BIG BREAKING: मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को मिली 10 साल की सजा

Please Share On

Desk: एके-47 और हैंड ग्रेनेड मामले में राजद विधायक अनंत सिंह को आज एमपी/एमएलए कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है. इस मामले में कोर्ट ने पहले ही उन्हें दोषी करार दिया था. एमपी/एमएलए कोर्ट के विशेष जज त्रिलोकी नाथ दुबे ने अनंत सिंह को देषी करार दिया था. अनंत सिंह मोकामा से राजद के विधायक हैं. अपने दबंग स्टाइल और बेबाक बोली के लिए भी जाने जाते हैं.

16 अगस्त 2019 को बाढ़ सहित विभिन्न थानों की पुलिस ने विधायक अनंत सिंह के पैतृक गांव नदवां स्थित घर में छापेमारी कर एके-47, 7.62 एमएम की 26 गोलियां और दो ग्रेनेड बरामद किया था. पुलिस ने अनंत सिंह और सुनील राम के खिलाफ 4 नवंबर 2019 को आरोप पत्र दाखिल किया था. आरोप पत्र आईपीसी की धारा 414, आर्मस एक्ट की धारा 25 (1-ए), 25 (1-एए), 25 (1-बी), सी, 27 एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3/4 के तहत दाखिल किया गया था. इसमें 13 जून को कानूनी प्रक्रिया पूरी हो गई थी.

इस कांड में पुलिस अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष की बहस पूरी होने के बाद एमपी एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश त्रिलोकी दुबे ने यह फैसला दिया था. इस कांड की सुनवाई स्पीडी ट्रायल के तहत 34 महीने तक चली. इस कांड में विधायक अनंत सिंह को सुप्रीम कोर्ट तक से भी जमानत नहीं मिल पायी. विशेष लोक अभियोजक ने 13 गवाहों को कोर्ट में पेश किया था. विधायक अनंत सिंह की ओर से बचाव पक्ष ने कुल 34 गवाह पेश किए थे.

Please Share On

अग्निपथ योजना के विरोध में आज भारत बंद का एलान, हाई अलर्ट पर GRP और RPF

Please Share On

Desk: मोदी सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं. युवा लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को पहुंचाया है. इसी बीच 20 जून यानी सोमवार को कुछ संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है. इसे लेकर RPF और GRP हाईअलर्ट पर हैं. हालिया हिंसक घटनाओं के बाद RPF और GRP काफी सतर्कता बरत रहे हैं. लिहाजा RPF के सीनियर ऑफिसर्स ने हिंसा करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं. आदेश में साफतौर पर कहा गया है कि हिंसा करने वालों के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी.

भारत बंद के ऐलान के बाद RPF और GRP के अधिकारियों ने कहा है कि चप्पे-चप्पे पर बारीकी से नजर रखी जाएगी. अगर कोई भी प्रदर्शनकारी हिंसा करता है, तो उसके खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा. भारत बंद के दौरान हर गतिविधि की सतर्कतापूर्वक निगरानी की जाएगी. इसके साथ ही मोबाइल, कैमरा, सीसीटीवी से हिंसा करने वालों के खिलाफ डिजिटल साक्ष्य जुटाने के आदेश दिए गए हैं.

GRP के अधिकारियों के मुताबिक वीडियो साक्ष्य के आधार पर संदिग्धों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई होगी. सभी मामले आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किए जाएंगे. भारत बंद के दौरान हिंसा की आशंका के चलते ड्यूटी पर तैनात रहने वाले सुरक्षाकर्मियों से कहा गया है कि वह पूरे सेफ्टी गियर पहनें और स्थिति को नियंत्रण से बाहर न होने दें. RPF कहा है कि सभी ऑफिसर्स जनता के बीच जाएं, लोगों में विश्वास पैदा करें. शरारती तत्वों पर बारीकी से नजर रखें. इसके साथ ही इलाके में फ्लैग मार्च करते रहें. हर घटना की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करें, ताकि बाद में जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके.

Please Share On

Bihar agnipath protest:12 जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगाम, जानिए कौन से साइट्स व ऐप नहीं करेंगे काम

Please Share On

Desk: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में तीसरे दिन भी लगातार बवाल जारी रहा. शुक्रवार की सुबह से ही नवादा, नालंदा, पटना, बक्‍सर, सुपौल, समस्‍तीपुर, मुंगेर, मधुबनी, लखीसराय, बेतिया सहित कई स्‍थानों पर हिंसक घटनाएं हुईं. उग्र प्रदर्शनकारियों ने लखीसराय, समस्‍तीपुर, दानापुर स्‍टेशन पर कई ट्रेनों में आग लगा दी. उपद्रवियों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से अब बिहार सरकार के गृह बिहार ने बिहार के कई जिलों में इंटरनेट सेवा को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है. कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिम चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली और सारण में यह रोक प्रभावी होगा.

