बिहार पूर्वी क्षेत्र के पूर्व PMG अनिल कुमार ने राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को दिया बधाई

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Desk News:-बिहार राज्य के पूर्वी क्षेत्र के पूर्व पोस्ट मास्टर जनरल तथा तथा वर्तमान में वेस्ट बंगाल के पोस्ट मास्टर जनरल सह आईएएस अधिकारी अनिल कुमार द्वारा एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को बधाई दिया गया. अनिल कुमार खुद व्यक्तिगत तौर पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मिलने के लिए पहुंचे थे.द्रोपदी मुर्मू को अनिल कुमार ने गुलदस्ता देकर जीत की अग्रिम बधाई

दिया.उन्होंने कहा कि एनडीए के शासनकाल में देश में हर तबके को बिना भेदभाव के आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है.उड़ीस राज्य के आदिवासी महिला नेता और झारखंड के पूर्व राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के नाम का राष्ट्रपति के रूप में एनडीए की तरफ से घोषणा यह दर्शाता है कि देश में अब नफरत की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. वार्ड पार्षद से लेकर विधायक, सांसद और राज्यपाल होते हुए देश के सर्वोच्च पद तक आदिवासी महिला का पहुंचना देश के लिए भी गौरव की बात है. द्रोपदी मुर्मू एक काबिल नेत्री हैं.असमय पति और दो बेटों को खोने के बाद भी हमेशा

द्रोपदी मुर्मू को बधाई देते पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार

देश हित में काम करती रही. उनका यह जीवन शैली और समर्पण भाव बतलाता है कि वह एक मजबूत इरादों वाली महिला नेत्री है.मैं उम्मीद करूंगा कि द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद देश हित में काम करते हुए देश को गौरवान्वित करने का काम करेगी.

 

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इंदिरा गांधी के शासन में देश में लगाया गया आपातकाल को भाजपा नेताओं ने बताया काला अध्याय

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Suraj Sheikhpura:-देश में आपातकाल लगाने के बरसी पर भाजपा द्वारा शेखपुरा कार्यालय मेंप्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर इसे भारतीय लोकतंत्र का काला दिन बताया गया. प्रेस को संबोधित करते हुए भागलपुर युवा जिला प्रभारी सह कार्यक्रम संयोजक आनन्द प्रकाश ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू कर सम्पूर्ण क्रांति के जनक जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, कर्पूरी ठाकुर, सुशील कुमार मोदी,

रविशंकर प्रसाद, नीतीश कुमार जैसे हजारों नेताओं सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी प्रतिबंध लगाकर नानाजी देशमुख के साथ-साथ हजारों स्वयंसेवकों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. व्यक्ति की बोलने की आजादी छीन ली गई, सभा करने की पाबंदी लगाकर, जनता के मौलिक अधिकारों को कुचलने का काम किया गया. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ प्रेस पर भी प्रतिबंध लगाकर सैकड़ों पत्रकारों को गिरफ्तार करना, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को भंग कर देना. 21 महीने के आपातकाल के दौरान एक लाख से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया. इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी ने 62 लाख से भी ज्यादा पुरुषों की जबरिया नसबंदी करा दी. इसमें ऐसे भी पुरुष शामिल थे, जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम या अविवाहित थे. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के द्वारा लगाए गए आपातकाल के लिए राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी देशवासियों से माफी कब मांगेंगे . प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीसा एक्ट के तहत जेल जाने वाले जिले के चुनिन्दा जेपी सेनानियों को सम्मानित किया गया. मीसा एक्ट के तहत जेल जाने वाले गोपाल केशरी, राजकुमार, भगवान दास गुप्ता, वृजनन्दन प्रसाद निराला एवं सत्यनारायण प्रसाद को शेखपुरा भाजपा के द्वारा सम्मानित किया गया. इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रो सुधीर कुमार ने कहा कि आजाद भारत में ऐसा पहली बार हुआ कि देश में आपातकाल किसी राजनीतिक कारणों से लगाया गया. इंदिरा गांधी की कुर्सी सुरक्षित रहे, इसके लिए देश की जनता की आजादी को छीन लिया गया. आपातकाल के दौरान मीसा एक्ट लागू कर गिरफ्तार व्यक्तियों को ना तो कोर्ट में पेश किया जाता था और ना ही उन्हें जमानत मांगने का अधिकार था. उनके साथ क्रूरतापूर्वक व्यवहार किया गया. आपातकाल के दौरान सरकार के विरोध करने वालों का स्थान जेल हुआ करता था. आज के युवा पीढ़ी से आग्रह है कि वो आपातकाल के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें ताकि देश को पुनः इस दंश से गुजरना ना पड़े. उन्होंने आगे कहा कि बिहार सहित अन्य राज्यों में एनडीए सरकार बनने के बाद हमारी सरकार सम्पूर्ण क्रांति व आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले लोगों को सम्मान देते हुए जेपी सेनानी के तौर पर पेंशन देने की शुरुआत की है. शेखपुरा भाजपा ने जेपी सेनानियों का इस वर्ष भी स्वागत व सम्मान करने का काम किया है. प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कुमार सिन्हा ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर, जिला महामंत्री संजय सिंह उर्फ कारू सिंह, आईटी सेल संयोजक गौरव कुमार, चुनाव सेल संयोजक रौशन कुमार, चकन्द्र राम सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

