Sheikhpura: पंचायती राज के योजनाओं में फर्जीवाड़ा करने की कीमत एक अकाउंटेंट को अपनी नौकरी देकर चुकानी पड़ी. दरअसल जिले के बरबीघा प्रखंड के पिंजड़ी पंचायत के योजनाओं में पंचायती राज के अकाउंटेंट राहुल कुमार के द्वारा फर्जीवाड़ा किया गया था. इस संबंध में जून महीने में जिलाधिकारी के समक्ष लिखित शिकायत पंचायत सचिव ब्रजेश कुमार के द्वारा दर्ज करवाया गया था.
पंचायत सचिव ब्रजेश कुमार ने बताया कि पिंजड़ी पंचायत के भदरथी गाँव में एक सीढ़ी छठ घाट का निर्माण कराया गया था. घाट बनाने के लिए निर्माण सामग्री सत्यम इंटरप्राइजेज मेंहुस से खरीदा गया. लेकिन अकाउंटेंट के द्वारा योजना की पहली किस्त की राशि ₹122000 जबरन अपने पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड शीतला इंटरप्राइजेज के खातों में कर दिया गया. जब दूसरी किस्त की राशि का भुगतान भी शीतला इंटरप्राइजेज में करने के लिए अकाउंटेंट ने पंचायत सचिव पर दबाव बनाया तब बात बिगड़ गई थी. पंचायत सचिव ने बताया कि इस योजना के अलावा कई अन्य योजनाओं की राशि भी अकाउंटेंट द्वारा निर्मित अपने पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड मां शीतला इंटरप्राइजेज में भुगतान करवाया गया था. उन्होंने बताया कि राहुल कुमार की पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड मां शीतला इंटरप्राइजेज के पास किसी भी प्रकार की निर्माण सामग्री नहीं है. इस इंटरप्राइजेज से किसी प्रकार का कोई निर्माण सामग्री खरीदे बगैर ही भुगतान गलत तरीके से इसी के खाते में किए जाने का दबाव बनाया जाता था. यह कार्य पंचायतों को प्रदत्त डोंगल आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग करके किया जाता था. जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आदेश दिया था. जांच के दौरान आरोप सही पाए जाने पर राहुल कुमार से स्पष्टीकरण पूछा गया था. लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण आखिरकार उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया.
लगभग बतीस लाख रुपए की हुई है घपलेबाजी
पंचायत सचिव के आरोप के बाद जिलाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को भी जांच करने के लिए कहा गया था. जांच के दौरान 3176527 रुपए का राहुल कुमार द्वारा अपने पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड फर्म मां शीतला इंटरप्राइजेज में भुगतान करने का मामला सामने आया था. वहीं जांच के दौरान ही लखीसराय जीएसटी विभाग से भी इस बात की जांच करवाई गई थी. जांच के दौरान वहां जीएसटी के भुगतान में भी घपला बाजी का मामला सामने आया. मामला सत्य पाया जाने पर और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण अकाउंटेंट राहुल कुमार को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया.