Sheikhpura: बरबीघा प्रखंड के सर्वा पंचायत अंतर्गत राजौरा गांव से गंगा स्नान के लिए गए एक ही परिवार के चार लोगों की डूबने से मौत हो गई. मरने वालों में एक महिला एक पुरुष और दो बच्चे शामिल है. मृतकों की पहचान राजौरा गांव निवासी मुकेश कुमार उनका 12 वर्षीय पुत्र चंदन कुमार उर्फ हर्ष राज तथा 16 वर्षीय पुत्री सपना कुमारी जबकि साकेत कुमार उर्फ पप्पू की पत्नी आभा कुमारी के रूप में की गई है. घटना के संबंध में बताया गया कि पंद्रह दिन पहले घर में एक सौ वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी. क्रिया कर्म खत्म होने के बाद ग्रामीण परंपरा के अनुसार परिवार के 18 से 20 लोग गंगा स्नान के लिए निजी वाहन से बाढ़ के उमानाथ घाट पहुंचे थे.
वहां बनाए गए नए घाट पर सभी परिवार स्नान कर रहे थे. इसी दरमियान सबसे पहले साकेत कुमार की पत्नी आभा कुमारी गंगा के तेज धार में बहकर डूबने लगी. उसे बचाने के लिए रिश्ते में ससुर मुकेश कुमार आगे बढ़े और वे भी डूबने लगे. अपने पिता को डूबते देख चंदन कुमार और सपना कुमारी भी आगे बढ़ गई. लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था और एक-एक करके सभी लोग गंगा में समा गए. हालांकि इस दौरान साकेत कुमार उर्फ पप्पू भी अपनी पत्नी को बचाने का प्रयास किया और बेबी डूबने लगे. लेकिन किनारे पर स्नान कर रही एक महिला ने हिम्मत दिखाई और अपनी साड़ी खोलकर उनके तरफ फेंका. साकेत कुमार द्वारा साड़ी पकड़ने के बाद कुछ लोगों ने खींच कर उन्हें बाहर निकाल लिया. घटना के बाद घाट पर चीख पुकार मच गई.
उधर घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय स्तर पर अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी दल बल के साथ घाट पर पहुंचे. स्थानीय गोताखोरों की मदद से लाश को खोजने का बहुत प्रयास किया गया. कई घंटे के प्रयास के बाद भी गंगा में डूबे एक भी व्यक्ति का लाश बरामद नहीं किया जा सका. इधर गांव से सूचना मिलते ही दर्जनों की संख्या में ग्रामीण घाट पर पहुंच चुके थे. सबसे पहले बदहवास हो चुके परिवार को ग्रामीणों ने निजी वाहन से घर पहुंचवाया और शव की खोज में जुट गए हैं. जानकारी के मुताबिक पटना जिले के बाढ़ के अनुमंडल अधिकारी के पहल पर पटना से एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच कर शव को खोजने में जुट गई है.
वहीं इस घटना के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है. गांव की तमाम गलियां मानो वीरान सी हो गई है. सभी लोगों की जुबां से एक ही आह निकल रही थी भगवान ऐसी विपत्ति किसी को ना दे. आसपास के लोग रोते बिलखते परिवार को ढांढस बंधाने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन परिवार उन चार लोगों को याद करके बदहवास सिर्फ रोए जा रहा था.परिवार का क्रंदन भरा दृश्य देखकर गांव के अधिकांश लोगों की आंखें भी नम हो गई थी.
घटना में अपने पति और पुत्र तथा पुत्री को गंवाने वाली क्रांति देवी की मनोदशा काफी खराब हो चुकी. घटना के बाद से ही वह होश में नहीं है. क्रांति देवी मृतक मुकेश कुमार की पत्नी तथा चंदन कुमार और सपना कुमारी की मां है. गंगा स्नान करने के लिए परिवार के साथ गई क्रांति देवी का सब कुछ लुट गया. होश में आने के बाद एक ही बात कहती है,केकरा सहारे रहबय जी रजवा और फिर बेहोश हो जाती है. उसकी यह दशा देखकर आसपास मौजूद दर्जनों की संख्या में ग्रामीण महिलाएं भी फफक फफक कर रो रही थी. घटना के बाद पीड़ित साकेत कुमार उर्फ पप्पू ने जिला प्रशासन के साथ-साथ सरकार से मांग किया है कि उनके परिवार जनों की लाश खोज कर उनके हवाले कर दिया जाए. ताकि वे लोग उनका अच्छे से दाह संस्कार कर सकें.