एक साथ मानेगी गणतंत्र दिवस और सरस्वती पूजा मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार

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बरबीघा:-वद्या की अधष्ठिात्री देवी माँ सरस्वती की पूजा कल सभी जगह धूमधाम से की जाएगी. इस बार गणतंत्र दिवस और सरस्वती पूजा एक ही दिन मनाया जाएगा. दिन में जहां लोग झंडोत्तोलन करते हुए झंडे को सलामी देंगे वही शाम में विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना भी करेंगे.सरस्वती पूजा को लेकर प्रतिमाओं को मूर्त रूप देने में जुटे मूर्तिकारों के चेहरों पर इस बार खुशी देखने को मिल रही है.अमूमन मूर्ति कला के कारोबार में इन दिनों काफी तेजी और

चहल पहल देखी जाती थी. लेकिन कोराना काल के दौरान से पिछले दो वर्षों में इस मूर्ति कला पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा था.हालांकि इस बार मूर्तिकारों को पिछले साल की अपेक्षा अधिक मूर्ती बुकिंग होने से अच्छी आमदनी होने के आसार हैं.नप के वार्ड संख्या 22 और 23 नारायणपुर और कोयरीबीघा में मूर्तियों को जीवंत रूप देने में जुटे कुशल युवा मूर्तिकार सुरेंद्र कुमार बताते हैं कि कला के कारोबार पर
महंगाई और पाबंदियों का घना साया पड़ रहा है.पिछले साल सभी कलाकारों द्वारा तैयार किये गए मूर्तियों का आधा हस्सिा भी विक्री नहीं हो सका था.लेकिन इस बार अधिक संख्या में मूर्ति बुकिंग होने से मूर्ति कारों के चेहरे खिले खिले नजर आ रहे हैं. बताते चलें कि बरबीघा से लगभग 50 से अधिक गांव के लोग विभिन्न त्योहारों में मूर्ति ले जाते हैं. इस बार 500 से लेकर 5000 तक की सरस्वती मां की मूर्ति बनाई गई है.मंगलवार से ही ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने अपने पसंद की मूर्ति को विभिन्न वाहनों पर लाद कर ले जाते हुए देखे गए. वही मूर्ति कारों के द्वारा समय पर लोगों को मूर्ति मिल सके इसके लिए मूर्ति को अंतिम रूप देने में जी-जान से जुटे हुए हैं



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