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*भाजपा द्वारा बरबीघा विधानसभा और नवादा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की चर्चा हुई तेज..तैयारी भी हुई शुरू*

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Barbigha-भाजपा के केंद्रीय टीम के द्वारा बिहार राज्य के चार लोकसभा तथा कई विधानसभा में प्रभारी व संयोजक की नियुक्ति के बाद राजनीति गरमा गई है. खासकर एक बार फिर से नवादा लोकसभा और बरबीघा विधानसभा को लेकर चर्चाओं का दौर गरम हो गया है.दरअसल बरबीघा के कद्दावर भाजपा नेत्री तथा प्रदेश मंत्री डॉक्टर पूनम शर्मा को बरबीघा विधानसभा का संयोजक बनाया गया है. राजनीतिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा का संयोजक वैसे ही

लोगों को बनाया गया जो भविष्य में वहां से चुनाव लड़ने की लालसा रखे हुए हैं.चुकी पिछले विधानसभा में भी बरबीघा सीट को लेकर भाजपा और जदयू के बीच काफी खींचतान चला था.ऐसे में भाजपा द्वारा डॉक्टर पूनम शर्मा को बरबीघा विधानसभा का संयोजक बनाया जाना बहुत कुछ इशारा कर रहा है.वही इस संबंध में जब डॉक्टर पूनम शर्मा से पूछा गया उन्होंने कहा कि अगर पार्टी ने भविष्य में टिकट दिया वे निश्चित तौर पर बरबीघा विधानसभा से चुनाव लड़ेगी. गौरतलब हो कि भाजपा के वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा रविवार को बिहार पहुंचे थे.बाल्मीकि नगर, वैशाली किशनगंज तथा नवादा लोकसभा के प्रभारी तथा सभी 24 विधानसभा के प्रभारी व संयोजक के साथ संबित पात्रा द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक भी किया गया.ये सभी वैसे विधानसभा या लोकसभा है जहां किसी कारणवश भाजपा चुनाव नहीं लड़ पाई या फिर छोटी मोटी वजह से चुनाव हार गई थी. नवादा लोकसभा क्षेत्र के रजौली विधानसभा का संयोजक कन्हैया रजवार,हिसुआ विधानसभा का संयोजक अनिल सिंह नवादा विधानसभा का संयोजक संजय कुमार मुन्ना, गोविंदपुर विधानसभा का संयोजक अनिल मेहता वारसलीगंज विधानसभा का संयोजक वर्तमान भाजपा अरुणा देवी तथा बरबीघा विधानसभा का संयोजक पूनम शर्मा को बनाया गया है.

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*बलिदान दिवस पर श्रद्धापूर्वक याद किए गए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी..डॉक्टर पूनम शर्मा के आवासीय कार्यालय पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन*

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Barbigha:-भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 69वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया.इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश मंत्री डॉ पूनम शर्मा के बरबीघा स्थित आवासीय कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.डॉक्टर पूनम शर्मा के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके तैलिये चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया.इसके बाद उनकी याद में वृक्षारोपण कार्यक्रम भी चलाया गया.इस अवसर पर सभी ने राष्ट्रीय एकता को

मजबूत करने के उनके प्रयासों को याद किया. डॉक्टर पूनम शर्मा ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी का महान आदर्श, समृद्ध विचार और लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता हमें प्रेरित करती रहेगी.राष्ट्रीय एकता के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के शिल्पी ना सिर्फ मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने के पक्षधर थे, बल्कि मानते थे कि विकास में जनभागीदारी के बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता.उनमे सत्ता की लालसा नहीं बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के ध्येय को लेकर जनसंघ की स्थापना

