Sheikhpura: बरबीघा प्रखंड के केवटी पंचायत में रोजगार सेवक सहित अन्य लोगों द्वारा मिलीभगत करके मृत व्यक्ति के नाम पर पैसा निकासी के मामले में आखिरकार दो लोग गिरफ्तार कर लिए गए. जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि मामले में भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक तथा बरबीघा प्रखंड के कुतुबचक गांव निवासी सोनू कुमार और पंचायत के रोजगार सेवक मृत्युंजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ के क्रम में दोनों ने पुलिस के सामने इस साजिश में शामिल कई अन्य नामों का भी खुलासा किया है. जिसकी गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. मृत व्यक्ति के नाम पर पैसा निकासी के मामले में पुलिस अधीक्षक खुद इस मामले में जांच पड़ताल कर रहे थे. पुलिस अधीक्षक की जांच टीम में उप विकास, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला अग्रणी बैंक के शाखा प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक शेखपुरा तथा बरबीघा के शाखा प्रबंधक आदि लोग भी शामिल थे. पुलिस की इस कार्रवाई से मनरेगा में लगातार घोटालों को अंजाम देने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है.
जिलाधिकारी इनायत खान के निर्देश पर बरबीघा थाना में 21 जनवरी 2022 को दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार बरबीघा प्रखंड के केवटी पंचायत निवासी कोसमा देवी नामक महिला की मृत्यु 30 अगस्त 2018 को हो गई थी. लेकिन मरने के बाद भी महिला 2021 यानी तीन साल तक मनरेगा योजना की मजदूर बनकर काम करती रही. इस दौरान घोटाले बाजों ने मृतकों के नाम पर 54 हजार 951 का निकासी कर लिया गया था. इसी तरह एक अन्य मृतिका फुलिया देवी के नाम पर भी 34 हजार का निकासी किया गया था. पुलिस अधीक्षक की जांच पड़ताल में यह बात सामने खुलकर आई है कि इसी तरह कई अन्य मजदूरों के खातों से भी अनैतिक तरीके से पैसे की निकासी की गई है. मामले को लेकर कुल 25 अभियुक्तों के विरुद्ध बरबीघा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
प्राथमिकी में पूर्व मुखिया पंकज कुमार के अलावा पंचायत रोजगार सेवक मृत्युंजय कुमार वार्ड सदस्य अनिल पासवान,धर्मवीर पासवान, जद्दु पासवान, दिवेश कुमार, विकास कुमार, संदीप कुमार विनोद प्रसाद अमरेंद्र कुमार सोनू कुमार रवि शंकर कुमार मिथिलेश पासवान दिनेश पासवान संतोष प्रसाद बिट्टू प्रसाद रोशन कुमार कमलेश चौधरी सत्येंद्र प्रसाद रामानंद नोनिया जीतू चौधरी तथा सीएसपी संचालक गोविंद पासवान राजशंकर, एमडी फैजुद्दीन सहित अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराया गया है. इस फर्जीवाड़े के मामले में अधिकांश लोगों की गर्दन फंसती नजर आ रही है.
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने तेजी से इस मामले में जांच पड़ताल शुरू किया. पुलिस अधीक्षक के अनुसार मृतक दोनों महिलाओं का खाता बरबीघा नगर क्षेत्र के गोलापर मोहल्ले में स्थित एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र में खोली गई थी. जिसमें महिला का खाता खुला था उस समय उस केंद्र के संचालक मुन्ना कुमार थे, जो वर्तमान में आर्मी में नौकरी कर रहे हैं. ग्राहक सेवा केंद्र को उसी का भाई सोनू कुमार संचालित कर रहा है.सोनू कुमार के द्वारा ही इस तरह की अवैध निकासी की घटना को अंजाम दिया गया था.पुलिस के पूछताछ में सोनू कुमार ने कबूल किया कि बदले में उसे कमीशन दिया जाता था.जांच में 20 अन्य खातों से अवैध निकासी की बात भी सामने आई है. मामले की पुष्टि होने के बाद सोनू कुमार को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया.