बगीचे में घूम रहे प्रेमी जोड़े को लोगों ने पकड़ा, प्रेमी बचकर हुआ फरार, प्रेमिका को थाने ले गई पुलिस

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Sheikhpura: बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के बाईपास रोड स्थित एक बगीचे में घूम रहे प्रेमी जोड़े को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया. जब तक दोनों को पुलिस के हवाले किया जाता तब तक लोगों के चंगुल से छूटकर प्रेमी भागने में सफल रहा. वही मौके पर पहुंची पुलिस लड़की को हिरासत में लेकर थाने ले कर चली गई.

ग्रामीण सूत्रों के अनुसार दोनों प्रेमी जोड़े बगीचे में अश्लील हरकत कर रहे थे. उधर से गुजर रहे एक आदमी की नजर उस पर पड़ी तो शोर मचाया जिसके बाद वहां काफी लोग इकट्ठा हो गए. थानाध्यक्ष सुनील दत्त ने बताया कि लड़की नाबालिक थी जिसे थाने से पूछताछ के बाद ही परिजनों के हवाले कर दिया गया. लड़की नालंदा जिला के सरमेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव की बताई गई.

लड़की के वेशभूषा से प्रतीत हो रहा था कि वह हाई स्कूल की छात्रा थी. थानाध्यक्ष ने बताया कि अगर प्रेमी पकड़ा जाता तो निश्चित तौर पर लड़की के बयान पर कार्रवाई की जाती. प्रेमी जोड़े की यह हरकत काफी देर तक शहर में चर्चा का विषय बना रहा.

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अचानक से डीएम साहब पहुंच गए स्कूल, खुल गई मास्टर साहब की पोल

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Sheikhpura: हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर बिहार में स्कूल की स्थिती को लेकर लगातार चर्चा हो रही है. अलग अलग जिलों में स्कूल की दयनीय स्थिती को लेकर स्टोरी की जा रही है वहीं कुछ एक जगहों पर पत्रकार और टीचर के बीच झड़प देखने को मिल रही है. ऐसे में आज जिले के बेलाव मुसहरी टोला विद्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जिले के तेजतर्रार डीएम सावन कुमार पहुंच गए.

निरीक्षण के दौरान डीएम सावन कुमार ने पाया कि बच्चों को रूम के बजाय खुले छत पर पढ़ाया जा रहा था. वहीं विद्यालय में 45 बच्चों के बजाय मात्र 20 बच्चे ही स्कूल में उपस्थित थे. ताज्जुब तो डीएम साहब को तब लगा जब एक भी बच्चे बिना ड्रेस में पाए गए.

डीएम सावन कुमार की कार्यशैली का जिले में हर कोई कायल है. ऐसे में निरीक्षण के दौरान डीएम साहब ने काफी बारीकी से हर एक चीज को देखा. इस दौरान उन्होंने पाया कि स्कूल में साफ सफाई बिल्कुल भी नहीं थी. इतना ही नहीं बल्कि स्कूल में जो खिचड़ी बन रही थी उसमें भी गुणवत्ता का घोर अभाव था. इन सारी चीजों को देख डीएम सावन कुमार प्रभारी पर काफी नाराज दिखे और एक रिपोर्ट इस बारे में मांगी है.

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CM नीतीश ने बनाया EBC आयोग, जानें अध्यक्ष और सदस्यों के नाम…

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Desk: बिहार सरकार ने नगर निकाय चुनाव में ईबीसी आरक्षण के लिए अति पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन कर दिया है. आयोग के अध्यक्ष नवीन कुमार आर्य को बनाया गया है. वहीं अरविंद निषाद, ज्ञान चंद पटेल और तार केशर ठाकुर को आयोग का सदस्य बनया गया है. सभी सदस्य कल सुबह 10.30 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे. नवीन आर्य जदयू प्रदेश के महासचिव हैं, जबकि अरविंद निषाद जदयू के प्रवक्ता हैं.

