20 दिन पुरानी आशिकी के लिए गोद ली हुई बेटी ने रची खौफनाक साजिश, तेज धार हथियार से डबल मर्डर

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Desk: धन, दौलत और जायदाद की खातिर कई लोग ऐसे ऐसे गुनाह करते हैं कि उसे सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है. ऐसा ही एक मामला कुछ महीने पहले यूपी के कानपुर से सामने आया था. जहां एक बुजुर्ग दंपति को बेरहमी के साथ कत्ल किया गया था. पुलिस कातिल की तलाश में जुटी थी. मगर कातिल हाथ नहीं आ रहा था. मगर जब इस का खुलासा हुआ तो पुलिस के साथ-साथ पूरा यूपी हैरान रह गया था. क्योंकि कातिल कोई और नहीं बल्कि बुजुर्ग दंपति की बेटी थी. जिसने अपने आशिक से इस वारदात को अंजाम दिलाया था. और उन दोनों की आशिकी महज 20 दिन पुरानी थी. वो सुबह का वक्त था, जब कानपुर के बर्रा इलाके से निकली डबल मर्डर की वारदात ने हर किसी को सकते में डाल दिया था. सुबह-सुबह एक घर में रहनेवाली बुजुर्ग दंपति की कातिलों ने गला काट कर जान ले ली थी. लेकिन ये वारदात जितनी भयानक थी, तो इसके पीछे छुपी साजिश की कहानी भी उतनी ही खौफनाक. जिसने लोगों को हैरान कर दिया था. इससे पहले कि कत्ल की ये पूरी कहानी हम आपको सिलसिलेवार तरीके से बताएं, आइए पहले इस वारदात के पीछे की साजिश को समझने की कोशिश करते हैं. रिटायर्ड ऑर्डिनेंस कर्मी मुन्नालाल और उनकी बीवी राजदेवी अपनी बेटी कोमल और बेटे अनूप के साथ बर्रा की ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में रहते थे. बेटी की शादी की तैयारी चल रही थी, जबकि बेटे का अपनी पत्नी से विवाद था और बहू शादी के फौरन बाद ही घर छोड़ कर जा चुकी थी. इसी बीच 5 जुलाई की सुबह बुजुर्ग दंपति अपने-अपने बिस्तर पर मरे हुए पाए गए थे. किसी ने तेजधार हथियार से दोनों का गला काट दिया था.

पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात की छानबीन के दौरान मौका-ए-वारदात के आस-पास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला. जिसमें मोहल्ले के ही रहने वाले रोहित नाम के एक लड़के की तस्वीरें नज़र आई, जो देर रात संदिग्ध तरीके से मौका-ए-वारदात की तरफ जाता हुआ दिखाई दे रहा था. इसी बिनाह पर पुलिस ने रोहित को गिरफ्तार कर लिया. जब पुलिस ने रोहित से सख्ती के साथ पूछताछ की तो आरोपी टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. लेकिन इसके आगे की कहानी इससे भी ज़्यादा हैरान करनेवाली थी. असल में रोहित मरने वाली दंपति की बेटी कोमल का दूसरा ब्वॉयफेंड था, कोमल का पहला ब्वॉयफेंड तो रोहित का सगा भाई राहुल था, जो एक फ़ौजी है, उसकी तैनाती मुंबई में थी. फौजी राहुल ने ही वारदात से 20 दिन पहले अपने भाई रोहित की कोमल से फोन पर कॉन्फ्रेंस कॉल के लिए जरिए बात करवाई थी. लेकिन ये एक कॉन्फ्रेंस कॉल एक भाई के लिए जिंदगी का सबसे बड़ा धोखा साबित हुई. रोहित अब अपने भाई राहुल की गर्लफेंड से ही चुपचाप बात करने लगा और दोनों एक दूसरे करीब आने लगे, जबकि मुंबई में बैठे पहले ब्वॉयफेंड राहुल को इस बात की भनक तक नहीं थी.

