Sheikhpura: बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के कोयरीबीघा मोहल्ला से गायब हुई दो बच्चों की मां की कहानी का शनिवार को पटाक्षेप हो गया. पुलिस ने आखिरकार महिला और उसके प्रेमी को जाल बिछाकर बरबीघा में ही धर दबोचा. कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद जहां आरोपी युवक को जेल भेज दिया गया वहीं महिला को उसके पति के हवाले कर दिया गया.
दरअसल नारायणपुर गांव की एक महिला की शादी बिहार शरीफ अंतर्गत धोबीबीघा गांव में हुई था. महिला को एक 3 साल की पुत्री और एक डेढ़ साल का दूध पीता बच्चा भी है. ससुराल में रहने के दौरान बच्ची की तबीयत खराब होने पर वह बिहारशरीफ स्थित शिशु आरोग्य निकेतन अस्पताल दिखाने गई थी. जहां अस्पताल में कार्यरत कंपाउंडर आलोक कुमार के संपर्क में महिला आ गई. करीब डेढ़ वर्ष तक दोनों के बीच फोन पर बातचीत होता रहा और दोनों एक दूसरे के नजदीक आते गए. फोन पर ही साथ जीने मरने की कसमें खाई और 14 मई को महिला मायके से दोनों बच्चों को छोड़कर प्रेमी संग फरार हो गई. इसके बाद लड़की के पिता ने बिहार शरीफ मुख्यालय के सोहसराय थाना क्षेत्र अंतर्गत सलेमपुर निवासी राजेश प्रसाद के पुत्र आलोक कुमार के ऊपर पुत्री को अपहरण करने का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई.
घटना के दो दिन बाद बरबीघा पुलिस बिहारशरीफ स्थित लड़के के घर पर जा धमकी. पुलिस के दबाव को देखते हुए आखिरकार लड़के ने फिलहाल लड़की को शुक्रवार की संध्या बरबीघा थाना चौक के पास लाकर छोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने बरबीघा थाना में रखकर लड़की के द्वारा लड़के को फोन करवा कर उसे पकड़ने का जाल बिछाया. पुलिस के दबाव में आकर लड़की ने लड़के को फोन करके वापस बुलाया. मौके की तलाश में बैठी पुलिस ने उसे बाईपास में धर दबोचा. पुलिस के समक्ष भी दोनों साथ जीने मरने की बातें करते रहे. हालांकि पुलिस ने शनिवार को कानूनी कार्रवाई करते हुए कोर्ट में लड़की को पेश किया. कोर्ट के आदेशानुसार लड़के को जेल भेज दिया गया जबकी लड़की को पति के हवाले कर दिया गया.