राज्य सरकार ने नगर निकाय के चुनाव का रास्ता अति पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के साथ साफ कर दिया है. चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने राज्य सरकार व अन्य की पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई की. राज्य सरकार ने कोर्ट को बताया कि अति पिछडे़ वर्ग के राजनीतिक पिछडे़पन के लिए एक विशेष कमीशन का गठन किया गया है.

ये कमीशन राज्य में अतिपिछडे़ वर्ग में राजनीतिक पिछडे़पन पर अध्ययन कर राज्य सरकार को रिपोर्ट सौपेंगी. इसके बाद राज्य सरकार के रिपोर्ट के आधार पर राज्य चुनाव आयोग राज्य में नगर निकायों का चुनाव कराएगी. कोर्ट ने इसके साथ ही राज्य सरकार व अन्य द्वारा दायर पुनर्विचार याचिकाओं को निष्पादित कर दिया.

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नगर निकाय चुनाव को लेकर बड़ी खबर, पटना हाईकोर्ट ने सशर्त चुनाव कराने की दी अनुमति

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Desk: नगर निकाय चुनाव को लेकर पटना हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने सशर्त चुनाव कराने की अनुमति दे दी है. पटना हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश मानने की शर्त में निकाय चुनाव कराने की अनुमति दी है. बता दें कि बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के ट्रिपल टेस्ट के आदेश को मानने के वायदे के साथ हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की थी. याचिका पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस की बेंच ने सरकार की ओर से दिए गए आश्वासन के आधार पर निकाय चुनाव कराने की प्रकिया शुरू करने की अनुमति दी है.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव में तभी पिछड़े वर्ग को आरक्षण दिया जा सकता है, जब सरकार ट्रिपल टेस्ट कराए. सरकार ये पता लगाए कि किस वर्ग को पर्याप्त राजनीति प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है. वहीं, नीतीश सरकार सुप्रीम कोर्ट का फैसला माने बगैर चुनाव कराने में लगी थी, जिस पर पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा दिया था. इसके बाद सरकार ने कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की थी.

हाईकोर्ट के फैसले के बाद बैकफुट पर आयी बिहार सरकार अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मनने की कवायद शुरू कर दी है. यही कारण है कि नीतीश सरकार रातों रात बिहार में अति पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया है. आयोग बिहार में उन जातियों का पता लगाएगी, जिन्हें पर्याप्त राजनीतिक भागीदारी नहीं मिल रही है. बिहार सरकार इसी आयोग का हवाला देकर हाईकोर्ट गई थी. बिहार सरकार ने हाईकोर्ट में कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, टिपल टेस्ट कराने की प्रक्रिया में लग गई है.

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एसकेआर कॉलेज में एनसीसी के प्रथम प्रशिक्षण शिविर का हुआ उद्घाटन

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Sheikhpura: नगर परिषद बरबीघा क्षेत्र के एसकेआर कॉलेज में करीब तीन दशक के बाद एनसीसी का प्रथम प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हो गया. कॉलेज के ग्राउंड में प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य डॉ नवल प्रसाद द्वारा नारियल फोड़कर किया गया. इस मौके पर प्राचार्य के अलावा डॉ० राज मनोहर,डॉ० वीरेंद्र पांडे, डॉ० कुंदनलाल, उपेंद्र प्रकाश दास, उज्जवल कुमार भगत,जितेंद्र कुमार आदि प्रोफ़ेसर भी उपस्थित रहे.

इस संबंध में डॉक्टर नवल प्रसाद ने बताया कि तीन वर्षीय प्रशिक्षण के दौरान कुल 54 छात्र-छात्राओं का चयन किया जाना है. मंगलवार को शुरू हुए प्रशिक्षण शिविर में पहले वर्ष के लिए 10 छात्र और 8 छात्राओं सहित कुल 18 विद्यार्थियों का चयन किया गया.

चयनित होने वाले विद्यार्थियों को सबसे पहले शारीरिक दक्षता परीक्षा से गुजरना पड़ा. प्रशिक्षक और चयनकर्ता के रूप में मुंगेर-9 बिहार बटालियन से हवलदार आकाशदीप सिंह और रंजीत सिंह को भेजा गया है. सबसे पहले विद्यार्थियों की दौड़ की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और उसके बाद उचित लंबाई वाले विद्यार्थियों का चयन किया गया. डॉ प्रसाद ने आगे बताया कि इसमें विद्यार्थियों को ‘ए’  ‘बी’ और ‘सी’ तीन ग्रेड में सर्टिफिकेट दिया जाता है. एक वर्ष का प्रशिक्षण लेने वाले ‘ए’ ग्रेड में दो वर्ष का प्रशिक्षण लेने वाले ‘बी’ ग्रेड में तथा तीन वर्ष का प्रशिक्षण लेने वाले विद्यार्थी ‘सी’ ग्रेड का सर्टिफिकेट पाते हैं. ‘सी’ ग्रेड का प्रशिक्षण पाने वाले प्रशिक्षणार्थियों को बिहार पुलिस सहित अन्य सैन्य वहालियो में काफी छूट दिया जाता है.

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बिहार में 11 IPS अफसरों का तबादला, विकास वैभव को जानिए क्या मिली जिम्मेदारी

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Sheikhpura: गृह विभाग ने मंगलवार की रात 11 आइपीएस अफसरों का तबादला कर दिया जबकि दो आइपीएस को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के साथ ट्रैफिक आइजी रहे एमआर नायक को मगध क्षेत्र, गया का नया आइजी बनाया गया है.

वहीं अब तक गया के आइजी रहे विनय कुमार को आइजी पुलिस मुख्यालय की नई जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा वह बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के आइजी के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे. अभी तक आइजी मुख्यालय के पद पर रहे गणेश कुमार को तकनीकी सेवाएं एवं वितंतु में आइजी का पद दिया गया है. इसके अलावा वह आइजी आधुनिकीकरण के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे. आइजी आधुनिकीकरण रहीं केएस अनुपम को गृह विभाग का नया विशेष सचिव बनाया गया है. अभी तक विशेष सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे आइपीएस विकास वैभव को आइजी सह अपर महासमादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अ​ग्निशाम सेवा की जिम्मेदारी मिली है.

दयाशंकर के निलंबन के बाद जमालपुर रेल एसपी आमिर जावेद को पू​र्णिया का नया एसपी बनाया गया है. सहायक पुलिस महानिरीक्षक (क्यू) निलेश कुमार को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-पांच का अतिरिक्त प्रभार जबकि कटिहार रेल एसपी संजय भारती को जमालपुर रेल एसपी का अतिरिक्त प्रभार मिला है.

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राज्य स्तर पर संत मेरीस स्कूल के बच्चे हुए सम्मानित, प्रिंसिपल ने सभी बच्चों को दी बधाई

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Sheikhpura: कला संस्कृति युवा विभाग बिहार सरकार के तत्वाधान में आयोजित दक्ष सम्मान समाहरोह के तहत संत मेरीस स्कूल के कुल 9 बच्चों को पाटलीपुत्रा खेल कॉम्प्लेक्स पटना में सम्मानित किया गया. राज्य स्तरीय विद्यालय खेल कूद प्रतियोगिता  का आयोजन मार्च महीना में निर्धारित स्थलों पर आयोजित किए गए थे. जिसमे संत मेरीस स्कूल के कुल 50 छात्र छात्राओं ने शेखपुरा जिला का प्रतिनिधित्व कर 9 पदक प्राप्त कर गौरवान्वित करने का काम किया था.

राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में प्रशांत भूषण 92 किलोग्राम वजन में स्वर्ण पदक, अविनाश शंकर 42 किलोग्राम में कांस्य पदक, उची कूद 17 वर्षीय बालक वर्ग में सोनू कुमार 1.65 मीटर छलांग लगाकर कांस्य पदक प्राप्त किया वहीं ताईक्वांडो प्रतियोगिता में हरिओम कुमार कांस्य पदक, सक्षम कुमार कांस्य, सन्नी कुमार कांस्य, आशिया महमूद कांस्य, प्रतिज्ञा कुमारी रजत, सपना कुमारी कांस्य पदक प्राप्त किए थे.

इसके उपलक्ष्य में बिहार सरकार के द्वारा नकद राशि सर्टिफिकेट एवं किट देकर सम्मानित करने का काम किया गया. इस बार स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले को 10000 रजत पदक प्राप्त करने वाले को 5000 एवं कांस्य पदक प्राप्त करने वाले को 2500 पुरस्कार के रूप दिया गया. संस्थान के प्राचार्य प्रिंस पीजे एवं निदेशिका दीप्ति केएस खेल प्रशिक्षक शरद कुमार ने सभी बच्चों को बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के कामना की.

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अभी-अभी: गायत्री पेट्रोल पंप के पास टेंपो और स्विफ्ट डिजायर कार के बीच हुई टक्कर, बाल-बाल बचे सभी लोग

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Sheikhpura: बरबीघा शेखपुरा रोड में गायत्री पेट्रोल पंप के पास अभी-अभी एक टेंपो और कार के बीच सीधी टक्कर हो गई. इस घटना में दोनों गाड़ियां सड़क के किनारे गड्ढे में पलट गई. हालांकि गाड़ी पर सवार सभी लोग बाल-बाल सुरक्षित बच गए.

स्थानीय लोगों ने बताया कि टेंपो शेखपुरा की तरफ से बरबीघा की ओर जा रही थी जबकि स्विफ्ट डिजायर कार पर सवार तीन लोग बरबीघा की तरफ से जमुई जा रहे थे. घटना का कारण सड़क के किनारे रखा हुआ बालू का ढेर और ढेर के ठीक बगल में एक बड़ा सा पत्थर रखा हुआ माना जा रहा है. टेंपो ड्राइवर ने बताया कि वह ट्रक से बचने के लिए गाड़ी को सड़क के किनारे किनारे ले जा रहा था लेकिन अचानक आगे में बालू का घेरा गया और उसके आगे रखे पत्थर पर टेंपो का पिछला चक्का चल गया और गाड़ी पलट गई.

ठीक उसी समय टेंपो के चपेट में एक सुपर डिजायर कार आ गई जिसके बाद वह भी बेकाबू होकर सड़क के किनारे गड्ढे में पलट गई. मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत स्विफ्ट कार डीआर से सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. घटना के बाद मौके पर पहुंची बरबीघा थाने की पुलिस ने फिलहाल टैंपू को जब्त कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. वहीं पुलिस ने बताया कि सड़क के किनारे बालू का ढेर लगाने वाले पर भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.

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बिहार में दो आइपीएस किए गए सस्पेंड, डीजीपी से पैरवी कराने वाले आदित्य और ज्वेलरी शौकीन एसपी दयाशंकर निलंबित

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Desk: बिहार सरकार ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आइपीएस को सस्पेंड कर दिया है. गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार और पूर्णिया के वर्तमान एसपी दयाशंकर को निलंबित कर दिया गया है. गृह विभाग ने कार्रवाई को लेकर निर्देश जारी किया है. पूर्णिया के एसपी दयाशंकर पर आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप था. वहीं गया के पूर्व एसएसपी एवं आइपीएस अधिकारी आदित्य कुमार पर दोस्त अभिषेक अग्रवाल के साथ मिलकर पटना हाईकोर्ट के फर्जी चीफ जस्टिस के नाम पर डीजीपी एसके सिंघल को पैरवी के लिए काल करने का आरोप है.