श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते भाजपा कार्यकर्ता

की.मुखर्जी ने देश की अस्मिता और अखंडता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया.उन्होंने भारत का पुनः विभाजन होने से बचाया. उनका त्याग, समर्पण और उनके आदर्श युग-युगांतर तक आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे. ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटिशः नमन करती हूँ. गौरतलब हो कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने मुखर्जी को अंतरिम सरकार में उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री के रूप में शामिल किया था, लेकिन नेहरू और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री लियाकत अली के बीच हुए समझौते के पश्चात उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया था.मुखर्जी ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के तहत

बलिदान दिवस के अवसर पर पौधा रोपण करते डॉक्टर पूनम शर्मा

जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुखरता से विरोध किया था.मुखर्जी को 11 मई 1953 को परमिट सिस्टम का उल्लंघन कर कश्मीर में प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था.वर्ष 1953 में 23 जून को जेल में रहस्यमयी परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी थी.तब से भाजपा उनकी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाती है. इस अवसर पर भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष गौतम कुमार, मंडल अध्यक्ष राकेश कुमार, हीरालाल सिंह, अनिल सिंह अजय यादव उमेश सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे

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*मुंगेर जाने के क्रम में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिखाई दरियादिली..जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर ढाबे में पिया चाय*

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Barbigha:- जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का गुरुवार की संध्या बरबीघा पहुंचने पर जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया.ललन सिंह सड़क मार्ग के जरिए अपने संसदीय क्षेत्र मुंगेर जा रहे थे.ललन सिंह ने बरबीघा में पूर्व जदयू के जिलाध्यक्ष अंजनी कुमार के साथ बैठकर होटल आनंद ढाबा में चाय भी पिया.इस दौरान स्थानीय राजनीति पर भी काफी देर तक चर्चा भी

किया.ललन सिंह और अंजनी सिंह की एक सप्ताह के अंदर हुई दूसरी मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है. वही मीडिया कर्मियों ने जब पार्टी के पूर्व दिग्गज नेता आरसीपी सिंह के द्वारा पार्टी तोड़ने संबंधी गतिविधियों के बारे में पूछा तो वे उस पर भड़क उठे. उन्होंने कहा कि पार्टी किसी एक व्यक्ति से नहीं चलता है.जदयू पार्टी आज भी नीतीश कुमार के विचारधारा के साथ बिहार में आगे बढ़ रही है.वही आरसीपी सिंह द्वारा पार्टी छोड़ने संबंधी अटकलों पर उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह का पार्टी में रहने या ना रहने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.समूचा जदयू आज भी नीतीश कुमार के साथ कदम से कदम मिलाकर बिहार में साथ चलने के लिए तैयार है.इसके बाद उन्होंने बरबीघा को अनुमंडल बनाए जाने की मांग संबंधी बातों पर कहा कि जल्द ही इस पर कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा. इसके बाद उन्होंने जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार से वर्षों पूर्व अपने पुराने साथियों के बारे में भी जानकारी ली और उनका कुशलक्षेम पूछा.उन्होंने कहा कि बरबीघा से उनका पुराना नाता रहा है.यहां के कई साथी उनके प्रारंभिक राजनीति के जीवन में भागीदार रहे हैं.इस अवसर पर पार्टी के जिला प्रवक्ता प्रमोद चंद्रवंशी छात्र जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष आनंद कुमार सुधीर सिंह विनोद सिंह, प्रिंस सिंह धीरज कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे

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*निर्वाचन आयोग के आदेश को हाईकोर्ट ने किया निरस्त.अब दो से अधिक बच्चे वाले भी लड़ सकेंगे नगर निकाय चुनाव*

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Bihar:पूरे बिहार में नगर चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है.वार्ड पार्षद पद के उम्मीदवार हो या फिर सभापति व उपसभापति पद के उम्मीदवार, सभी लोग अपने अपने तरीके से गोटी सेट करने में लगे हुए हैं.इस बीच नगर चुनाव को लेकर एक बड़ी खबर भी सामने आई है.खबर के मुताबिक हाईकोर्ट ने उस आदेश को निरस्त कर दिया जिसमें बिहार निर्वाचन आयोग ने यह कहा था तीन व तीन से अधिक संतान वाले लोग चुनाव नहीं लड़ सकते हैं.यही

नहीं सुनवाई के दौरान पटना हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग के आदेश को निरस्त करते हुए पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद अब 3 या 3 से अधिक बच्चे वाले भी नगर निकाय का चुनाव लड़ सकते हैं.

