
Barbigha-पुलिस और प्रशासन को चकमा देने के लिए मारपीट के मामले में फरार चल रहा एक आरोपी पिछले 5 वर्षों से नाम बदलकर रह रहा था.इस दौरान उसे कोर्ट से कई बार सम्मान भी जारी किया गया लेकिन वह हाजिर नहीं हो रहा था.बरबीघा पुलिस के समक्ष भी आरोपी को पकड़ने में पसीने छूट रहे थे. दरअसल यह मामला वर्ष 2019 में एक मारपीट से संबंधित जुड़ा हुआ है.

उस समय बरबीघा नगर क्षेत्र के परसोंबीघा के रहने वाले बनारस प्रसाद नाम के व्यक्ति ने नारायणपुर मोहल्ला निवासी डोमन यादव के पुत्र पवन यादव उर्फ प्रमोद यादव के खिलाफ शेखपुरा कोर्ट में एक परिवाद दर्ज करवाया था. पीड़ित बनारस प्रसाद ने बताया कि आरोपी घटना से पहले कई वर्षों तक उनका सवा बीघा खेत पट्टा पर लिए हुए था.वर्ष 2019 में पीड़ित जब पट्टा में तय की गई अनाज लेने के लिए आरोपी के घर पहुंचा तो उसने अनाज देने से मना कर दिया.


विरोध करने पर गाली गलौज और मारपीट भी किया गया था. उस समय स्थानीय थाना में मुकदमा नहीं लेने के बाद बनारस प्रसाद ने शेखपुरा कोर्ट में परिवाद दायर कर दिया था. इधर आरोपी पवन यादव ने आधार कार्ड पर अपना नाम बदलकर प्रमोद यादव करवा लिया.इस बीच कोर्ट और स्थानीय पुलिस के द्वारा कई बार आरोपी पवन यादव को नोटिस भेजा गया लेकिन उसने लेने से इनकार कर दिया था. आखिर कर शुक्रवार की संध्या पवन यादव को थाने पर लाया गया.

थाने में भी आरोपी ने घंटो तक हाई वोल्टेज ड्रामा किया.वह लगातार कह रहा था कि वह पवन यादव नहीं बल्कि प्रमोद यादव है. थाना अध्यक्ष वैभव कुमार ने बताया कि परिजनों से पूछताछ के क्रम में पता चला कि प्रमोद यादव ही पवन यादव है. उसने कुछ वर्ष पहले आधार कार्ड पर अपना नाम बदलवा लिया था. प्रमाणित होने के बाद शनिवार को पवन यादव उर्फ प्रमोद यादव को जेल भेज दिया गया.