पंचायत प्रतिनिधियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर हुआ समाप्त, जेंडर संवेदनशीलता को लेकर प्रतिनिधियों को किया गया जागरूक

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Sheikhpura: प्रखंड कार्यालय के सभागार भवन में चल रहे जेंडर संवेदनशीलता प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को समापन हो गया. इस विशेष शिविर के लिए जिले से पांच पंचायतों का चयन किया गया जिसमें बरबीघा के दो (मालदह और पाक) पंचायत भी शामिल है. इस कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधियों को समाज में व्याप्त जेंडर आधारित गैर-बराबरी और हिंसा के मुद्दों पर जागरूक किया गया. यह कार्यक्रम प्लान इंडिया के तत्वाधान में आयोजित किया गया.

इस अवसर पर संस्था की प्रमुख ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा, यह कार्यक्रम हमारे समाज में व्याप्त जेंडर भेदभाव एवं हिंसा को समाप्त करने में उनके योगदान को सुनिश्चित कराने के लिए आयोजित किया गया. घर के बाहर की हिंसा के साथ-साथ लड़कियां-महिलाएं घर में भी अनेक तरह की हिंसा और भेदभाव झेलती हैं. जन्म से ही लड़कियों को दोयम दर्जे का समझा जाता है.उनके स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा की अनदेखी होती है. समान अवसर एवं अधिकार से वंचित रखा जाता है. उन्होंने कहा कि समाज में जेंडर समानता स्थापित करने में पंचायत प्रतिनिधियों, विशेषकर महिला प्रतिनिधियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है. इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम का उद्देश्य चुने गए पंचायत प्रतिनिधि एवं खासकर महिला पंचायत प्रतिनिधियों के नेतृत्व को सशक्त कर उनकी क्षमता वृद्धि में सहायता करना है. जिससे वे स्थानीय सरकार (पंचायतीराज संस्था) में और समुदाय के स्तर पर परिवर्तन के एजेंट के रूप में प्रभावशाली ढंग से काम करने के लिए सक्षम हो सकें.



साथ ही, वे यौन व प्रजनन, स्वास्थ्य एवं अधिकार तथा जेंडर आधारित हिंसा से जुड़े मुद्दों सहित अपने समुदाय में महिलाओं और लड़कियों को प्रभावित करने वाले मुद्दों को हल करने और संबोधित करने के लिए आवाज उठा सकें. इस अवसर पर मालदह पंचायत की मुखिया अनामिका कुमारी, उप मुखिया दीपक पंचायत समिति पूनम देवी, पंचायत के मुखिया संगीता देवी सहित सभी वार्डो के वार्ड सदस्य उपस्थित रहे.

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