DM के पास जाओ या CM के पास कुछ नहीं बिगड़ेगा..ऊपर से लेकर नीचे तक सब कमीशन लेता है..किसान को पैक्स अध्यक्ष ने दी खुली चुनौती

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Sheikhpura:शेखपुरा जिले में अधिकांश जगह पैक्स अध्यक्ष की मनमानी किस कदर किसानों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा इसका जीता जागता नमूना सदर प्रखंड के कैथमा गांव में देखने को मिला. यहां के पैक्स अध्यक्ष को किसी भी पदाधिकारी का कोई भी डर नहीं है. किसानों से नमी के नाम पर जबरदस्ती धान की कटौती करने के बाद विरोध करने पर किसानों को खुली चुनौती दी जा रही है.पैक्स अध्यक्ष किसानों को डीएम के पास या

जिलाधिकारी को दिया गया आवेदन

सीएम के पास जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने का दावा करता है. यह सभी आरोप गांव के ही किसान गोपाल कुमार ने पैक्स अध्यक्ष रंजीत कुमार के ऊपर लगाया है.मामले को लेकर शेखपुरा के जिला अधिकारी के पास एक लिखित आवेदन भी दिया गया है. गोपाल कुमार ने बताया कि उसने 4908kg धान 11 दिसंबर को पैक्स अध्यक्ष के यहां बेचा था. नमी के नाम पर किसान खुद 148kg धान कम करके मात्र 4760kg  का मूल्य पैक्स अध्यक्ष से मांगा था. लेकिन इसके बावजूद पैक्स अध्यक्ष रंजीत कुमार ने पुनः 2 पॉइंट नमी होने काबालाजी हवाला देकर 160 kg धान का कटौती करते हुए मात्र 4600kg धान का ही पेमेंट किया. किसान ने जब इस बात का विरोध किया तब उसे वहां से दुत्कार कर भगा दिया गया. गोपाल कुमार ने पैक्स अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि लगभग ₹3200 मूल्य का धान जबरन रख लिया गया है. गोपाल कुमार ने जिलाधिकारी से संबंधित मामले में उचित कार्रवाई करते हुए उन्हें काटे गए धान का मूल्य दिलवाने का आग्रह किया है.हालांकि गोपाल कुमार के आरोपों में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है.एक तो किसानो पहले से ही सुखाड़ और मधुवा कीट के प्रकोप से प्रभावित होकर जैसे तैसे धान का उपज किया. ऊपर से अब पैक्स अध्यक्ष की इस मनमानी से उन्हें काफी परेशानी और नुकसान हो रहा है. जिले के कई अन्य पैक्स मैं भी धान खरीदारी के समय इस तरह के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं.किसानों ने जिलाधिकारी महोदय से नमी के नाम पर निर्धारित मात्रा में ही धान काटने को लेकर पैक्स अध्यक्ष को आदेश करने का आग्रह किया है.गौरतलब हो कि एक तरफ जिलाधिकारी लगातार सरकारी विभाग के कार्यो में पारदर्शिता लाने का पुरजोर प्रयास कर रहे हैं. लेकिन दूसरी तरफ कुछ विभाग के कुछ पदाधिकारी और कर्मचारी आज भी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं.



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