Barbigha:-भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 69वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया.इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश मंत्री डॉ पूनम शर्मा के बरबीघा स्थित आवासीय कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.डॉक्टर पूनम शर्मा के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके तैलिये चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया.इसके बाद उनकी याद में वृक्षारोपण कार्यक्रम भी चलाया गया.इस अवसर पर सभी ने राष्ट्रीय एकता को
मजबूत करने के उनके प्रयासों को याद किया. डॉक्टर पूनम शर्मा ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी का महान आदर्श, समृद्ध विचार और लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता हमें प्रेरित करती रहेगी.राष्ट्रीय एकता के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के शिल्पी ना सिर्फ मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने के पक्षधर थे, बल्कि मानते थे कि विकास में जनभागीदारी के बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता.उनमे सत्ता की लालसा नहीं बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के ध्येय को लेकर जनसंघ की स्थापना
की.मुखर्जी ने देश की अस्मिता और अखंडता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया.उन्होंने भारत का पुनः विभाजन होने से बचाया. उनका त्याग, समर्पण और उनके आदर्श युग-युगांतर तक आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे. ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटिशः नमन करती हूँ. गौरतलब हो कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने मुखर्जी को अंतरिम सरकार में उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री के रूप में शामिल किया था, लेकिन नेहरू और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री लियाकत अली के बीच हुए समझौते के पश्चात उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया था.मुखर्जी ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के तहत
जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुखरता से विरोध किया था.मुखर्जी को 11 मई 1953 को परमिट सिस्टम का उल्लंघन कर कश्मीर में प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था.वर्ष 1953 में 23 जून को जेल में रहस्यमयी परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी थी.तब से भाजपा उनकी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाती है. इस अवसर पर भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष गौतम कुमार, मंडल अध्यक्ष राकेश कुमार, हीरालाल सिंह, अनिल सिंह अजय यादव उमेश सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे