Sheikhpura: जिले के जिलाधिकारी सावन कुमार सोमवार को अपना इलाज करवाने के लिए अचानक रेफरल अस्पताल बरबीघा पहुंच गए. अस्पताल पहुंचकर डीएम आम आदमी की तरह सबसे पहले लाइन में खड़े होकर अपना रजिस्ट्रेशन कराया. इससे पहले अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत मासिक शिविर लगा हुआ था.
अस्पताल में अत्यधिक भीड़ होने के कारण काफी देर तक आम लोगों को भनक भी नहीं लगी कि जिलाधिकारी लाइन में खड़े होकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद वे सीधे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर फैसल अरशद के पास पहुंचे. डॉक्टर फैसल अरशद ने उनका बीपी शुगर सहित अन्य प्रकार से जांच करने के बाद कई तरह की दवाएं भी लिखी. वहां से निकलकर जिला अधिकारी सीधे दवा लेने के लिए भी काउंटर पर महिलाओं के साथ लाइन में खड़े हो गए. करीब बीस मिनट तक लाइन में खड़े रहने के बाद दवा काउंटर पर तैनात फार्मासिस्ट द्वारा उन्हें दवाई दी गई.
इसके बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने बताया कि अस्पताल में अभी भी बहुत सारी कमियां है. जिसे दूर करने के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कहा गया है. इस दौरान एक मीडियाकर्मी ने पूछा कि अगर आपको अभी अल्ट्रासाउंड की जरूरत पड़ जाए तब आप क्या करेंगे? इस पर जिलाधिकारी सावन कुमार ने कहा कि अस्पताल में बरसों से अल्ट्रासाउंड का मशीन रखा हुआ है. मशीन को चलाने के लिए जिस टेक्नीशियन की जरूरत पड़ती है वह अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. टेक्नीशियन की अनुपलब्धता के कारण ही अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था रेफरल अस्पताल बरबीघा में बाधित है.
हालांकि उन्होंने कहा कि जल्द ही इस बात को लेकर उपर तक विभागीय चिट्ठी लिखा जाएगा. जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था भी सुचारु रुप से चालू करवाने का वादा किया. आगे उन्होंने अस्पताल में अत्यधिक भीड़ होने पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि जल्द ही नवनिर्मित फाइबर फैब अस्पताल में ओपीडी सेवा भी शुरू करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि डॉक्टर द्वारा पुर्जे पर लिखी गई सभी प्रकार की दवाई अस्पताल में उपलब्ध पाई गई जो खुशी की बात है. इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत लगाई गई शिविर का भी जायजा लिया. वही डीएम की इस कार्यशैली को देखकर आम लोगों में भी उनके प्रति आदर का भाव देखा गया. लोगों ने कहा कि अगर जिले के सभी पदाधिकारी हमारे जिलाधिकारी के जैसा व्यवहार करें आम लोगों को पदाधिकारियों से किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं रहेगी.