Sheikhpura: शेखोपुरसराय प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत आए दिन यातायात सुविधाओं में मानो तो बाढ़ सी आ गई है आए दिन क्षेत्र के बेरोजगार और मध्यम वर्ग के लोग ई _ रिक्शा को लेकर यात्रियों को गांव से बाजार लाना और पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इनके चालक को न कोई ड्राइविंगलाइसेंस की जरूरत होती है और ना ही प्रशासन का भय होता है.
गौरतलब हो कि एक बाइक सवार व्यक्ति जिसके पास ड्राइविंग लाइसेंस गाड़ी की फिटनेस गाड़ी का पॉल्यूशन हेलमेट का होना अति अनिवार्य माना जाता है. इन सारी दस्तावेज के नहीं होने पर बाइक चालकों पर कई तरह के जुर्माना लगाया जाता है साथ हीं यदि कोई बाईक चालाक 2 से अधिक व्यक्ति को बाइक पर बैठाता है तो यह कानूनन जुर्म माना जाता है परंतु ई _ रिक्शा के पास ना तो ड्राइविंग लाइसेंस ना ही गाड़ी फिटनेस और ना ही प्रशासनिक स्तर पर कोई भय होता है और वह अपने मर्जी के अनुसार एक ई रिक्शा वाहन पर दर्जनों व्यक्तियों को बिठाकर अपने मनमाने तरीके से किराया वसूलते हैं. हां ये बात है की प्रदूषण कम करने ई रिक्शा को बढ़ावा दे रहे हैं. लेकिन इसके लिए नियमों का भी पालन नहीं हो रहा है. वर्षों बाद भी अब तक किराया ही तय नहीं हो पाया है. साथ ही बिना लाइसेंस व ट्रेनिंग ही गांव और बाजार में इनका परिचालन किया जा रहा है.
इसके परिचालन के लिए 15 दिनों की ट्रेनिंग करवाना अनिवार्य है. इसके लिए ई रिक्शा की शुरूआत के दौरान भी निर्देशित किया गया था. जिसके लिए जिस एजेंसी द्वारा ई रिक्शा मुहैया करवाया जा रहा है, उन्हीं के द्वारा ट्रेनिंग देने की व्यवस्था करने का दावा किया गया लेकिन इसके बावजूद अब तक किसी भी चालक को ट्रेनिंग नहीं दी जा रही है. एक ई रिक्शा में चार से ज्यादा सवारियां नहीं बैठाई जा सकती है. इसके लिए पहले से ही रजिस्ट्रेशन के दौरान ही सारी जानकारियां संबंधित वाहन मालिकों को दी जाती हैं। इसके बावजूद चार से ज्यादा सवारियां भरकर इनका संचालन किया जा रहा है। फिर भी चौक चौराहों पर इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ई_रिक्शा एजेंसी जिसके तहत उन्हें 10 दिनों की ट्रेनिंग लेने की अनिवार्यता रखी गई थी। लेकिन अब तक इसके लिए एक भी आवदेन नहीं प्राप्त हुए हैं। ऐसे में बिना ट्रेनिंग के ही वाहन चालक धड़ल्ले से सवारियां2 हो रहे हैं
शेखोपुरसराय से चतुर आनंद मिश्रा की रिपोर्य