दोनों भाईयों से संबंध रखने वाली कोमल अपने मां-बाप से नाराज़ रहती थी. असल में वो रोहित या राहुल में से किसी एक से शादी करना चाहती थी और घरवाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे. ऊपर से कोमल के भाई का तलाक का केस चल रहा था और कोमल को डर था कि कहीं भाई के तलाक के केस में मां-बाप की प्रॉपर्टी हाथ से ना निकल जाए. इसलिए उसने एक तीर से दो शिकार करने का फैसला किया. उसने अपने मां-बाप के साथ-साथ अपने भाई की भी क़त्ल की साज़िश रची और इस साज़िश में उसके पहले ब्वॉयफ्रेंड राहुल के साथ-साथ ब्वॉयफ्रेंड का भाई और कोमल का दूसरा ब्वॉयफ्रेंड रोहित भी शामिल हो गया. 5 जुलाई की रात को दूसरे ब्वॉयफ्रेंड रोहित ने कोमल के साथ मिलकर बुजुर्ग दंपत्ति का कत्ल तो कर दिया, लेकिन खुशकिस्मती से कोमल के भाई की जिंदगी बच गई. दोहरे कत्ल के बाद से ही कानपुर पुलिस हरकत में आ चुकी थी. पुलिस इस मामले की साज़िश का पता लगाने में जुट गई थी. इस परिवार के चार में से दो लोगों का तो कत्ल हो चुका था, बाकी बचे थे दो लोग. यानी बुजुर्ग दंपति की बेटी कोमल और बेटा अनूप. बहरहाल, वक्त गुजरा और बुजुर्ग दंपत्ति के बच्चों से पुलिस ने पूछताछ शुरू की. वारदात को लेकर घर के बेटे अनूप ने बताया कि आधी रात को उसके मां-बाप की हत्या कातिलों ने चापड़ से गला काट कर की और उसे कुछ पता ही नहीं चला, क्योंकि वो फर्स्ट फ्लोर पर बने कमरे में सो रहा था, जबकि नीचे उसके मम्मी-पापा और उसकी बहन सो रही थी. पापा बाहरवाले कमरे में थे, जबकि मम्मी और बहन अंदर वाले कमरे में साथ सोई थी. सुबह-सुबह उसकी बहन ने ही उसे ऊपर जाकर नींद से जगाया और बताया कि किसी ने उनके मम्मी-पापा का कत्ल कर दिया है.

हालांकि इस बयान के साथ-साथ बेटे ने एक और गौर करनेवाली बात कही, वो ये कि बीती रात को उसे चक्कर सा आ रहा था और उसे शक है कि किसी ने उनके खाने में कुछ मिला दिया था. मगर, हैरानी की बात ये थी कि तब तक उनके घर में बाहर से कोई आया भी नहीं था. बेटे के इस बयान से दो सवाल खड़े हो रहे थे. पहला तो ये कि जब क़त्ल से पहले घर में बाहर से कोई आया नहीं था, तो फिर उनके खाने में कोई नशीली चीज़ किसने मिलाई? और दूसरा ये कि जब बहन मां के साथ ही सो रही थी, तो फिर उसे अपनी मां पर हुए हमले का पता क्यों नहीं चला? वाकई, ये मामला बड़ा ही अजीब था. अब पुलिस ने इस घर की बेटी से पूछताछ शुरू की. कोमल ने भी तकरीबन वही कहानी सुनाई, जो उसका भाई सुना रहा था. यानी कातिल आधी रात घर में घुस कर मम्मी पापा की जान लेकर चले गए और जब तक उसकी नींद खुली कातिल घर से निकल चुके थे. हालांकि उसने एक नई बात ज़रूर कही थी कि उसने तीन नकाबपोश कातिलों को घर से भागते हुए देखा था और इनमें उसके भाई अनूप का छोटा वाला साला मयंक गुप्ता भी शामिल था. अब पुलिस ने एक बार फिर घर के बेटे अनूप से बात करने का फैसला किया. असल में अनूप का अपनी पत्नी के साथ तलाक का केस चल रहा था और उसकी पत्नी इन दिनों अलग रहती थी. मुआवजे के तौर पर पत्नी और उसके घरवालों ने अनूप और उसके घरवालों से 50 लाख रुपये की मांग भी रखी थी. ऐसे में अनूप जो कहानी सुना रहा था, उसके मुताबिक उसके मां-बाप का कत्ल उसके सालों ने ही किया था. यानी इस डबल मर्डर का पहला शक अनूप के सालों और ससुरालवालों पर भी था. साथ में अनूप पड़ोस के ही एक दुकानदार पर भी शक जता रहा था. और पुलिस ने इन्हीं इल्ज़ामों के मुताबिक अनूप के ससुरालवालों से पूछताछ भी शुरू कर दी थी. ज़ाहिर है शक अनूप के एक साले समेत तीन नकाबपोश कातिलों पर था, जो आधी रात चुपके से घर में घुस आए थे, ऐसे में पुलिस ने गली में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने का फैसला किया. लेकिन फुटेज में कुछ अलग ही कहानी नजर आ रही थी. फुटेज में तीन नकाबपोश कातिलों की जगह सिर्फ एक ही नकाबपोश शख्स खाली हाथ पैदल ही उनके घर की तरफ आता दिख रहा था और करीब 1 घंटे के बाद वो पैदल ही वापस जाता भी दिखाई दिया. लेकिन वापसी में उसके साथ में एक बैग ज़रूर मौजूद था. ज़ाहिर है जब तीन नकाबपोश कातिल की जगह यही इकलौता शख्स कैमरे में कैद हुआ था, तो शक इसी शख्स पर होना लाज़िमी था.

