Sheikhpura: सरकार जहां शराबबंदी को सख्त बनाने को लेकर पुलिस और उत्पाद विभाग को लगातार निर्देशित कर रही है और इस जिले में पुलिस को बराबर शराब की खेप पकड़ने में सफलता मिल रही है. लेकिन शराबबंदी का दुष्परिणाम भी अब सामने आने लगा है. युवा शराब के बदले ड्रग्स के चंगुल में फंसते जा रहे हैं.
दारू और ताड़ी के बाद सबसे ज्यादा खतरनाक ड्रग्स अब इस जिले में अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. युवा पीढ़ी इसके आगोश में आना शुरू हो गये है. ड्रग्स लेने को अभ्यस्त हो रहे युवक इसका नशा लेने के बाद अपराध की घटनाओं की तरफ मुड़ने लगे है. इसी कड़ी में शहर के मकदुमपुर मुहल्ले के एक 18 वर्षीय युवक नीरज कुमार को बीती रात्रि उसके परिवार वालों ने पकड़ कर उसे सदर अस्पताल शेखपुरा के नशा मुक्ति वार्ड में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज चल रहा था.
इस सम्बन्ध में इलाजरत युवक के पिता चंद्रदेव यादव दुखी मन से खुलासा करते हुए बताया कि उनका पुत्र तीन माह पहले इस गलत नशा करने वालों के सम्पर्क में आया. तबसे वह ड्रग्स का सेवन कर घर में परिवार वालों के साथ मारपीट, गाली गलौच जैसा हरकत करने लगा है. उसका पुत्र ड्रग्स का पाउडर लेकर रखता है. जिसे शीशी में पानी मिलाकर सेवन करता है. कभी वह ड्रग्स का घोल भी शीशियों में बंद लेकर आता है. रात्रि में ड्रग्स का सेवन कर इस उम्र के लड़के शेखपुरा रेलवे स्टेशन पर भी घूमते रहते है और चोरी, छिनतई जैसी घटनाओं को रेल यात्रियों के साथ देते है. उन्होंने कहा कि शहर के गिरिहिंडा मुहल्ले में इसका कारोबार करने वालों का अड्डा है. वहीं से उसका पुत्र ड्रग्स खरीदकर सेवन करता है. उन्होंने दुखी मन से एसपी कार्तिकेय शर्मा से जिले के युवा पीढ़ी को ड्रग्स की दुनिया से निजात दिलाने की गुहार लगाते हुए इस कारोबार में लगे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है. ताकि शहर में धीरे धीरे पाव पसार रहे ड्रग्स पर अंकुश लगाया जा सके. हालांकि इस मामले में अब जो सूचना मिल रही है उसके मुताबिक ड्रग्स एडिक्ट पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है.