बरबीघा:-बरबीघा नगर क्षेत्र के गंगटी मोड़ पर गुरुवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब भीड़ ने एक व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर जमकर धुनाई कर दिया.हालांकि मौके पर पहुंच कर केवटी ओपी थाना पुलिस ने व्यक्ति को हिरासत में लेकर मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बाल-बाल बचा लिया.हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान बरबीघा नगर क्षेत्र के महादेव गंज मोहल्ला निवासी संजीत कुमार उर्फ पिंटू साव के रूप में किया गया है.
जानकारी के मुताबिक आरोपी अपने मोहल्ले के ही पांच नाबालिग लड़कियों को ई रिक्शा पर बैठाकर बरबीघा से सरमेरा की तरफ जा रहा था.गंगटी मोड़ के पास पहुंचने के बाद वहां पर पूजा के लिए चंदा करने वालों लोगों ने उसे रोका तब मामले का भंडाफोड़ हो गया. ई रिक्शा पर सवार सभी पांच लड़कियां रोते हुए उतरकर अपने घरों की तरफ भागने लगी. इसके बाद स्थानीय लोगों ने उस व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर जमकर पिटाई करना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे मोब लिंचिंग होने से बचा लिया.थाना प्रभारी हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इसमें से एक लड़की जय लक्ष्मी के पिता तथा महादेव गंज मोहल्ला निवासी अरविंद साव के द्वारा ही प्राथमिकी दर्ज कराया गया है. मामले को लेकर अरविंद साव ने बताया कि उसकी पुत्री चंदूकुआं स्थित डीएवी मध्य विद्यालय में पांचवी कक्षा में पढ़ती है. प्रत्येक दिन वह 3:00 बजे के आसपास विद्यालय से घर आ जाती थी. लेकिन गुरुवार को जब वह 4:00 बजे के आसपास भी घर नहीं पहुंची तब परिजनों ने उसका खोजबीन शुरू किया.खोजबीन के दौरान ही मोहल्ले से चार अन्य लड़कियों के गायब होने की बातें सामने आई.उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से ही उन्हें उनके पड़ोसी संजीत कुमार के द्वारा लड़कियों को बहला-फुसलाकर बाहर ले जाने की बात पता चली.जिसके बाद वे अपनी बच्ची को लेकर सीधे केवटी ओपी थाना पहुंचे और आरोपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है. थाना पहुंची बच्ची जय लक्ष्मी ने भी बताया कि उसके साथ-साथ लक्ष्मी कुमारी,दुर्गा कुमारी, आयुषी कुमारी तथा मनीषा कुमारी नामक लड़कियों को भी पड़ोस में रहने वाले अंकल ई रिक्शा पर बैठाकर बाहर ले जा रहे थे.हम लोग रोते चिल्लाते रहे लेकिन अंकल ई रिक्शा नहीं रोक रहे थे. वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि चार अन्य बच्चों के माता-पिता से संपर्क नहीं हो पाया है.पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. जांच पड़ताल के बाद ही पता चलेगा कि सच में बच्चा चोरी करके ले जाया जा रहा था यह कोई और मामला था.दूसरी तरफ संजीत कुमार ने बताया कि पड़ोस की बच्चियों को घुमाने के इरादे से ई रिक्शा पर बैठाया था. लेकिन भीड़ ने उसे बच्चा चोर समझ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. फिलहाल पुलिस के जांच के बाद ही मामले का पूरी तरह से खुलासा हो पाएगा