Sheikhpura:- शेखपुरा जिला में उस समय राजनीतिक रूप से बवाल खड़ा हो गया जब नवनिर्वाचित सभापति रश्मि कुमारी का एससी केटेगरी का बनाया गया जाति प्रमाण पत्र निरस्त हो गया. जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने का एक लेटर सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. यह चिट्ठी अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी के द्वारा जारी किया गया है. रश्मि कुमारी मूल रूप से शेखपुरा जिले के पूरनकामा गांव निवासी विजय कुमार की पत्नी है.रश्मि कुमारी द्वारा अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र देते हुए शेखपुरा नगर परिषद क्षेत्र से अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित सीट से चुनाव लड़ी गई थी.वे अपने निकटवर्ती प्रतिद्वंदी राजद विधायक विजय सम्राट के भाई संजय गोप के समर्थित उम्मीदवार नुनुवती देवी को हराकर विजेता बनी थी.
विधायक विजय सम्राट के हस्तक्षेप के बाद हुआ खुलासा
इस पूरे मामले में शेखपुरा विधानसभा से राजद विधायक विजय सम्राट के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी को आवेदन देकर इस संबंध में जांच की मांग की गई थी.दरअसल नगर परिषद क्षेत्र से एक अन्य मुख्य पार्षद शुक्ला देवी पति आशीष मांझी हसनगंज शेखपुरा के द्वारा रश्मि देवी के प्रमाण पत्र को गलत ठहराते हुए विधायक विजय सम्राट से जांच की मांग की गई थी.विधायक ने शुक्ला देवी के आवेदन पर संज्ञान लेते हुए अपने लेटर हेड पर अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी को एक आवेदन देकर इस संबंध में जांच करने के आग्रह किया था.इसके बाद पटना सिटी के अनुमंडल पदाधिकारी ने जांच पड़ताल करने के बाद पटना के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा जिसमें रश्मि कुमारी के फर्जी दस्तावेज के आधार पर बनाए गए प्रमाण पत्र को निरस्त करने की बात कही है.
विधायक विजय सम्राट के आवेदन पर अनुमंडल पदाधिकारी ने कराई थी जांच
दरअसल शेखपुरा नगर क्षेत्र के मुख्य पार्षद प्रत्याशी रहे शुक्ला देवी के आवेदन पर विधायक विजय सम्राट ने संज्ञान लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी से सचिन कुमारी के प्रमाण पत्र की जांच करवाने की मांग की थी. अनुमंडल पदाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए दनियावां अंचल कार्यालय से इसकी जांच कराई थी. रश्मि कुमारी का जाति प्रमाण पत्र अंचल कार्यालय से जारी किया गया था.प्रमाण पत्र रश्मि कुमारी पिता महेंद्र प्रसाद,माता बचनमा देवी ग्राम पोस्ट सलारपुर जिला पटना के नाम से निर्गत है. जबकि अंचलाधकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी को दिए गए पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि गांव में महेंद्र मांझी नाम का व्यक्ति रहता है.जांच में महेंद्र मांझी द्वारा बताया गया कि रश्मि कुमारी या रेशमा कुमारी नाम की
उनकी कोई भी पुत्री नहीं है. महेंद्र मांझी ने अंचलाधिकारी को लिखित रूप से भी इस बात से अवगत कराया है. इसके बाद अंचलाधिकारी दनियामा के द्वारा रश्मि कुमारी का निर्गत जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करते हुए बरिए पदाधिकारी को सूचित किया गया.
प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद तरह-तरह की हो रही चर्चा
रश्मि कुमारी का प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद जिले भर में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है. कुछ लोग कह रहे हैं कि अब उनका निर्वाचन भी रद्द किया जा सकता है. उधर रश्मि कुमारी के पति विजय कुमार ने बताया कि यह सब विरोधियों द्वारा उठाया गया एक अफवाह है.उन्हें इस संबंध में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है.हालांकि शेखपुरा जिले में आला अधिकारियों द्वारा इस पर अभी किसी प्रकार का कोई संज्ञान लेने संबंधी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुआ है. अब देखना है कि शेखपुरा की राजनीति किशोर करवट लेती है.