Barbigha:- शेखपरा जिला के बरबीघा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सामस बुजुर्ग गांव में बेटे की पिटाई से आहत बुजुर्ग पिता ने आखिरकार अपनी जान दे दिया.दरअसल 22 जून को 65 वर्षीय ऋषिकेश पांडे के साथ उसके बेटे निवास कुमार पांडे ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया था.इस घटना में बुजुर्ग का सिर फट गया था.जिनका इलाज रेफरल अस्पताल बरबीघा में कराया गया था.
इलाज के उपरांत वे बरबीघा थाने पहुंचे थे.अपने पुत्र के ऊपर देखभाल नहीं करने लगातार गाली गलौज और मारपीट करने का आरोप लगाते प्राथमिक दर्ज कराई थी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बरबीघा थाना की पुलिस बेटे को समझाने के लिए घर पर भी गई थी. लेकिन इस बात से आहत पुत्र ने पुनः पिता की जमकर पिटाई कर दी.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक ऋषिकेश पांडे ने 22 जून को थाने में सबके सामने कहा था कि अगर पुत्र के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं हुआ तो वे अपनी जान दे देंगे. इधर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सिर्फ खानापूर्ति किया और उधर पुत्र के पुनः पिटाई से आहत पिता ने जान दे दिया. विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को वे पुत्र के पिटाई से आहत होकर रमजानपुर गांव पहुंचे थे. वहां से उन्होंने जहर खरीद कर रास्ते में ही खा लिया था. जहर का असर होने के बाद जब वे बेहोश होकर रास्ते में गिर गए.इसके बाद आस-पास के गांव वाले भी वहां जुट गए.बेटे को सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए बरबीघा लाया गया लेकिन देर रात ही उन्हें पावापुरी रेफर कर दिया गया.पावापुरी में ऋषिकेश पांडे की इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं इस घटना के बाद बरबीघा थाना के थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने अपना पल्ला झाड़ते हुए बताया कि उन्हें बुजुर्ग द्वारा जहर खाने की किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं मिली थी.बुजुर्ग के साथ मारपीट की घटना के बाद पुलिस बेटों को समझाने घर पर गई थी.वहीं पुलिस का कहना है कि गांव वालों ने जानकारी दिया कि बुजुर्ग का तबीयत खराब हो गया था. इस वजह से उन्हें पावापुरी ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.हालांकि बुजुर्ग ऋषिकेश पांडे के बेटों द्वारा आनन-फानन में लाश जलाए जाने के बाद गांव में तरह-तरह की बातें हो रही है.