गृह विभाग के आदेश के अनुसार 18 जून को विभिन्न पार्टियों द्वारा बुलाए गए बंद के मद्देनजर राज्य सरकार ने 12 जिलों में फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सएप समेत 22 साइट और एप्स पर अगले तीन दिन तक किसी तरह का मैसेज आना-जाना प्रतिबंधित कर दिया है. इस दौरान यू-ट्यूब पर वीडियो अपलोड को भी रोक दिया गया है.

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने इंटरनेट के जरिए मैसेज के लेन-देन को रोकने का यह आदेश जारी किया है. इसके अनुसार, फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, क्यूक्यू, वीचैट, क्यूजोन, ट्यूबलर, गूगल प्लस, बायडू, स्काइप, वाइबर, लाइन, स्नैपचैट, पिनरेस्ट, टेलिग्राम, रेडिट, स्नेप्टिश, यूट्यूब (अपलोड), विंक, जांगा, बुआनेट, फ्लिकर के साथ अन्य वैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स जिनपर बल्क में मैसेज भेजे जाते हों, इनपर प्रतिबंध रहेगा.

 

Please Share On

चिलचिलाती गर्मी से परेशान बिहार के लोगों के लिए अच्छी खबर, पूर्णिया के रास्ते बिहार में मॉनसून की एंट्री

Please Share On

Desk: पूर्णिया के रास्ते बिहार में मॉनसून प्रवेश कर चुका है. अभी पूर्णिया, किशनगंज और अररिया में झमाझम बारिश शुरू हो चुकी है. अगले 48 घंटे में पूरे बिहार में मॉनसून सक्रिय हो जाएगा. आईएमडी पटना के मुताबिक, अरवल जिले के कुछ भागों में अगले 2-3 घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है. कुछ स्थानों पर तेज हवा के साथ वज्रपात की भी संभावना जताई गई है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग पटना ने बताया कि राज्य में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का आगमन अपने सामान्य समय यानी 13 जून को हो चुका है. मॉनसून का प्रभाव राज्य के किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और सुपौल जिलों तक में देखा जा रहा है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 4-5 दिनों में बिहार राज्य के कुछ और हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं. 15 से 17 जून के बीच राज्य में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि जून 2022 में तलहटी वाले जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है.

भारतीय मौसम विभाग की ओर से जारी ताजा पूर्वानुमान में 13 जून को बिहार के कुछ जगहों पर बारिश होने की संभावना जताई गई है. IMD ने 14 जून को प्रदेश में कई जगहों पर हल्‍की-फुल्‍की बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया है. इससे गर्मी से जूझ रहे प्रदेश वासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्‍मीद है. बता दें कि तेज धूप और पुरवैया हवा के कारण पसीने वाली गर्मी से लोग परेशान हैं.

Please Share On

राष्ट्रपति चुनाव की आज होगी घोषणा, 3 बजे PC करेगा चुनाव आयोग

Please Share On

Desk: चुनाव आयोग आज राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का ऐलान करेगा. आयोग तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा जिसमें राष्ट्रपति चुनाव के तारीख की घोषणा की जाएगी. चुनाव आयोग की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस विज्ञान भवन में होगी. देश में नए राष्ट्रपति को 25 जुलाई तक शपथ लेनी है. पिछला राष्ट्रपति चुनाव 2017 में 17 जुलाई को हुआ था. बता दें कि लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा के सदस्य मिल कर राष्ट्रपति के चुनाव के लिए निर्वाचन मंडल बनाते हैं. 776 सांसद (मनोनीत को छोड़ कर ) और विधान सभा के 4120 विधायकों से निर्वाचन मंडल बनता है.

निर्वाचक मंडल का कुल मूल्य 10,98,803 है. एनडीए बहुमत के आंकड़े से मामूली दूरी पर है. अपने उम्मीदवार को राष्ट्रपति बनवाने के लिए एनडीए को बीजेडी और वायएसआरसी के समर्थन की आवश्यकता होगी. पिछले राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को 65.35% मत मिले थे. एनडीए की कोशिश इस बार भी यह आंकड़ा छूने की होगी. पीएम मोदी ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेडडी से मिल चुके हैं. समझा जाता है कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के लिए पीएम ने समर्थन मांगा है. हालांकि, ये दोनों नेता चाहते हैं कि पहले एनडीए उम्मीदवार का नाम सामने आए फिर समर्थन देने पर वह फैसला करेंगे.

राष्ट्रपति कोविंद का कार्याकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. ऐसे में उससे पहले ही नए राष्ट्रपति के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होनी है. चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी जरूरी तैयारियों पर तेजी से काम चल रहा है. बता दें कि भारत के राष्ट्रपति का चुनाव अनुच्छेद 55 के अनुसार आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के एकल संक्रमणीय मत पद्धति के द्वारा होता है.

Please Share On

नीतीश कैबिनेट की बैठक में 12 एजेंडो पर लगी मुहर, जातिगत जनगणना को दी हरी झंडी, ₹500 करोड़ खर्च होने का अनुमान

Please Share On

Desk: बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. नीतीश कैब‍िनट ने जाति आधारित जनगणना को हरी झंडी दे दी है. गुरुवार को बिहार मंत्रिमंडल की महत्‍वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें बिहार में जातिगत जनगणना के प्रस्‍ताव को स्‍वीकार कर लिया गया. सबसे अहम बात यह है कि राज्‍य सरकार अपने खर्च पर यह जनगणना कराएगी. केंद्र सरकार की ओर से किसी तरह की वित्‍तीय मदद नहीं मिलेगी. बता दें कि बुधवार को प्रदेश में जाति आधारित जनगणना कराने को लेकर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इसमें राजद समेत तमाम राजनीतिक दलों के साथ ही भाजपा के नेता भी शामिल हुए थे. सर्वदलीय बैठक में प्रदेश में जातिगत जनगणना कराने पर आम सहमति बनी थी. इसके बाद 2 जून को बिहार कैब‍िनेट की अहम बैठक हुई, जिसमें जातिगत जनगणना कराने के प्रस्‍ताव को हरी झंडी दे दी गई.

बिहार मंत्रिमंडल की हुई अहम बैठक में जातिगत जनगणना को लेकर महत्‍वपूर्ण निर्णय लिया गया. नीतीश सरकार ने फैसला किया है कि प्रदेश सरकार अपने संसाधनों के बूते पर राज्‍य में जाति आधारित जनगणना कराएगी. बता दें कि इस मुद्दे को लेकर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में बिहार के प्रमुख दलों के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिला था. सीएम नीतीश ने बताया था कि उन्‍होंने प्रधानमंत्री से राष्‍ट्रीय स्‍तर पर जातिगत जनगणना कराने का अनुरोध किया था. बुधवार को पटना में इस मसले पर हुई सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने सर्व सहमति से प्रदेश में जाति आधारित जनगणना कराने की बात स्‍वीकार की थी. सीएम नीतीश ने बैठक के बाद सभी दलों के नेताओं के साथ मीडिया से भी मुखातिब हुए थे. उन्‍होंने कहा था कि जातिगत जनगणना के आंकड़ों को सार्वजनिक भी किया जाएगा, ताकि आमलोगों को भी इसको लेकर सूचना रहे.

बिहार के मुख्‍य सचिव आमिर सुबहानी ने बिहार कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसलों की विस्‍तृत जानकारी दी. उन्‍होंने बताया कि जातिगत जनगणना कराने पर 500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. यह राशि आकस्मिकता निध‍ि से खर्च की जाएगी, जिसकी मंजूरी कैबिनेट ने दे दी है. जाति आधारित जनगणना का काम फरवरी 2023 तक चलने का अनुमान जताया गया है. मुख्‍य सचिव ने बताया कि जिलाधिकारी को इस प्रक्रिया का नोडल अधिकारी बनाया जाएगा. उन्‍होंने बताया कि सामान्य प्रशासन विभाग और जिला पदाधिकारी ग्राम पंचायत स्‍तर के अधिकारी और अन्‍य विभागों के तहत काम करने वाले कर्मचारियों की सेवा इसके लिए ले सकेंगे. जातिगत जनगणना के तहत आर्थिक स्थिति का सर्वेक्षण करने का प्रयास भी किया जाएगा. बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार बबलू ने नीतीश कैबिनेट के फैसलों को लेकर अहम जानकारी दी है. उन्‍होंने बताया कि महाराणा प्रताप की जयंती को पटना में राजकीय समारोह के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है. प्रदेश की राजधानी पटना में महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा भी लगाई जाएगी. प्रतिमा लगाने के लिए जगह का चयन जल्‍द ही किया जाएगा.

