Barbigha:-जिले के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान आदर्श विद्या भारती स्कूल में शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई.गीत संगीत एवं नाटक के माध्यम से बच्चों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया.बच्चों द्वारा “सारे तीरथ धाम आपके चरणों में” गाने के माध्यम से समस्त गुरुओं के लिए आदर का भाव व्यक्त किया गया. छात्रा अनुप्रिया कुमारी द्वारा गाया गया गीत “और इस दिल में क्या रखा है” ने सबको ताली बजाने पर मजबूर कर दिया. इसके अलावा “ओ री चिड़िया, कस के जूता कस के बेल्ट, ताल से ताल मिला, गांव के स्कूल की कक्षा आदि विषय पर भी गीत और नाटक का मंचन किया गया.
सबसे ज्यादा प्रशंसा नशा मुक्ति को लेकर किए गए नाटक मंजन का किया गया.इस प्रस्तुति के माध्यम से विद्यालय के छोटे-छोटे कलाकारों ने समाज में नशा करने से होने वाले दुष्परिणामों से लोगों को अवगत कराया गया. इन सबसे पहले देश के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए प्राचार्य संजीव कुमार ने कहा कि शिक्षक अपने छात्रों के भविष्य को आकार देने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
शुरुआती दौर से लेकर विश्वविद्यालय तक, वे ही हैं जो ज्ञान प्रदान करते हैं और हमें हर महत्वपूर्ण चीज़ के बारे में सिखाते हैं. इसके अलावा, वे हमें नैतिक मूल्यों के बारे में भी सिखाते हैं और हमारे नैतिक मूल्यों को आत्मसात करते हैं. इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि शिक्षक हमारे व्यक्तित्व को बहुत मजबूत और अद्भुत बनाते हैं. शिक्षकों के बिना दुनिया निश्चित रूप से अराजक होगी. हमारे जीवन में केवल कुछ ही लोग हैं जो हमारी दुनिया को प्रभावित करते हैं, और शिक्षक निश्चित रूप से उनमें से एक हैं.
शिक्षक अपने छात्रों की क्षमता को तब भी देखते हैं जब कोई और नहीं देख सकता.शिक्षक देश का भाग्य भी तय करते हैं क्योंकि युवा उनके हाथों में होते हैं.जब युवा शिक्षित और जागरूक होंगे, तो स्वाभाविक रूप से देश का भविष्य सुरक्षित हाथों में होगा. उन्होंने बच्चों को जीवन में शिक्षक बाद बताया गए मार्गों को आत्मसात करने की बात कही.