शेखपुरा में एक दशक पूर्व गर्भाशय निकालने के मामले में पीडितो को मिलेगा 84 लाख..धरती के भगवान पर लगे कलंक को मिटाने का प्रयास

Please Share On

Sheikhpura:-धरती के भगवान माने जाने वाले चिकित्सकों द्वारा चंद रुपयों के खातिर गर्भाशय निकाल कर सरकारी राशि निकालने के मामले में सरकार द्वारा संवेदनशीलता दिखाते हुए पीड़ितों को 84 लाख रुपए और देने का काम शुरू किया है. जिलाधिकारी सावन कुमार ने इस संबंध में 84 लाख रुपए पीड़ितों के बीच वितरित करने के लिए सिविल सर्जन को राशि उपलब्ध करा दी है.

आगौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 2010-11 में जिले के बड़ी संख्या में लोगों के अकारण गर्भाशय निकालने का मामला प्रकाश में आया था. जिस कारण बड़ी संख्या में महिलाओं की शिकायत के बाद सरकार द्वारा सभी पीड़ितों को 2017 में 50-50 हज़ार रुपए की क्षतिपूर्ति राशि दी गई थी. सरकार द्वारा अब यह योजना भी एक दशक पूर्व ही बंद की जा चुकी है. इस संबंध में आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना उच्च न्यायालय के आदेश के तहत गृह विभाग द्वारा यह राशि पीड़ितों के लिए जारी की गई है. जिले में यह राशि 34 पीड़ितों को दिया जाना है. इसमें 24 पीड़ित 40 वर्ष से कम आयु के हैं. जबकि 10 की आयु 40 वर्ष से ऊपर की है. 40 वर्ष से कम आयु वाले प्रत्येक को ढाई लाख की क्षतिपूर्ति राशि दी जानी है. इसमें से 50,000 पहले दी गई राशि के कटौती के बाद अब प्रत्येक को दो-दो लाख रुपए की राशि दी जाएगी. जबकि 40 वर्ष से ऊपर के 10 पीड़ितों को डेढ़ लाख रुपए की क्षतिपूर्ति राशि दी जानी है. जिसमें से पहले दिए गए 50 हज़ार रूपए की कटौती करते हुए इन सभी को एक-एक लाख रूपये की राशि प्रदान की जाएगी. यह सभी 34 पीड़ित जिले के सभी क्षेत्रों के



सुदूरवर्ती गांवों के निवासी हैं. सदर प्रखंड शेखपुरा और अरियरी के 10-10 पीड़ित हैं. जबकि शेष 14 पीड़ित अन्य चार प्रखंडों के हैं. जिलाधिकारी द्वारा इस संबंध में राशि जारी करने के बाद सिविल सर्जन कार्यालय से पीड़ितों को राशि पहुंचाने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

Please Share On