विभागीय उदासीनता का शिकार हो गया बरबीघा का पोस्ट ऑफिस..कभी भी हो सकता है पोस्ट ऑफिस में किसी की मौत

Please Share On

Barbigha:-विभागीय उदासीनता का शिकार हो चुका बरबीघा का ऐतिहासिक पोस्ट ऑफिस लोगों के लिए अब जानलेवा साबित हो रहा है.आए दिन पोस्ट ऑफिस के ग्राहक जर्जर भवन के टूटकर गिरने के कारण उसकी चपेट में आने से बाल-बाल बच जाते हैं. सोमवार को भी पोस्ट ऑफिस खुलने के थोड़ी देर के बाद ही मुख्य प्रवेश द्वार पर अचानक मलवा टूटकर गिरने से अफरा-तफरी का माहौल

मच गया. गलीमत रही किसी को ज्यादा चोट नहीं लगी हालांकि कुछ ग्राहक इसकी चपेट में आ गए और मामूली रूप से जख्मी हो गए. इस घटना में एक पोस्ट ऑफिस कर्मी नीरज कुमार का मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सामान्य दिनों की भांति लोग पोस्ट ऑफिस के कार्य से प्रवेश द्वार के जरिए अंदर बाहर आ जा रहे थे. अचानक ऊपरी छत का जर्जर हिस्सा का मालवा टूटकर गिर गया.हालांकि इस घटना पर संज्ञान लेते हुए नए शाखा उप डाकपाल नागेश्वर प्रसाद ने तुरंत विभाग को एक चिट्ठी लिखकर परिस्थितियों से अवगत कराते हुए जल्द से जल्द मरम्मत करवाने का मांग किया है. गौरतलब हो कि पूर्व में भी मलबा गिरने के कारण दुर्घटना होने से बाल-बाल बचा है. उस समय स्थानीय मीडिया में खबर छपने के बाद तत्कालीन बिहार पूर्वी क्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार ने संज्ञान लिया था. उन्होंने इंजीनियर को भेज कर जर्जर हो चुके भाग का नापी करवा कर जल्द से जल्द मरम्मत करवाने की बात कही थी. लेकिन अचानक उनका बंगाल ट्रांसफर हो जाने के कारण यह काम अधर में लटक गया.वहीं इस मामले पर नवादा जोन के डाक अधीक्षक एसएस मंडल ने कहा कि एक वर्ष पूर्व ही विभाग को इस परिस्थिति से अवगत कराया जा चुका है. लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने के कारण हम लोग भी खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं.पदाधिकारियों के इन बातों से लगता है कि डाक विभाग बरबीघा में किसी बड़े हादसे होने की इंतजार में बैठा हुआ है. अगर जल्द टूटे भवन का मरम्मत नहीं करवाया गया तो भविष्य में मलबा गिरने के कारण किसी की मौत भी हो सकती है. भविष्य में संभावित इस घटना की पूरी जिम्मेदारी डाक विभाग की ही होगी.



Please Share On