
Barbigha:-नए परिसीमन के बाद नगर परिषद क्षेत्र बरबीघा में शामिल हुए नए वार्डों की स्थिति काफी बदहाल हो गई है. कार्यपालक पदाधिकारी और नगर सभापति की मनमानी के कारण विकास कार्य पूरी तरह शिथिल पड़ा हुआ है.दलित बस्ती में भी विकास कार्य पहुंचे इसके लिए अब बड़े पदाधिकारी का हस्तक्षेप काफी जरूरी हो गया है.उक्त बातें नगर परिषद बरबीघा के वार्ड नंबर 16 की वार्ड पार्षदा किरण देवी ने कहीं.

यही नही दलित नेत्री किरण देवी ने मामले को लेकर शेखपुरा के जिलाधिकारी आरिफ अहसन से मुलाकात किया.उन्होंने जिलाधिकारी को परिस्थितियों से अवगत कराते हुए मामले में हस्तक्षेप कर पिछड़े इलाकों में भी विकास कार्यों को करवाने में पहल करने का आग्रह किया. किरण देवी ने बताया कि ग्राम पंचायत से परिसीमन के बाद नगर परिषद में शामिल होने के उपरांत बभनबीघा वार्ड-16 की लागतार उपेक्षा होना दुखद है.कार्यपालक पदाधिकारी से बात करने पर वो फंड नहीं होने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.ऐसे में वार्ड की स्थिति नरकीय हो गई है.


नगर परिषद में शामिल होने के बाद ग्रामीण नगर को टैक्स तो दे रहे पर सुविधा के नाम पर लोगो को सिर्फ छला जा रहा है.वार्ड-16 के दलित बस्ती की स्थिति बदतर होती जा रही है. नगर परिषद का सौतेला व्यवहार दलितों के साथ अत्याचार जैसा है.वार्ड पार्षद किरण देवी ने लिखित आवेदन देकर जिलाधिकारी को सारे माध्यम से अवगत कराया. जिसपर जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए अविलंब बरबीघा नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार से संपर्क कर जानकारी ली. साथ ही रुके हुए

कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया.किरण देवी ने बताया कि नगर परिषद चुनाव के बाद से नगर परिषद में आपसी मतभेद के कारण एक राजनीति के तहत विकास का कार्य रोका जा रहा है.
दो पक्ष के बीच इस घमासान में आम लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.किरण देवी ने विकास कार्य में सहयोग के लिए जिलाधिकारी का आभार भी प्रकट किया.