(शेखपुरा से धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट)एक तरफ महादलित और दलितों के उत्थान के लिए लगातार मंच पर से तमाम पार्टी के नेता तरह तरह की बातें करते हैं.चुनाव के समय भी सबसे ज्यादा चर्चा महादलित परिवार के उत्थान को लेकर ही किया जाता है.लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद ही समाज के पिछड़े वर्ग का सुध लेने वाला
कोई नहीं रहता.कई तरह की मूलभूत सुविधाओं से वंचित महादलित परिवार हर बार खुद को ठगा महसूस करते हैं. ऐसा ही कुछ मामला शेखपुरा प्रखंड क्षेत्र के औधे पंचायत के गोसायमढी गांव के वार्ड नंबर 2 से जुड़ा हुआ है. नीतीश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना में शामिल हर घर नल का जल योजना का लाभ यहां के महादलित परिवारों को नहीं मिल पा रहा है.नल जल योजना से वंचित महादलित परिवारों को इस भीषण गर्मी में पानी लाने के लिए काफी दूर जाना पड़ रहा है.ग्रामीणों ने बताया कि नल जल योजना का टंकी लगाया गया है.पाइप भी बिछाया गया लेकिन आज तक पाइप में पानी नहीं आ पाया है. पानी उपलब्ध नहीं रहने के कारण महादलित परिवारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और पानी लाने के लिए कोसों दूर जाना पड़ रहा है. यह पहला गांव या महादलित वस्ति नहीं है जहां इस तरह की समस्या देखने को मिली है.जिले के अधिकांश हिस्सों में नल जल योजना उचित रखरखाव व देखभाल के कारण समय से पहले दम तोड़ती नजर आ रही है. अधिकारियों व विभागों के ढुलमुल रवैया के कारण नल जल योजना के संवेदक भी अपने मनमाने तरीके से इस योजना को संचालित कर रहे हैं.कई विभागों में अब तक सुधार करने वाले जिलाधिकारी सावन कुमार की नजर भी इस विभाग पर अभी तक अच्छे ढंग से नहीं पड़ी है. जिलाधिकारी को भी चाहिए कि इस भीषण गर्मी में लोगों को नल जल योजना का सही तरीके से लाभ दिलवाने के लिए कोई ठोस पहल करें.