पूर्णिया के एसपी दयाशंकर के पूर्णिया स्थित सरकारी आवास व अन्य ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने छापे मारे थे. उनके यहां से 68 लाख रुपये मूल्य से अधिक का जेवरात बरामद किया गया था. एसपी के पूर्णिया स्थित सरकारी आवास से 28 लाख के जेवरात एवं पटना के निजी आवास से 40 लाख रुपये मूल्य का आभूषण बरामद किया गया था. इसके साथ 2. 96 लाख नकदी एवं पटना स्थित आवास से 1. 52 लाख बरामद किया गया था.

इधर, हाई कोर्ट का फर्जी चीफ जस्टिस बन डीजीपी एसके सिंघल को काल करने का सनसनीखेज खुलासा बिहार पुलिस ने रविवार किया था. अभिषेक अग्रवाल डीजीपी को आइपीएस अफसर आदित्य कुमार की पैरवी के लिए काल करता था. आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने मुख्य अभियुक्त अभिषेक अग्रवाल को अपने तीन अन्य साथियों के साथ पटना से गिरफ्तार किया था. मामले में गया के तत्कालीन एसएसपी और वर्तमान में एआइजी (आइ) आदित्य कुमार को भी नामजद किया गया है. सभी पर जालसाजी, धोखाधड़ी और साइबर एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं.

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कश्मीर में फंसे 11 बाल मजदूरों को मुक्त कराने के लिए डीएम से मिले उनके परिजन, झारखंड का ठेकेदार झांसा देकर ले गया था साथ

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Sheikhpura: जिले के घाटकुसुंभा प्रखंड अंतर्गत कोरमा थाना क्षेत्र में पड़ने वाले पानापुर गांव के 11 किशोर मजदूरों को नई दिल्ली में नौकरी दिलाने के नाम पर प्रलोभन देकर जम्मू – कश्मीर में लेकर चले जाने और घर वापस लौटने न देने का एक मामला प्रकाश में आया है. इसको लेकर सोमवार के दिन जम्मू – काश्मीर में फंसे किशोर मजदूरों के परिजन ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपने बच्चों को वहां से सुरक्षित वापसी की गुहार डीएम सावन कुमार से लगाई. डीएम से गुहार लगाने पहुंचे काश्मीर ने फंसे बाल श्रमिकों के परिजनों ने बताया कि पानापुर गांव के 11 किशोरों को नई दिल्ली स्थित निजी कंपनी में नौकरी  दिलाने के नाम पर झारखंड के पलामू जिला के हुसैनाबाद निवासी प्रेम प्रकाश सोनी नामक ठीकेदार प्रलोभन देकर अपने साथ ले गए थे.

ठेकेदार उन बाल श्रमिकों को नई दिल्ली ले जाने के बजाय उन्हें जम्मू – कश्मीर लेकर चला गया. जहां किशोरों को परेशानी हो रही है. वहां से वे सभी घर वापस आना चाहते हैं लेकिन उन बच्चों को वहां से आने नहीं दिया जा रहा है. बच्चों को घर वापस भेजने के बदले में एक लाख से दो लाख रुपए तक की मांग की जा रही है. रुपया नहीं देने पर ठेकेदार के द्वारा कहा गया कि दूसरे कंपनी में सभी मजदूरों को भेज दिया जाएगा. अतः किसी तरह से सभी बच्चों को वापसी की मांग की जा रही है.

गुहार लगाने पहुंचे प्रहलाद कुमार के पिता शंभू पासवान ने बताया कि उनका लड़का काफी परेशान है और कॉल करने पर रोता हुआ अपने दुख के बारे में बताता है. कश्मीर में फंसे सब बाल श्रमिक 15 से 17 वर्ष आयु के हैं. जिसमे कई दशवी और इंटर का छात्र है. फंसे बच्चों में पानापुर पंचायत के एक वार्ड सदस्य का पुत्र भी शामिल है. परिजनों ने आरोप लगाया कि अपने बच्चो को ठेकेदार के चंगुल से मुक्त कराने की मांग थाना पुलिस से भी लगाई गई  लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं किया गया. थक हार कर डीएम से गुहार लगाने यहां पहुंचे हैं.

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