Sheikhpura: सेना बहाली की नई योजना अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में जारी बवाल के बीच राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस ने सोमवार को भारत बंद का ऐलान किया था. कई जगह इसका असर देखने को भी मिला लेकिन बरबीघा में स्थानीय नेताओं द्वारा दिलचस्पी नहीं दिखाने के कारण यह पूरी तरह से असफल साबित हुआ. सोमवार को भी सामान्य दिनों की भांति बरबीघा बाजार में दुकान खुली हुई रही. हालांकि आम दिनों की बातें सोमवार को बाजारों में काफी तुम लोगों की भीड़ देखी गई. खासकर बरबीघा के ग्रामीण क्षेत्रों से लोग बाजार नहीं पहुंचे जिस वजह से दिनभर सड़के सुनसान रही.
इस बीच जिला प्रशासन के द्वारा सभी सरकारी कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई थी. बरबीघा प्रखंड कार्यालय में चार अतिरिक्त हथियार बंद पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से ड्यूटी पर लगाया गया था. लोगों को अनुमान था कि अग्निपथ योजना को लेकर प्रदर्शनकारी सोमवार को सड़कों पर उतरेंगे. लेकिन जिलाधिकारी द्वारा लगाई गई धारा 144 का असर के अलावा स्थानीय प्रशासन की सुस्ती की वजह से एक भी प्रदर्शनकारी सड़क पर नजर नहीं आए. कांग्रेस, आरजेडी सीपीआई सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता घरों में ही दुबके रहे. शुक्रवार को कुछ युवाओं द्वारा हिंसक प्रदर्शन करने के बाद उनके खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी का अवसर भी साफ तौर पर देखने को मिला. सड़कों पर सोमवार को एक भी प्रदर्शनकारी युवा नजर नहीं आए.
कुल मिलाकर जिला प्रशासन की सख्ती तथा चौक चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती का असर रहा कि भारत बंद बरबीघा में पूरी तरह से बेअसर साबित हुआ. चुस्त-दुरुस्त प्रशासनिक व्यवस्था के लिए बरबीघा वासियों ने जिला प्रशासन का आभार भी प्रकट किया. खासकर जिला पदाधिकारी सावन कुमार के प्रशासनिक क्षमता के लोग कायल हो गए. गौरतलब हो कि शुक्रवार तक जिला में धारा 144 लागू किया गया है. इसके तहत सड़कों पर किसी प्रकार का प्रदर्शन करने पर पूर्ण रूप से रोक लगा दिया गया है. वही सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार फैल रही अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए दिनभर इंटरनेट सेवा भी ठप रही. हालांकि जरूरतमंद लोग शेखपुरा के निकटवर्ती इलाका नालंदा जिला के अलीनगर,सारे इत्यादि जगहों पर जाकर इंटरनेट से संबंधित अपने जरूरी काम निपटाते हुए पाए गए. कुल मिलाकर विपक्ष द्वारा घोषित भारत बंद को लेकर बरबीघा का माहौल शांतिपूर्ण रहा.