है.
यह सुनते ही मुझे लगा की शायद अब मैं हार जाऊँगी क्योंकि पिता का साया तो बचपन में ही छिन चुका था. इसी बीच में मेरे मन में एक विचार आया की यदि मैं हार मान लेती हूँ तो सिर्फ मैं हार जाऊँगी ऐसा नहीं है मेरे हारने से मेरा परिवार हार जाएगा.मेरे जूनियर हार जाएंगे, मेरे शिक्षक हार जाएंगें. इसी बातों से प्रेरणा लेते हुए हमने मेंस परीक्षा के साथ फिज़िकल एवं मेडिकल परीक्षा सभी में सफलता मिलती गई और अंत में मेरिट लिस्ट में सब-इन्स्पेक्टर के रूप में काम करने के लिए चुना गया.
इसलिए आप लोग के जीवन में लाख चुनौतियाँ हो लेकिन मन से हार नहीं मानना.जीवन में सिर्फ एमबीबीएस ही नहीं मेडिकल के और कई क्षेत्र है. जैसे बी एस सी नर्सींग, ऐग्रिकल्चर, पारा मेडिकल की विभिन्न कोर्स जैसे जी एन एम, ओ टी असिस्टन्स आदि में अपना कैरियर बना सकते है.इस मौके पर संस्थान के निदेशक मोहम्मद शब्बीर हुसैन ने कहा की जीवन में उतार-चढ़ाऊ आना ही ज़िंदगी है.
आप एल्क्ट्रोकार्डियोग्राम को देखें होंगें उसमें जब तक रेखा ऊपर नीचे हो रही है तब तक उसे डॉक्टर जीवित बताते है.लेकिन जैसे ही रेखा सीधी हो जाती है उसे मृत घोषित कर दी जाती है. इस मौके पर शामभवी की बड़ी बहन शिल्पी कुमारी एवं इसी संस्थान की पूर्वर्ती छात्रा काजल कुमारी एवं संस्थान की सभी छात्र छात्रा शामिल थे।