Sheikhpura: बरबीघा प्रखंड क्षेत्र के सर्वा गांव में संचालित दो आंगनबाड़ी केंद्रों को आज तक अपना भवन नसीब नहीं हुआ. आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 46 और 47 पिछले तीन दशक से अधिक समय से निजी भवन में संचालित हो रहा है. दोनों आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुविधाओं का घोर अभाव दिखा. आंगनबाड़ी केंद्रों पर इस भयानक शीतलहर में बच्चों के बैठने के लिए कोई उचित सुविधा भी दिखाई नहीं दिया. आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 47 पर बच्चे सड़क पर जबकि 46 पर खुले में बैठकर भोजन कर रहे थे. दोनों आंगनबाड़ी केंद्र 80 के दशक से ही संचालित हो रहे हैं.
आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 47 की सेविका विद्यावती कुमारी ने बताया कि हमारे केंद्र पर सहायिका का पद भी पिछले दो वर्षों से खाली है. कोरोना काल शुरू होने से पहले ही सहायिका सेवानिवृत्त हो चुकी है. अकेले जैसे तैसे आंगनबाड़ी केंद्र को संचालित करने में काफी परेशानी हो रही है. सड़क पर बच्चों द्वारा भोजन करने के बाद पर उन्होंने कहा कि अकेले बच्चों को संभालना काफी मुश्किल हो जाता है. जगह की कमी के कारण के बच्चे इधर उधर चले जाते हैं. वही आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 46 की सेविका कुमारी उषा सिन्हा ने बताया कि पूर्व में विभाग द्वारा किराया दिया जाता था तब आंगनबाड़ी केंद्र एक अच्छे भवन में संचालित होता था. लेकिन फिलहाल विभाग से निजी भवन का किराया मिलना भी बंद हो गया है. ऐसे में अच्छी व्यवस्था करना हम लोगों के बस के बाहर की बात है. विभाग से आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुविधा बहाल करने के लिए कई बार कहा गया है. लेकिन बरसों बीत जाने के बाद भी आज भी स्थिति जस की तस बनी हुई है.
यही नहीं सीडीपीओ तृप्ति सिंहा पर उन्होंने जांच के नाम पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगा दिया. इस पूरे मामले पर सीडीपीओ तृप्ति सिंहा से बातचीत करने का प्रयास किया गया. लेकिन उनका सरकारी नंबर बंद रहने के कारण किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं मिल पाई.