 

Please Share On

सोनिया गांधी कोरोना पॉजिटिव, बैठकों में शामिल कई नेता भी निकले संक्रमित

Please Share On

Desk: सोनिया गांधी कोरोना संक्रमित हो गई हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह जानकारी दी है. रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि सोनिया गांधी पिछले दिनों जिन नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिली थीं, उनमें से भी कई कोरोना संक्रमित निकले हैं. सुरजेवाला के मुताबिक, सोनिया गांधी को कल शाम को हल्का बुखार आया था, इसके बाद हुए कोविड टेस्ट में वे पॉजिटिव आईं.

सुरजेवाला ने कहा कि सोनिया गांधी ने फिलहाल खुद को आइसोलेट कर लिया है. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है और वह ठीक हो रही हैं. सुरजेवाला ने उम्मीद जताई कि 8 जून से पहले सोनिया ठीक हो जाएंगी. बता दें कि 8 जून को प्रवर्तन निदेशालय ने उनको पूछताछ के लिए बुलाया है. यह पूछताछ नेशनल हेराल्ड से जुड़े केस में होनी है. सुरजेवाला ने कहा कि सोनिया गांधी के दो-तीन दिन में ठीक होने की उम्मीद है.

सुरजेवाला ने कहा कि सोनिया गांधी ने विशेष तौर पर मुझे कहा कि वो 8 तारीख को ईडी के सामने जरूर पेश होंगी.

Please Share On

सिविल सेवा परीक्षा के फाइनल के नतीजे घोषित, श्रुति शर्मा ने किया टॉप

Please Share On

Desk: यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा के फाइनल के नतीजे घोषित कर दिए हैं. जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, वे अपने नतीजे यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं. परीक्षा में श्रुति शर्मा ने टॉप किया है.

यूपीएससी मेंस परीक्षा 2021 में भाग लेने वाले अभ्यर्थी अपना परिणाम यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं. श्रुति शर्मा के बाद अंकिता अग्रवाल को दूसरा स्थान और गामिनी सिंघला को तीसरा स्थान हासिल हुआ है. यूपीएससी सीएसई 2021 फाइनल रिजल्ट में कुल 685 अभ्यर्थियों को चयनित घोषित किया गया है. वहीं 80 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयन के लिए रिकमन्ड किया गया है. इसके अलावा एक अभ्यर्थी का रिजल्ट अभी रोका गया है.

परीक्षार्थियों के मार्क्स रिजल्ट की घोषणा के करीब 15 दिन बाद जारी किए जाएंगे. आपको बता दें कि इससे पहले आयोग ने 17 मार्च को सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2021 का रिजल्ट जारी किया था. मुख्य परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों के इंटरव्यू 5 अप्रैल से 26 मई 2022 तक लिए गए. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 भर्ती के जरिए, आईएएस, आईएफएस, आईपीएस व ग्रुप ए व ग्रुप बी के 749 पदों को भरा जाएगा. हर वर्ष IAS, IPS ऑफिसर बनने का ख्वाब संजोने वाले लाखों उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देते हैं. इस परीक्षा को देश की सबसे चुनौतिपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक माना जाता है.

Please Share On

निकाय चुनाव के लिए सिंबल जारी, उप मुख्य पार्षद बजाएंगे तबला वहीं पार्षद बजाएंगे हारमोनियम

Please Share On

PATNA : बिहार में भले ही यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि निकाय चुनाव कब तक कराए जाएंगे, लेकिन चुनाव को लेकर बिहार निर्वाचन आयोग ने मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद और पार्षद का चुनाव लड़नेवाले उम्मीदवारों के लिए इलेक्शन सिंबल की लिस्ट जारी कर दी है.

मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद एवं पार्षद पद के लिए अलग-अलग चिह्न निर्धारित किए गए हैं. मुख्य पार्षद पद के लिए 32, उप मुख्य पार्षद पद के लिए 21 एवं पार्षद पद के लिए 36 अलग-अलग चुनाव चिह्न निर्धारित किए गए हैं. नगर निकाय (नगर निगम, नगर पर्षद व नगर पंचायत) चुनाव- 2022 में उम्मीदवारों को दिलचस्प चुनाव चिह्न मिलेंगे. कोई कप-प्लेट लेकर वोट मांगता दिखेगा तो काई, सीढ़ी, हारमोनियम, शंख, तराजू, कार और घोड़ा के सहारे अपनी चुनावी नैया पार लगाने की कोशिश करेगा. वहीं कोई हवाई जहाज और ऊंट की सवारी करता हुआ नजर आएगा.