इस पूरे मामले में तीन ऐसी बातें थीं, जो शक पैदा कर रही थीं. पहली बात ये कि कातिलों ने घर में घुस कर हत्या की, लेकिन घर में किसी को इस बात का पता नहीं चला. ख़ास कर बेटी को जो खुद मां के साथ एक ही बिस्तर पर सो रही थी. दूसरी, बेटी ने बताया कि उसने तीन नकाबपोश कातिलों को भागते हुए देखा था, तो फिर सवाल ये था कि उसने शोर क्यों नहीं मचाया? और तीसरी बात ये कि कातिल घर में इतने आराम से कैसे दाखिल हो गए? जबकि आम तौर पर रात को लोग दरवाज़ा बंद करके सोते हैं. ये तीन अहम बातें घर की बेटी कोमल को शक के दायरे में ला रही थी. अब जब पुलिस ने उससे गहन पूछताछ की, तो वो सवालों का जवाब देने में लड़खड़ाने लगी. खास कर घर का दरवाज़ा खुला होने, कातिलों को देखने के बावजूद उसके चुप रह जाने, दो-दो क़त्ल के बावजूद खुद के बेख़बर होने का उसके पास कोई जवाब नहीं था. उसके दोनों हाथों पर चोट के निशान भी थे. ऐसे में जब पुलिस ने उससे सख्ती की तो आख़िरकार उसने मान लिया कि उसी ने अपने आशिक रोहित के साथ मिलकर अपने मां-बाप की आधी रात घर में हत्या की है. पूछताछ में कोमल ने बताया कि उसने रोहित के साथ मिलकर इस कत्ल की प्लानिंग की थी. यहां तक कि वो मां-बाप के अलावा अपने भाई अनूप को भी मारना चाहती थी. कुछ इसी इरादे ने उसने बीती रात मां-बाप के साथ-साथ भाई को भी जूस में जहर मिलाकर दिया था, लेकिन भाई ने जूस पूरा नहीं पीया. जबकि उसके मां-बाप जूस पीकर सो गए थे. कत्ल के दौरान भी आधी रात उसने ऊपर जाकर अपने भाई अनूप को जगाने की कोशिश की थी, ताकि प्रेमी के हाथों उसका भी गला कटवा दिया जाए, लेकिन गहरी नींद में सो रहे अनूप ने पहली बार में दरवाज़ा नहीं खोला और तब मां-बाप की जान लेकर ही आशिक रोहित फरार हो गया और प्लान बी के मुताबिक कोमल ने अपने भाई को जगा कर मां-बाप के क़त्ल का ड्रामा शुरू कर दिया. अब पुलिस का शिकंजा घर की बेटी कोमल पर पूरी तरह से कस चुका था. उससे गहराई से पूछताछ की जा रही थी. छानबीन में पुलिस को पता चला कि कोमल को अब से कोई 24 साल पहले मुन्नालाल और राजदेवी ने अपने एक रिश्तेदार से गोद लिया था. यानी उन्हें कोई बेटी नहीं थी. यही वजह है कि उन्होंने कोमल को गोद लेकर बडे नाजों से पाला था. लेकिन उन्हें क्या पता था कि एक दिन उनकी यही गोद ली हुई बेटी उनके कत्ल की वजह बन जाएगी.

