
Sheikhpura:-अपने कार्यकाल में चर्चित रहे शेखपुरा के विभिन्न विभागों के 18 कर्मियों और बिचौलियों पर भ्रष्टाचार का आरोप है.भ्रष्टाचार के आरोप में इन कर्मियों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का शिकंजा कसने लगा है. इस मामले में निगरानी ने भ्रष्टाचार के आरोप से घिरे कर्मियों की सूची एवं ब्यौरा शेखपुरा डीएम सावन कुमार को भेजा है. इस ब्यौरे के आधार पर निगरानी ने जांच रिपोर्ट की मांग की है.निगरानी विभाग के इस कार्रवाई के

बाद शेखपुरा जिले के कई विभागों में भ्रष्टाचार का जारी खेल का खुलासा तय माना जा रहा है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक पटना ने पत्र के माध्यम से शेखपुरा डीएम को विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते हुए जांच कराने की बात कही है. परिवहन कार्यालय से जुड़े आठ बिचौलियों के नाम शामिल है.पत्र के अनुसार शेखपुरा जिला के परिवहन कार्यालय से जुड़े सात बिचौलिया और एक कर्मी का निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के भ्रष्टाचार से जुड़े 18 नाम सामने आ रहे हैं. परिवहन विभाग में शेखपुरा शहर के जखराज स्थान निवासी अमित कुमार हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने के लिए अधिकृत थे. वर्तमान में वे लखीसराय जिले में काम कर रहे हैं. इसी प्रकार सूची में शामिल रघु कुमार, नवीन कुमार, संजय कुमार, नवल कुमार, मनोज ठाकुर, उपेंद्र प्रसाद, हेमंत कुमार का नाम पूर्व से ही कथित रूप से बिचौलिए के रूप में आता रहा है.निगरानी के द्वारा जिला समाहरणालय को भेजे गए पत्र में निबंधन कार्यालय के एमडीसी अमित कुमार,लिपिक विजय बरनवाल जो वर्तमान में घाटकुसुंभा प्रखंड में पदस्थापित हैं, इसके अलावा निबंधन कार्यालय के राम पदारथ पासवान, कंप्यूटर ऑपरेटर कुंदन


कुमार, चालक सिंटु कुमार का भी नाम शामिल है. इसके अलावा शेखपुरा नगर परिषद के बड़ा बाबू रंजीत ठाकुर,उनके सहयोगी गुलाम सरफुद्दीन उर्फ कैफ खान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए गए हैं.शेखपुरा अंचल के पूर्व नाजिर सह प्रधान लिपिक त्रिभुवन कुमार सिंह का नाम शामिल है. वह इस मामले पर जिलाधिकारी सावन कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला निगरानी विभाग से पूरा मामला है. जांच पड़ताल करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल स्थानीय स्तर पर किसी प्रकार का कोई कार्यवाई नहीं किया जा रहा है.