मुख्य पार्षद के लिए निर्धारित चुनाव चिह्न:कप-प्लेट, मोटरसाइकिल, नल, ताला-चाबी, टमटम, प्रेशन कुकर, सिलाई मशीन, कबूतर, चरखा, चारपाई, टाइपराइटर, मछली, वैन, मेज, टेबल लैंप, रेल इंजन, गैस सिलेंडर, हारमोनियम, बल्ब, जलता दीया, कोट, जोड़ा हिरण, मुर्गा, तुरही, कछुआ, लेटर बॉक्स, स्टूल, कुदाल, अलमीरा, जीप, शंख तथा सीढ़ी. उप मुख्य पार्षद के लिए निर्धारित चिह्न:गेहूं की बाली, पीपल का पत्ता, घड़ा, चश्मा, कुल्हाड़ी, टेबल फैन, तितली, पानी का जहाज, आम, स्कूटर, रोड रोलर, बकरी, हाथ ठेला, बत्तख, तराजू, कार, छाता, डमरू, घोड़ा, तबला तथा डोली.

 

कलम व दावात, ढोलक, टेम्पु, वायुयान, मोमबत्तियां, काठ गाड़ी, मोर, चिमनी, कैमरा, पुल, जोड़ा बैल, खजूर का पेड़, बाल्टी, जग, चापाकल, टोकरी, उगता हुआ सूरज, तोता, टेलीविजन, टार्च, डीजल पंप, टॉफी, गाजर, मोबाइल, ट्रैक्टर, कुंआ, कुर्सी, स्टोव, ब्लैक बोर्ड, ऊंट, किताब, सीटी, हंसिया, केतली, गैस चूल्हा तथा सेब जैसे चुनाव चिह्न पार्षद पद के लिए तय किए गए हैं वहीं 25 चिह्न सुरक्षित रखे गए. इनका उपयोग एक क्षेत्र में एक से अधिक उम्मीदवार होने या विशेष परिस्थिति में किया जाएगा. इन सुरक्षित चिह्नों में लट्टू, बगुला, हल, बरगद का पेड़, चौका-बेलन, टोप, लिफाफा, मक्का, कांच की ग्लास, अंगूठी, ट्रक, बांसुरी, भोजन की थाली, माचिस, हैंगर, कंघा, खल-मूसल, खुरपी, नारियल, बल्ला, फ्रॉक, गुड़िया, लेडीज पर्स, ब्रश तथा मोतियों की माला शामिल है.

Please Share On

बटलर ने तोड़ दिया बेंगलुरू का सपना, फाइनल में राजस्थान और गुजरात की होगी टक्कर

Please Share On

Desk: राजस्थान रॉयल्स ने क्वालिफायर-2 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को हराकर इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) के फाइनल में जगह बना ली है. अब 29 मई को राजस्थान रॉयल्स और गुजरात टाइटन्स के बीच खिताब के लिए जंग होगी. राजस्थान रॉयल्स की टीम 14 साल के बाद आईपीएल फाइनल में पहुंची है.

क्वालिफायर-2 गंवाने के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सफर यहां खत्म हुआ और टीम का सपना फिर से टूट गया है. राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 7 विकेट से मात दी है. क्वालिफायर-2 में बेंगलुरु ने पहले बैटिंग करते हुए 157 का स्कोर बनाया था, जवाब में राजस्थान ने 19वें ओवर में सिर्फ 3 विकेट खोकर इस स्कोर को पा लिया. राजस्थान रॉयल्स ने पहला आईपीएल यानी 2008 में खिताब जीता था, उसके बाद टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है. तब राजस्थान रॉयल्स ने शेन वॉर्न की अगुवाई में खिताब जीता था. आईपीएल-2022 शुरू होने से पहले ही शेन वॉर्न का निधन हुआ था, राजस्थान रॉयल्स सीजन की शुरुआत से ही शेन वॉर्न के सम्मान में गेम खेल रही है. ऐसे में अब टीम के पास शेन वॉर्न को श्रद्धांजलि देने का सबसे बेहतरीन मौका है.

जोस बटलर एक बार फिर राजस्थान रॉयल्स के लिए मैच विनर साबित हुए. पूरे टूर्नामेंट में रनों की बरसात करने वाले जोस बटलर एक बार फिर बड़े मौके पर अपनी टीम के लिए सबसे बड़े सितारे बनकर उभरे. जोस बटलर ने क्वालिफायर-2 में शानदार शतक जड़ा और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया. जोस बटलर ने अपनी इस पारी में 60 बॉल खेलीं, जिसमें 106 रन बनाए. बटलर ने ही छक्का जड़कर अपनी टीम को जीत दर्ज कराई. अपनी इस पारी में जोस बटलर 10 चौके और 6 छक्के जमाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 176 का रहा.

Please Share On