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एक्सेलेंस कॉन्वेंट स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

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Sheikhpura: प्रसिद्ध शिक्षण एक्सेलेंस कॉन्वेंट स्कूल में दीपावली के अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में विद्यालय के सभी बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. विद्यालय के अलावा आस-पास के बहुत सारे लोग रंगोली के आयोजन को देखने पहुँचे थे. लोगों एवं शिक्षकों ने सभी छात्र एवं छात्राओं का मनोबल बढ़ाया. सभी छात्रों को छः टीम में बांट दिया गया था. विद्यालय के निर्देशक शत्रुघ्न कुमार ने इस आयोजन की अगुआई करते हुये बच्चों को बताया की कम से कम पटाखे का उपयोग कर अपने-अपने घर में रंगोली बनाये जिससे वायु प्रदूषण कम से कम हो सके.

विद्यालय के प्रधानाध्यापक ई० पिंकेश आनंद ने बताया की पूरे छः टीम में से लड़कियों की टीम की अगुआई करते हुए देवांशी की टिम को प्रथम स्थान मिला. दूसरे स्थान पर अंकुश की टीम एवं आयूस की टीम को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ. तीनो टीमों ने एक से बढ़कर एक रंगोली बनाकर अपनी रचनात्मक और कलात्मकता का प्रदर्शन किया है. प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले देवांशी की टीम ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं नारी शक्ति को बखूबी दर्शाया. दूसरे स्थान पर रहने वाले अंकुश के टीम ने हमारे देश में होने वाले किसान की आत्महत्या को रंगोली के माध्यम से दर्शाया है.

ई० पिंकेश आनन्द ने सभी बच्चों को पुरस्कृत करते हुए बताया कि इस तरह के सोच रखने वाले बच्चे ही देश के भविष्य को विश्व पटल पर अग्रसारित करेंगे तथा अपने देश का नाम रौशन करेंगे. आयोजन को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं व अन्य सदस्यों का भी अभूतपूर्व योगदान रहा. अन्ततः आयोजन का समापन करते हुये आनन्द सर ने बच्चों को सुरक्षित दीवाली मनाने का भी सलाह दिया है.

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डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, बच्चों ने दिखाई अद्भुत कला

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Sheikhpura: बरबीघा के डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल में दीपावली के शुभ अवसर पर बच्चों के बीच रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई. जिसमें बच्चों ने कलात्मकता एवम सृजनशीलता की एक-से-बढ़कर एक अद्भुत प्रस्तुति दी. विद्यालय के प्राचार्य सुधांशु शेखर ने बताया कि प्रोग्राम इन-चार्ज स्नेहलता पांडेय, मणिमाला कुमारी, नूतन कुमारी, कहकशां परवीन और आनंद कुमार के निर्देशन में सीनियर, मिड्ल और जूनियर तीन ग्रुप में बंटे बच्चों के बीच इस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ.

जिसमें बच्चों ने अबीर और अन्य वस्तुओं की मदद से एक-से-बढ़कर एक आकर्षक रंगोली बनाई. आज़ादी का अमृत महोत्सव, बेटी बचाओ, अंगदान, तथक बच्चों पर सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव जैसे संदेशों से लेकर इतिहास और आस्था के विषय इस वर्ष की रंगोली के आकर्षक थीम रहे. ‘ब्रांड बिहार’ की थीम को भी इस वर्ष की रंगोली में विशेष स्थान दिया गया. बच्चों को आगे चलकर “ब्रांड बिहार” बनने एवम बिहार को राष्ट्रव्यापी-विश्वव्यापी गौरव दिलाने को लेकर यह संदेश दिया गया है.