जानिए क्या है नियम:- दरअसल बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 के मुताबिक अगर किसी नागरिक को 4 अप्रैल, 2008 के बाद तीसरा, चौथा या इससे अधिक संतानें हुई हैं, तो वह नगरपालिका निर्वाचन में अभ्यर्थी नहीं हो सकता है. चुनाव लड़ने के लिए उन्हें अधिकतम दो संतान ही होने चाहिए. अगर एक ही बार में जुड़वां या इससे ज्यादा संतान होने से संतानों की संख्या बढ़ी है, तो यह नियम उन पर लागू नहीं होगा. बताते चलें कि चुनाव आयोग ने पटना जिले के नौबतपुर नगर परिषद क्षेत्र के नगर पंचायत अध्यक्ष सरयुग मोची, वार्ड 2 के पार्षद विजय पासवान तथा वार्ड-6 की वार्ड पार्षद पूनम देवी को तीन बच्चा रहने पर अयोग्य करार दिया गया था. आयोग के इस फैसले को पटना हाईकोर्ट में सभी ने चुनौती दी थी. पार्षदों का कहना था कि कानून लागू होने के पूर्व से ही उन्हें तीन बच्चे थे.उनकी ओर से विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र सहित कई दस्तावेज पेश कर बताया गया कि कानून लागू होने के पूर्व वे तीन बच्चे के माता-पिता थे.जिसके बाद कोर्ट ने पार्षदों की ओर से पेश दलील एवं दस्तावेज को सही करार देते हुए आयोग के आदेश को निरस्त कर दिया. इसका अर्थ यह हुआ कि अगर आप 2008 से पहले तीन बच्चों के पिता हैं तो आप नगर निकाय का चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन 2008 के बाद अगर तीसरी संतान के पिता बने हैं पर यह नियम लागू नहीं होता है.

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*तीस दिवसीय सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण शिविर का हुआ उद्घाटन..मुख्य अतिथि डॉ पूनम शर्मा ने फीता काटकर किया उद्घाटन*

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Barbigha:-राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) कौशल विकास कार्यक्रम के तहत नाबार्ड सहयोगी संगठन आधारशिला फाउंडेशन द्वारा 30 दिवसीय नि:शुल्क सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ. सदर प्रखंड अंतर्गत मेंहुस गांव में संचालित साझा कलेक्शन प्राइवेट लिमिटेड के प्रांगण में आयोजित समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ पूनम शर्मा एवं जिला परिषद अध्यक्षा निर्मला कुमारी के द्वारा फीता काटकर किया गया.मेहुस गांव निवासी में राम राघव द्वारा

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह पहल शुरू किया गया है. राघव कुमार ने बताया कि 25 महिलाओं को 30 दिवसीय प्रशिक्षण हेतु नाबार्ड बैंक के तरफ से ₹170000 की राशि आवंटित की गई है. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं खुद को आत्मनिर्भर बनाकर रोजगार का लाभ उठाने के योग्य हो जाएंगी. प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को रोजगार से जोड़कर आर्थिक रुप से मजबूत बनाना है. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली सभी महिलाओं को साझा कलेक्शन प्राइवेट लिमिटेड नामक कपड़ा बनाने वाली कंपनी में नौकरी दिया जाएगा.महिलाएं कंपनी में नौकरी करके ₹6000 तक प्रति महीना कमा सकती है. गौरतलब हो कि यह कंपनी भी राम राघव के दौरान उक्त गांव में ही संचालित किया जा रहा है.वही इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉक्टर पूनम शर्मा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव पर चल रहे समाजिक सुरक्षा के तहत शेखपुरा जिला को केन्द्र ने आकांक्षित जिला के रूप में चयनित किया है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा महिलाओं के प्रति संवेदनशील रहते हुए महिला को भारत के निर्माण मे सहयोगी मानते है. इसी को देखते हुए पूरे देश भर में महिलाओं को भी आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा तरह-तरह के कार्यक्रम महिलाओं के लिए चलाए जा रहे हैं. इस अवसर पर मुखिया जयराम समाजवादी नेता शिवकुमार, संजीव कुमार, चन्दन कुमार, शेखपुरा तथा नालंदा जिला नाबार्ड बैंक के डीडीएम अमृत कुमार बरनवाल, केनरा बैंक के एलडीएम शांति भूषण, शेखपुरा डाक अधीक्षक नीरज कुमार उद्योग विभाग शेखपुरा के जीएम सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे.

