*सावधान बरबीघा वासियों थोड़ी सी गलती और जेब हो सकती है खाली..साइबर अपराध में तेजी से बढ़ रहा बरबीघा का ग्राफ दो गिरफ्तार*

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Barbigha:-बरबीघा पुलिस ने सोमवार की देर संध्या दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को जेल भेज दिया. गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान बरबीघा नगर क्षेत्र के नसरतपुर गांव निवासी आशो यादव के 19 वर्षीय पुत्र पुत्र विकास कुमार उर्फ पारो तथा अनिल यादव के 20 वर्षीय पुत्र सुनील कुमार के रूप में किया गया.मामले की जानकारी देते हुए बरबीघा थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने बताया कि सोमवार की देर संध्या पुलिस की गश्ती गाड़ी नसरतपुर गांव की तरफ जा रही थी. रास्ते

में एक पुल पर बैठकर साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे दोनों युवकों ने पुलिस की गश्ती गाड़ी को देखकर अपना अपना मोबाइल फेंक दिया और भागने का प्रयास करने लगे.पुलिस को जब संदेह हुआ तो दोनों युवकों को पीछा करके धर दबोचा और थाने में लाकर पूछताछ किया. पूछताछ के क्रम में दोनों युवकों ने चेहरा पहचानो इनाम पाओ सरकारी नौकरी दिलाने व्हाट्सएप पर लकी विजेता बनने सहित अन्य प्रकार के माध्यम से लोगों से ठगी करने की बात बताई. पुलिस ने फेंके गए दोनों मोबाइल को जप्त करें जब सब कुछ खंगाला तो दोनों युवकों के बारे में साइबर क्राइमर होने की पुख्ता प्रमाण भी मिल गई. छानबीन के क्रम में बरबीघा पुलिस को कई अहम सुराग भी मिले जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.



गरीबी और परिवार के बोझ ने साइबर क्राइम करने पर किया मजबूर

गिरफ्तार सुनील कुमार ने बताया कि कुछ वर्ष पहले उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी.इस गम में पांच वर्ष पहले उसकी मां की मौत हो गई. माता-पिता से बिछड़ने के बाद युवा दादा दादी के साथ रहने लगा. दादा प्रत्येक दिन बाजार में दूध बेचकर पोते का भरण पोषण करके उसे पढ़ा-लिखा कर मेट्रिक पास भी कराया. इस बीच परिवार वालों के दबाव में आकर युवक की नाबालिक अवस्था में ही शादी करा दी गई. सुनील कुमार को एक 3 महीने की बच्ची भी है. अचानक दादा जी का तबीयत भी खराब करने लगा और वह कर्ज तले दब गया. पत्नी और बच्चों की जिम्मेदारी के साथ दादा दादी के इलाज का खर्च को लेकर वह काफी परेशान हो गया.उसने बताया कि गांव के दो दर्जन से अधिक युवक पूर्व से साइबर क्राइम के धंधे में संलिप्त है. इसलिए सुनील कुमार ने पहले कर लेकर दो हज़ार रुपए में एक सेकंड हैंड मोबाइल खरीदा और फिर साइबर क्राइम की दुनिया में कदम रख दिया. लेकिन अभी पंद्रह दिन ही बीते थे कि दुर्भाग्यवश हुआ पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

पांची के बाद नसरतपुर बन गया साइबर क्राइम का सबसे क्षेत्र

शेखोपुर सराय प्रखंड का पांची गांव साइबर क्राइम के लिए पूरे देश भर में पहले से ही बदनाम था.लेकिन अब बरबीघा प्रखंड के नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत नसरतपुर गांव के दर्जनों युवा भी इस काली दुनिया में कूद चुके हैं. गिरफ्तार सुनील कुमार ने बिना किसी का नाम लिए हुए बताया कि बहुत ऐसे युवा हैं जो साइबर क्राइम करके का स्कॉर्पियो खरीद चुके हैं.पांच मंजिला मकान तक बना चुके हैं.अब देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस इन साइबर अपराधियों कैसे गिरफ्तार कर पाती है. हालांकि पुलिस से मीडिया कर्मियों लगातार पूछा कि क्या किसी नेटवर्क का खुलासा हुआ है?लेकिन पुलिस व लगातार कुछ भी बोलने से बचती रही.

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