सीनियर केटेगरी में  अंकिता कुमारी-सोनालिका कुमारी, प्रियांशु शंकर-सुशांत कुमार एवम इरफ़ा तहसीन-चित्रा पटेल की टीम पुरस्कृत हुई.मिड्ल कैटेगरी में पल्लवी जोशी-आर्या सौरव, सोनाली कुमारी-प्रिय कुमारी एवम प्रिया रानी-मुस्कान कुमारी की टीमें श्रेष्ठ रहीं.जूनियर कैटेगरी में अनुष्का कुमारी-अंशिका कुमारी, अंशिका शर्मा-अंशिका कुमारी एवम ओनली कुमारी-अनोखी कुमारी की टीम विजेता रही. विद्यालय के निदेशक रोहित प्रसाद सिंह, प्राचार्य सुधांशु शेखर, वरिष्ठ शिक्षक अरविंद मानव एवम अन्य शिक्षकों द्वारा बच्चों को पुरस्कृत किया गया. निदेशक रोहित प्रसाद सिंह ने विद्यालय परिवार को दीपोत्सव की बधाई दी.

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फेरीवाला भी नहीं है बरबीघा में Safe, बीच सड़क हाथ से मोबाइल छीन उचक्का हुआ फरार

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Sheikhpura: नगर परिषद बरबीघा क्षेत्र में आए दिन उचक्कों के द्वारा अलग-अलग तरीके से लोगों को लूटा जा रहा है. बरबीघा शेखपुरा रोड में मिर्जापुर गांव के पास रविवार की सुबह भी एक फेरीवाले का एंड्राइड फोन लेकर उचक्का फरार हो गया.

घटना के बाद अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए बरबीघा थाना में आवेदन दिया गया है. मामले को लेकर पश्चिम बंगाल राज्य के मुरादाबाद का रहने वाला आसिफ अली ने बताया कि वह वर्तमान में बरबीघा नगर क्षेत्र के माउर गांव के पास एक किराए के मकान में रहता है. वह बाइक पर प्लास्टिक से बने उत्पादों का गांव-गांव घूमकर बिक्री करता है.

रविवार की सुबह भी वह मिर्जापुर गाँव के पास मुख्य सड़क मार्ग पर कुछ लोगों को समान दिखा रहा था. उसी समय बाइक पर सवार दो लोग आए और भरोसे में लेकर आसिफ अली से बात करने के बहाने उनका एंड्राइड मोबाइल मांगा. इधर जैसे ही आसिफ अली लोगों को समान दिखाने में व्यस्त हुआ उधर पलक झपकते ही दोनों उनका मोबाइल लेकर फरार हो गए. थानाध्यक्ष सुनील दत्त ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. बताते चलें कि बरबीघा में इस तरह की घटना इससे पहले भी कई बार घट चुकी है.

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घर में सो रहे थे घरवाले, चोर ने कर दिया बड़ा कांड

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Sheikhpura: बरबीघा प्रखंड क्षेत्र के केवटी गांव में शनिवार की रात्रि अज्ञात चोरों ने एक घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया. इस दौरान घरवाले सोए रह गए और चोरों ने लगभग पचास हज़ार से अधिक की संपत्ति की चोरी कर ली.

मामले को लेकर गृह स्वामी जयपाल राउत ने बताया कि अज्ञात चोर घर के पीछे से दीवाल के सहारे पहले छत पर चढ़ा. उसके बाद में नीचे उतर कर घर में रखा नकदी और कीमती कपड़े सहित अन्य सामान की चोरी कर ली. यही नहीं घर के एक कमरे में वर्षों से चल रहे दुकान में रखा हजारों रुपए का पटाका भी चुरा लिया.

उन्होंने बताया कि चोरों ने सबसे पहले घर के नीचे एक कमरे में रखे एक पेटी, बक्सा और सूटकेस को तोड़कर उसमें रखा लगभग ₹40000 नगद निकाल लिया. जिस रास्ते से चोर घर में प्रवेश किए थे उसी रास्ते से वापस भी भाग निकले. इस दौरान परिवार के सभी लोग प्रथम तल पर सोए हुए रह गए. चोरी का पता परिवार वालों को तब लगा जब रविवार की सुबह उनकी नींद खुली और घर में सामान बिखरा हुआ पाया. वही मामले को लेकर केवटी ओपी थाना में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है. गौरतलब हो कि पीड़ित के छत के ऊपर किसी प्रकार का कोई दरवाजा नहीं लगा हुआ है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि छत के सहारे ही चोर घर में प्रवेश किए और चोरी की घटना को अंजाम दिया.

