
शेखपुरा:-शेखपुरा जिले में प्रशासन द्वारा सोमवार को बाल श्रम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई. सोमवार को जिला प्रशासन की विशेष धावा दल ने नगर क्षेत्र सहित विभिन्न इलाकों के होटलों, ढाबों और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर कई नाबालिग बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त कराया.इस कार्रवाई में श्रम विभाग, जन निर्माण केंद्र शेखपुरा, चाइल्ड लाइन और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम शामिल थी.
टीम द्वारा आगरा इंजीनियरिंग, राधा रानी स्वीट,मुन्ना गैराज, मंटू चाट दुकान, में एक साथ छापेमारी किया गया.जहां कम उम्र के बच्चे बर्तन धोते,

झाड़ू लगाते और ग्राहकों को खाना परोसते हुए पाए गए.सभी जगह से कुल चार बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया, जिसे बाद ने बाल कल्याण समिति शेखपुरा को सौंप दिया गया है.धावा दल में
शेखोपुरसराय के श्रम परिवर्तन पदाधिकारी मुरली मनोहर मणी,बरबीघा के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, अरुण कुमार,शेखपुरा के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी नरेश कुमार तथा शेखपुरा थाना के पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल के अलावा जन निर्माण केंद्र के परियोजना


समन्वयक रवि कुमार शामिल रहे.छापेमारी की पूरी योजना गुप्त रूप से तैयार की गई थी ताकि किसी भी होटल संचालक को पहले से सूचना न मिल सके. मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों में से कई बेहद कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे थे.जिला श्रम पदाधिकारी ने बताया, “बाल श्रम कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे होटल मालिकों पर बाल श्रम निषेध अधिनियम 1986 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है.

जन कल्याण केंद्र शेखपुरा के प्रतिनिधि ने भी इस कार्रवाई को सराहनीय बताते हुए कहा कि बच्चों का बचपन उनके अधिकारों का हिस्सा है, और किसी भी कीमत पर उन्हें शोषण का शिकार नहीं बनने दिया जाएगा.