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*एमएलसी उम्मीदवार के समर्थन में एनडीए कार्यकर्ताओं ने किया बैठक..मुख्य अतिथि के रूप में नवादा के लोजपा सांसद चंदन सिंह हुए शामिल*

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Barbigha:-भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संजीत प्रभाकर के बरबीघा स्थित महिंद्रा शोरूम में जदयू के एमएलसी उम्मीदवार के समर्थन में एनडीए कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में मुख्य अतिथि के रुप में नवादा के लोजपा सांसद चंदन सिंह शामिल हुए. मंच संचालन का काम खुद भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीत प्रभाकर ने किया. मुख्य अतिथियों सहित विभिन्न पंचायतों से पहुंचे मुखिया और उनके प्रतिनिधियों का स्वागत संजीत प्रभाकर के द्वारा किया गया.बैठक में एक सुर में एनडीए कार्यकर्ताओं ने

जदयू के एमएलसी उम्मीदवार संजय प्रसाद सिंह के समर्थन में वोट दिलवाने का वादा किया.बैठक को संबोधित करते हुए सांसद चंदन सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार की साफ-सुथरी छवि और विकास के कार्यों से प्रभावित होकर जनप्रतिनिधि हमारे एमएलसी प्रत्याशी को जिताने का काम करेंगे. मुंगेर विधान परिषद क्षेत्र के साथ-साथ पूरे बिहार के सभी एमएलसी सीट पर एनडीए समर्थित उम्मीदवारों का जीत का दावा भी किया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आगामी नगर चुनाव में भी एनडीए समर्थित उम्मीदवारों को जिताने का काम किया जाएगा.समारोह को संबोधित करते हुए खुद प्रत्याशी संजय प्रसाद सिंह ने कहा कि पंचायत के जनप्रतिनिधियों पर पूरा भरोसा है. वे नकारात्मक छवि वाले प्रत्याशियों को वोट ना देकर इंडिया के प्रत्याशी को वोट देकर विजय बनाने का काम करेंगे. उन्होंने प्रत्याशियों से उनके हर सुख दुख में साथ निभाने का भी वादा किया.वही सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. पुराने ऑडियो को फर्जी तरीके से प्रचारित करके प्रोपेगेंडा फैलाने का काम किया जा रहा है.जिसे जनप्रतिनिधि कभी सफल होने नहीं देंगे. जनप्रतिनिधि भी सुशासन की सरकार और सबका साथ सबका विकास चाहती है. इस मौके पर सभा को जदयू नेता साकेत बिहारी समारोह की अध्यक्षता कर रहे मेहूस पंचायत के मुखिया जयराम सिंह, शेखोपुर सराय प्रखंड के प्रमुख पति रिहाई पासवान शेखपुरा पूर्वी से जिला पार्षद प्रतिनिधि चंदन सिंह,सर्वा पंचायत के मुखिया पति विनोद सिंह सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी संबोधित किया. मौके पर हीरालाल सिंह, अविनाश कुमार चिंटू सिंह, आनंद शंकर उर्फ चीकू सिंह, अजीत कुमार छोटू, संतोष कुमार पिंटू पासवान जिला परिषद अध्यक्षा पति संजीव कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.

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तो क्या मनहूस बंगले में रह रहे थे मुकेश सहनी, अब तक पटना के 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहने वाले 3 मंत्री नहीं पूरा सके थे अपना कार्यकाल

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Desk: पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ऐसे चौथे मंत्री हो सकते हैं, जो पटना के 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहते हुए अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं. बुधवार को मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी के 3 विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव पार्टी छोड़कर BJP में शामिल हो गए. इस घटना के बाद मुकेश सहनी के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं.

VIP के तीनों विधायकों के BJP में शामिल होने के साथ ही भाजपा ने मंत्री पद से सहनी का इस्तीफा मांग लिया है. दरअसल, पिछले कुछ सालों के इतिहास पर नजर डालें तो बिहार सरकार का जो भी मंत्री 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहता है. वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता. उसे किसी न किसी वजह से मंत्री पद से हाथ धोना पड़ता है.

मुकेश सहनी के 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहने से पहले इस बंगले में पिछली सरकार में मंत्री मंजू वर्मा रहती थीं. 2018 में मंजू वर्मा के पति का नाम मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में आ गया था. इसके बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. मंजू वर्मा से पहले इस बंगले में महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे राष्ट्रीय जनता दल के नेता आलोक मेहता रहते थे. लेकिन 2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन तोड़कर BJP के साथ सरकार बना ली थी. इसके बाद आलोक मेहता भी मंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे.

आलोक मेहता से पहले 2015 में JDU नेता और तत्कालीन आबकारी विभाग मंत्री अवधेश कुशवाहा 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहते थे. लेकिन एक स्टिंग ऑपरेशन में पैसे लेते हुए दिखने के बाद उन्हें भी नीतीश सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था. 6, स्ट्रैंड रोड बंगले के साथ जो इतिहास जुड़ा हुआ है, इसके बाद अब सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या मुकेश सहनी के साथ भी यह घटना दोहराएगी?. क्या सहनी भी ऐसे मंत्री बनेंगे, जो इस बंगले में रहते हुए अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे?

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