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जिला स्तरीय बाल-विज्ञान कांग्रेस में संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने मारी बाजी

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Sheikhpura: 30वीं जिलास्तरीय बाल-विज्ञान-कांग्रेस-2022 जिसका आयोजन 21 अक्टूबर 2022 को राजराजेश्वर उच्च विद्यालय बरबीघा में किया गया. इसमें जिले के तमाम स्कूलों के बच्चों ने विज्ञान से संबंधित-प्रोजेक्ट के जरिए स्थानीय समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया.

जिसमें सरकारी से लेकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले या कहीं नहीं पढ़ने वाले 13-19 वर्ष तक के कई बच्चे शामिल हुए एवं विभिन्न-विभिन्न प्रकार के मॉडल प्रस्तुत किए. इसके लिए पूरे बिहार को 4 जोन में बांटा गया है. बिहार के विभिन्न जिलों में यह करवाई जा रही है इसके बाद जिले भर के विज्ञान शिक्षकों को उनके बाल वैज्ञानिकों के साथ प्रोजेक्ट तैयार करने के तरीके बताए जाएंगे. इसके लिए कार्यशाला का आयोजन होगा.

इसमें संस्कार पब्लिक स्कूल कि सुष्मिता रानी ने प्राकृतिक खेती को जीरो बजट खेती क्यों कहते हैं तथा इसमें उर्वरक और कीटनाशक खरीदने की जरूरत क्यों नहीं पड़ती के साथ-साथ इससे किसानों का खर्च कैसे कम होता है से संबंधित मॉडल प्रस्तुत की जिससे कि किसानी में लगातार बढ़ रहे रसायनों के इस्तेमाल से हमारी धरती जो जहरीली होती जा रही है कैसे बचाया जा सके. तो वहीं दूसरी छात्रा तानिया कुमारी ने सूखे में सिंचाई का अभिनव विचार से संबंधित मॉडल की प्रस्तुति की तत्पश्चात इस कार्यक्रम में उपस्थित जजों द्वारा एक प्रोजेक्ट को जिला स्तर पर चयनित किया गया तो दूसरे को प्रोजेक्ट मॉडल लेवल पर चयनित किया गया.

ध्यान दें की इसके बाद जिलास्तरीय आयोजन में से 10 प्रोजेक्ट का चयन कर राज्यस्तरीय आयोजन के लिए भेजा जाना था, जिसमें संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने शेखपुरा जिले में जिले के तमाम विद्यालयों को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल किया. सभी बच्चे इसके बाद प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों से बात करते हुए काफी उत्साहित दिखे जिसके बाद विद्यालय के विज्ञान के शिक्षक ने सभी बच्चे को आने वाले समय में और अच्छा करने के लिए प्रेरित किया.

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गोड्डी गांव में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, झाड़ियों में छुपा कर रखी गई विदेशी शराब पुलिस ने किया बरामद

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Sheikhpura: एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार कार्रवाई करते हुए केवटी ओपी पुलिस ने विदेशी शराब बरामद करने में सफलता पाई है. इस बार पुलिस ने कुटौत पंचायत के गोड्डी गांव से झाड़ियों में छुपा कर रखी गई 29 कार्टन देसी शराब बरामद किया.

सभी कार्टन में नाईट गर्ल ब्रांड की 750ml की बोतलें रखी हुई थी. हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर शराब कारोबारी वहां से भागने में सफल रहे. मामले को लेकर नालंदा जिला के सरमेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत प्यारेपुर गांव निवासी गोरेलाल सिंह और कन्हैया सिंह को नामजद अभियुक्त बनाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज किया गया है.

थाना प्रभारी हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नामजद अभियुक्त गोरेलाल सिंह पूर्व में भी शराब मामले में कई बार जेल जा चुका है. ऐसा माना जा रहा कि दीपावली और छठ त्योहार में शराब को खपाने के लिए बाहर से लाया गया था. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि विदेशी शराब की खेप झाड़ियों में छुपा कर रखी गई है. गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी किया गया जहां से पुलिस ने 29 कार्टन में विदेशी शराब बरामद किया. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस फरार शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी में जुट गई है.

