Sheikhpura: पिछले कई महीनों से बरबीघा के शहरी क्षेत्र में विभिन्न बैंक के अंदर और बाहर उच्चकों द्वारा थैला काटकर पैसा गायब करने संबंधित घटनाओं को लेकर आम जनता के साथ-साथ पुलिस भी परेशान थी. इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली जब सोमवार को सेकंड हाफ में बरबीघा के पंजाब नेशनल बैंक से तीन उचक्के रंगे हाथ पकड़े गए.
तीनों बरबीघा प्रखंड के हैदरचक गांव निवासी अरूण प्रसाद नामक व्यक्ति को उलझा कर थैले से ₹45000 की निकासी करते पकड़ा गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने तीनों की जमकर धुनाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया. थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने बताया कि तीनों के पास से लगभग एक लाख नगद बरामद हुआ है. उन्होंने बताया कि इस घटना के उद्भेदन में बैंक कर्मियों के साथ-साथ तोयगढ़ गांव निवासी गजबदन सिंह के शिक्षक पुत्र पप्पू सिंह की काफी सराहनीय भूमिका रही.
दरअसल गजबदन सिंह भी 27 अप्रैल को बैंक से एक लाख रुपया निकाल कर वापस घर लौट रहे थे. उस समय भी यही तीनों उचक्के उन्हें बातों में उलझा कर उनका भी 50 हज़ार गायब कर दिया था. पीड़ित तथा उसके पुत्र ने इस घटना की गुप्त सूचना थाने में दिया और प्राथमिकी दर्ज न करवाकर लगातार बैंक में प्रत्येक दिन गतिविधियों पर नजर रख रहे थे. इसी कड़ी में सोमवार को पुनः तीनों उचक्के बैंक पहुंचे और अरुण प्रसाद के थैला से 50 हज़ार निकालते हुए रंगे हाथ धरा आ गए. पकड़े गए तीनों उचक्के पटना जिला के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बख्तियारपुर गांव निवासी स्वर्गीय मुकेश पांडे का पुत्र आलोक पांडे, राम विजय पांडे का पुत्र राहुल पांडे तथा स्वर्गीय उपेंद्र पांडे का पुत्र विशाल पांडे है. फिलहाल थाने में कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद तत्काल अरुण प्रसाद को 45 हज़ार और गजबदन सिंह को 50 हज़ार नगद लौटा दिया गया. दोनों पीड़ितों को जब अपना अपना पैसा वापस मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना ना रहा.
थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने इस कार्य में पुलिस का सहयोग करने के लिए गज बदन सिंह और उसके पुत्र पप्पू सिंह तथा पंजाब नेशनल बैंक बरबीघा के कर्मियों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह ग्राहक जागरूक हो जाए तो शायद फिर से कोई उचक्का फैला काटकर पैसा निकालने की हिम्मत न जुटा पाएगा.