
Sheikhpura:-शेखपुरा जिले के शान 44 वर्षीय अनारकली की आकस्मिक मौत से पूरे जिले में गम का माहौल छा गया. अनारकली की अंतिम संस्कार सदर प्रखंड के मेंहुस गांव में किया जाएगा. दरअसल अनारकली कोई और नहीं बल्कि जिले की एकमात्र हथिनी थी. पिछले 44 वर्षों से यह मेंहुस गांव निवासी सूर्यमणि सिंह के घर की शोभा बढ़ा रही थी. रविवार की देर रात्रि अचानक

उसकी मौत होने से पूरा परिवार भी सदमे में है.अनारकली ना केवल उक्त गांव का बल्कि वर्तमान में शेखपुरा जिला के लिए भी शान की बात थी. जानकारी के मुताबिक सूर्यमणि सिंह को यह हाथी उनके विवाह के वक्त दहेज में मिला था. उस वक्त से ही सूर्यमणि सिंह के परिवार में अनारकली भी एक सदस्य की तरह रह रही थी.परिवार वालों को अनारकली से इतना लगाव था की थोड़ी सी भी तबीयत खराब होने पर पूरा घर मायूस हो जाता था. ऐसे में उसकी आकस्मिक मौत ने पूरे परिवार को अंदर से हिला कर रख दिया है.जानकारी के मुताबिक के कुछ महीने पहले हाथीखाना में एक सांप घुस जाने की वजह से वह लगातार अपने आप को असहज महसूस कर रही थी. कुछ दिनों से बीमार रहने की वजह से उसे रविवार की रात्रि माहौल बदलने के लिए पीलेमान मिल्की चक लाया था. जहां रात में ही सोई हुई मुद्रा में उसकी मौत हो गई. फिलहाल पूरे गांव वाले उसके अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे हुए हैं. अनारकली की मौत के बाद पूरा जिला अपने आप को आहत महसूस कर रहा है.