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लोडेड पिस्तौल और 5 जिंदा कारतूस के साथ बदमाश गिरफ्तार, लूटपाट के मामले में चल रहा था फरार

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Sheikhpura: शेखपुरा थाना के गस्ती दल ने टोटिया पहाड़ वाजिदपुर के निकट से एक युवक को एक लोडेड पिस्तौल और 5 जिंदा कारतूस के साथ खदेड़कर धर दबोचने में सफलता पाई. इस बाबत नगर थाना अध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक विनोद राम ने बताया कि युवक गस्ती दल के वाहन को देखकर भागने लगा. तभी गस्ती दल का नेतृत्व कर रहे थाने के एएसआई रामजी प्रसाद को युवक पर शक हुआ और उनके नेतृत्व में युवक को खदेड़कर धर दबोचा गया.

युवक की तलाशी लेने के दौरान उसके कमर से एक लोडेड देसी पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किया गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक नगर थाना क्षेत्र के कारे गांव निवासी स्व सरयुग यादव के पुत्र मनोहर यादव उर्फ बबलू कुमार के रूप में चिन्हित किया गया.

थाना अध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश के विरुद्ध स्थानीय थाना में रंगदारी टैक्स वसूलने और ट्रक चालक से लूटपाट करने का एक मामला पहले से दर्ज है. उन्होंने बताया कि यूपी के एक ट्रक चालक के द्वारा दर्ज कराई गई लूटपाट प्राथमिकी में इसकी तलाश पुलिस को पहले भी थी. गिरफ्तार बदमाश को जेल भेज दिया गया. जबकि बरामद पिस्तौल और कारतूसों को पुलिस ने जब्त कर ली.

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बालू ठेका मामले में MLA सुदर्शन कुमार ने कर दिया साफ, कहा- नहीं किया नियम का उल्लंघन, कोर्ट का आदेश पढ़ लीजिए

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Sheikhpura: बालू ठेका मामले में बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार पर तरह तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. इस मामले में कहा जा रहा है कि उनकी विधायकी पर खतरा है. कहा यह भी जा रहा है कि सत्ताधारी दल के विधायक सुदर्शन कुमार के फर्म को करोड़ों का बालू का ठेका दिया गया है. विधायक को मिले बालू के ठेके पर आरोप लग रहा है कि उनकी फर्म को ठेका देने के लिए जमकर धांधली की गई. इसके साथ ही बालू के इस ठेके को जन प्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन भी बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि अगर आरोप साबित होते हैं तो विधायक की विधानसभा सदस्यता रद्द की जा सकती है. ऐसे में विधायक सुदर्शन कुमार ने अब सबकुछ क्लीयर कर दिया है.

विधायक सुदर्शन कुमार ने कहा है कि जिस कंपनी को ठेका मिला है वह कंपनी उनके मां के नाम पर है. उनके निधन के बाद वह इसके प्रोपराइटर बने हैं. उन्होंने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है. सुदर्शन ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला भी दिया. उन्होंने कहा कि विधायक होने के बावजूद अगर सरकार के पास तय राशि जमा कर वह कॉन्ट्रैक्ट ले रहे हैं तो इसमें क्या गलत है?

आपको बता दें कि बालू खनन के जिस ठेके को सुदर्शन कुमार को दिया गया है उसमें बोली लगाने वाले गोपाल कुमार सिंह ने यह आरोप लगाया है सरकारी कागजातों में दर्ज है कि सुनीला एंड संस फीलिंग स्टेशन के मालिक सुदर्शन कुमार हैं. सुदर्शन कुमार ने 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने शपथ पत्र में भी इसके बारे में जानकारी दी है.

