
बरबीघा:-नीतीश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल आज भी कई गांव में शोभा की वस्तु बनकर रह गई है.ऐसा ही एक मामला बरबीघा प्रखंड के काजी फत्तूचक गांव से भी सामने आया है. दरअसल गांव में जल स्तर नीचे चले जाने के कारण शुद्ध पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है. गांव के वार्ड नंबर 11 में अधिकांश चापाकल ने पानी उगलना बंद कर दिया है.ऐसे में लोगों के

लिए आशा की किरण नल जल योजना थी.लेकिन वह भी बरसों से बेकार पड़ा हुआ है. लगभग दो वर्ष पहले नल जल योजना के तहत बोरिंग किया गया था. लेकिन आज तक जल मीनार का निर्माण नहीं होने के कारण यह सुचारु रुप से चालू नहीं रहता है.यही नहीं अधिकांश घरों में आज तक कनेक्शन भी नहीं पहुंचा है. ग्रामीण कमलेश पासवान,चंदन कुमार,जुगनू महतो आदि ने बताया कि कार्य पूरा करने के लिए संवेदक से कई बार गुहार लगाई गई. लेकिन संवेदक ने समस्याओं का समाधान करने की बजाय ग्रामीणों को “जहां जाना है जाओ” कह कर काम कराना पूरी तरह से छोड़ दिया है. यही नहीं कभी-कभार गांव के लोग डायरेक्ट मोटर चला कर पानी भरते थे.लेकिन मोटर चलाने के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रीपेड मीटर में बैलेंस खत्म होने की वजह से बिजली भी कट चुकी है. नल जल योजना के संवेदक ने ग्रामीणों का फोन उठाना भी बंद कर दिया है. ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को कई बार आवेदन
दिया गया लेकिन कोई पहल नहीं हो पाई.वही लोगों ने बताया कि अब डीएम के जनता दरबार में मामले को उठाया जाएगा. बरहाल ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से नल जल योजना का कार्य पूर्ण नहीं होने तक चापाकल की व्यवस्था करवाने की मांग की है.


