
Barbigha:–कोर्ट के आदेश के बावजूद भी पांच भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है.यह मामला बरबीघा प्रखंड के सामस बुजुर्ग गांव से जुड़ा हुआ है.दरअसल आज से 34 साल पहले गाँव के भूमिहीनों को सरकार द्वारा भूमि का आवंटन करते हुए बासकीत पर्चा दिया गया था.भूमिहीन जगदेव दास, गरीबन पासवान,

उमाचरण दास, रामरतन दास और धौज दास को सरकार द्वारा 22-22 डिसमिल जमीन का बसकित पर्चा दिया गया था. सभी लोगों ने बताया कि जब भी वे जमीन पर कब्जा करने जाते गांव की कई लोग इसका विरोध करते थे.यही नही दो बर्ष पहले पूर्व मुखिया भागवत रविदास के द्वारा आवंटन की गई जमीन पर पंचायत भवन बनाने का भी प्रस्ताव पारित कर दिया गया था. पांचो भूमिहीनों के द्वारा इस प्रस्ताव को कोर्ट में चुनौती दी गई थी.पीड़ितों ने बताया कि कुछ महीने पहले लंबी लड़ाई के बाद फिर से सभी के हक में कोर्ट द्वारा फैसला दिया गया है.बरबीघा के अंचलाधिकारी को आवंटित की गई भूमि की नापी करके सभी को कब्जा कराने का आदेश दिया गया है.यही नहीं शेष बचे भूमि पर ही पंचायत भवन बनाने के लिए जनप्रतिनिधि को निर्देशित किया गया है.पीड़ितों ने बताया कि कोर्ट के आदेश और बासगीत पर्चा होने के बावजूद अंचलाधिकारी द्वारा जमीन की नापी कराकर उन्हें उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. मामले को लेकर बरबीघा थाना में आयोजित शनिवार के जनता दरबार में भी सभी पीड़ित
पहुंचे थे.इस संबंध में अंचलाधिकारी ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बारे में उन्हें पूरी जानकारी नहीं है. अगर इस तरह का कोई बात है तो जल्द ही सभी को नापी करा कर जमीन उपलब्ध करा दिया जाएगा. पीड़ित के तरफ से मौके पर मौजूद सीपीआई के अंचल सचिव धर्मराज कुमार ने कहा कि अगर भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध नहीं करा जाएगा तो पार्टी अंचलाधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हो जाएगी.