वहीं इस मामले तो लेकर शेखपुरा जिले के वरिष्ठ पत्रकार निवास कुमार लिखते हैं कि सांसद-विधायक अगर सिर्फ नेतागिरी करेंगे तो वह दरवाजे पर आए जनता को चाय तक नहीं पिला पाएंगे. लिहाजा प्रत्यक्ष या परोक्ष कंस्ट्रक्शन ठेकेदारी, माइनिंग ठेकेदारी, दारू का ठेका, बड़ी कम्पनियों में सप्लाई, ट्रांस्पोर्टिंग, टोल प्लाजा का ठेका  आदि करना उसकी मजबूरी हो जाती है. वर्षों तक कई विधायक लखीसराय, जमुई, नवादा, सोन नदी के बालू  का ठेका ले रहे थे तो कोई चर्चा नहीं होता था. अब जब बरबीघा के जदयू विधायक सुदर्शन कुमार किउल नदी के बालू का ठेका लिए है तो इसमें कौन सी नई बात है. हर कोई बढ़ना चाहता है. उसका भी अपना खर्चा है. उसके मित्र, नातेदार भी रुपया लगाए है, लिहाजा उन्हें भी कमाने का मौका मिलना चाहिए. हाँ यह देखिए कि क्या जदयू के विधायक होने की वजह से नियम से हटकर उन्हें ठेका दिया गया है? क्या ऊंची बोली लगाने वाले को रोका गया ? बात जहां तक विधायक को ठेकेदारी नहीं करने की तो शिकायतकर्ता अपना आवेदन जहां चाहे दे सकते है. नियम तो सभी के लिए एक समान ही है न? मामला जो भी हो एक बात तो तय हो गया कि सुदर्शन कुमार के लखीसराय के बालू के काले खेल में कूदने के बाद जिले की राजनीति नई करवट लेगी. सुदर्शन के बालू के कारोबार में आने से पुराने राजो बाबू के समर्थक को एक नया प्लेटफार्म मिल जायेगा तथा युवाओं की एक नई लॉबी खड़ी होगी जो कही न कही जिले की राजनीति को प्रभावित करेगी. बड़हिया लॉबी नहीं चाहती है कि कोई दक्षिण-पश्चिम का नेता लखीसराय के राजनीति और इकोनामी पर प्रभुत्व जमाये. वर्षों तक उसी इलाके का प्राकृतिक संपदा और विधान सभा पर दबदबा रहा है. आगे देखिए होता है क्या ?लेकिन एक बात तो तय हो गया कि अब ठेका परम्परागत नहीं रहा ,कोई भी कभी भी टपककर पुराने साम्राज्य को धरासाई कर सकता है.

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प्रेमी का घर कुर्की जब्ती करवाने के बाद प्रेमिका हुई थाने में हाजिर, अजब प्रेम की गजब कहानी

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Sheikhpura: बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के दिनकर नगर मोहल्ला में फरार आरोपी के घर कुर्की जब्ती होने के बाद प्रेमिका बुधवार को थाने में हाजिर हो गई. मामले को लेकर सब इंस्पेक्टर संगीता कुमारी ने बताया कि लड़की का फर्द बयान दर्ज कराने के लिए उसे कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा.

दरअसल 24 अक्टूबर 2021 को दिनकर नगर मोहल्ला निवासी सुजीत कुमार नाम का युवक एक लड़की को लेकर फरार हो गया था. मामले को लेकर 27 अक्टूबर 2021 को अपहरण की एक प्राथमिकी बरबीघा थाने में दर्ज कराई गई थी. कानूनी कार्रवाई के दौरान लड़का को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कई बार घर पर नोटिस भेजा गया था. कुर्की जब्ती करने से पहले लड़के के घर पर इश्तेहार भी चिपकाई गई थी. लेकिन जब पुलिस सारी प्रक्रिया कर के थक गई तब इसी वर्ष 14 अक्टूबर 2022 को लड़का के घर में कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गई थी.

इस दौरान पुलिस ने घर का किवाड़ खिड़की सहित सारा सामान को जब्त कर लिया था. पुलिस की इस कार्रवाई से घबराकर आखिरकार प्रेमिका बुधवार को बरबीघा थाने में हाज़िर हो गई. हालांकि इस बार भी आरोपी सुजीत कुमार ने थाने में सरेंडर नहीं किया. थानाध्यक्ष सुनील दत्त ने बताया कि बरामद लड़की से कोर्ट में बयान दर्ज करवाने के बाद उसी बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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