Sheikhpura: जिले के मंथन सभागार में प्रभारी सचिव असंगवा चुआ आओ की अध्यक्षता में संभावित बाढ़/सुखाड़ 2022 की पूर्व तैयारियों की समीक्षा संबंधित बैठक की गई. बैठक की शुरूआत करते हुये जिला पदाधिकारी सावन कुमार के द्वारा शेखपुरा जिला का परिचय देते हुये बाढ़/जल-जमाव क्षेत्र के विषय में प्रभारी सचिव को विस्तार से बताया गया. जिला पदाधिकारी ने बताया कि घाटकुसुम्भा के 05 पंचायत व शेखपुरा अंचल के 02 पंचायत जल-जमाव से प्रभावित रहते है. जल-जमाव से प्रभावित पंचायत माफो, गगौर, पानापुर, डीह कुसुम्भा, भदौसी, महसार एवं पुरैना कुल 07 है. जल-जमाव से मुख्यतः फसलें क्षतिग्रस्त होती है.
जिला पदाधिकारी शेखपुरा द्वारा बताया गया कि बाढ़/सुखाड़ की पूर्ण तैयारी कर ली गई है. सभी संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर टीम का गठन कर लिया गया है. जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी प्रखंडों में वर्षों मापक यंत्र की मरम्मति कर ली गई है. बाढ़ राहत सामग्रियों का दर निर्धारण एवं आपूर्ति कर्ता का चयन कर लिया गया है. पशु चारा के लिए दर निर्धारण एवं आपूर्ति कर्ता को चयन कर लिया गया है.
सिविल सर्जन शेखपुरा द्वारा बताया गया कि आपदा से निपटने के लिए 13 प्रकार की दबाएं ओ॰आर॰एस॰, टेलोजन टैबलेट, बिलिचिंग पाउडर, डी॰डी॰टी॰ आदि उपलब्ध है. जिला पशुपालन पदाधिकारी शेखपुरा द्वारा बताया गया कि पशुओं की कुल 06 प्रकार की दवाएं उपलब्ध है एवं कुल 40 प्रकार की दबा की आपूर्ति का आर्डर दे दिया गया है. पी॰एच॰ई॰डी॰ विभाग द्वारा बताया गया कि कुल चापाकलों की संख्या-11005 है. जिनमें 1192 चापाकलों की मरम्मति कर ली गई है. साथ ही नियमित रूप से शिकायत प्राप्ति के उपरांत चापाकलों की मरम्मति कराई जा रही है. आकस्मिक फसल योजना अंतर्गत जिले के कुल संभावित जल-जमाव प्रभावित अच्छादित रक्वा 3000 हेक्टेयर हेतु 865 क्वीं॰ बीज की आवश्यकता होगी जिसमें से मक्का, तोरी एवं मसूर की उपलब्ध करा ली गई है.
आर॰डब्लू॰डी॰ विभाग द्वारा जल-जमाव प्रभावित क्षेत्रों को जोड़ने हेतु ऑल वेदर रोड निर्माणधीन है. जिले में 06 आश्रय स्थल को चिन्हित कर लिया गया है जिसमें मध्य विद्यालय गगौर, मध्य विद्यालय डीह कुसुम्भा, उत्क्रमित विद्यालय बाउघाट, भदौसी, मध्य विद्यालय बाउघाट भदौसी, कस्तुरबा विद्यालय गगौर, सामुदायिक भवन पानापुर आदि है. अनुग्रहिक राहत के भुगतान हेतु परिवारों की सूची संबंधित पोर्टल पर अपलोड की जा रही है. निजी नावों से निबंधन का कार्य किया जा रहा है. लाईफ जैकेट की उपलब्धता है. पॉलीथीन शीट्स की अधियाचना जिला मुंगेर से की गई है. गोताखोरों एवं नावों चालकों को प्रशिक्षित किया गया है. जिला आपातकालीन संचालन केंद्र सह नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जा चुका है जिसका दूरभाष संख्या-06341-223333 है जो 24 ग 7 सुचारू है. प्रभारी सचिव के द्वारा आपदा के पूर्व तैयारी को सुव्यवस्थित ढंग से करने को कहा गया ताकि क्षति कम से कम हो. प्रभारी सचिव, द्वारा पदाधिकारियों के बीच समन्वय को सबसे जरूरी माना उन्होंने कहा कि जिला पदाधिकारी शेखपुरा के निदेश पर सभी पदाधिकारियों व विभागों को समन्वित होकर कार्य करना होगा. साथ ही ससमय कार्य करना जरूरी है स्थानीय स्तर पर प्रचार-प्रसार आवश्यक है. आम जनता में बचाव आश्रय, स्थल, दवा, खाद्यान्न उपलब्धता आदि को जानकारी जरूरी है. सरकारी सहायता का लाभ लाभुकों तक समसय पहुँचाया जाना जरूरी है. अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुये अपर समाहर्ता शेखपुरा द्वारा पौधा उपहार स्वरूप भेंट किया गया. बैठक में उपस्थित उप विकास आयुक्त शेखपुरा, अपर समाहर्ता शेखपुरा, सिविल सर्जन शेखपुरा, भूमि सुधार उप समाहर्ता शेखपुरा अनुमंडल पदाधिकारी शेखपुरा, अपर अनुमंडल पदाधिकारी शेखपुरा, वरीय उप समाहर्ता शेखपुरा, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग, शेखपुरा, कार्यपालक अभियंता आर॰डब्लू॰डी॰ शेखपुरा कार्यपालक अभियंता पी॰एच॰ई॰डी शेखपुरा, कल्याण पदाधिकारी शेखपुरा, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी शेखपुरा, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी, शेखपुरा के साथ-साथ पदाधिकारी गण आदि उपस्थित थे.