Barbigha:-बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डा. श्री कृष्ण सिंह जी के 137 वीं जयंती समारोह के अवसर पर आई.एम.ए. के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सहजानंद प्रसाद सिंह जी के नेतृत्व में माउर बरबीघा से पटना राजभवन तक निकाली गयी संकल्प पदयात्रा आज दिनांक 25.10.2024 को पटना पहुँचा जिसमें सैंकड़ों पदयात्री शामिल ये।
सभी पदयात्रियों को इनकम टैक्स चौराहे पर प्रशासन द्वारा रोका गया एवं कुछ पदयात्रियों के सदस्यों को महामहिम राज्यपाल महोदय से ज्ञापन सौंपने का समय मिला। इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य था कि देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री एवं आधुनिक बिहार के निर्माता डा. श्री कृष्ण सिंह जी को भारत रत्न दिया जाय।
इस पदयात्रा का नेतृत्व डा. ऋषभ कुमार कर रहे थे। पदयात्रा का समापन करते हुए डा. सहजानन्द प्रसाद सिंह ने सभी पदयात्रियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहें कि आप सब ने जितना कष्ट कर 140 किलोमीटर पैदल चल कर आयें, आपके इस संघर्ष को हम खाली नहीं जाने देंगे।
महामहिम से मिलकर आपके बातों से अवगत कराकर जल्द-से-जल्द संज्ञान में लेने को कहेंगे और आपके बिहार के धरोहर श्री बाबू को “भारत रत्न” माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के सरकार में जरूर मिलेगा। इस यात्रा में बरबीघा के गोपाल जी, सुमीत सरकार जी, अभिनव जी, जयंत कमांडो जी, राहुल जी सहित सैंकड़ो लोग शामिल थे।
Barbigha:–वर्तमान समय में विभिन्न सामाजिक सेवाओं के लिए भारतीय डाकघर आम लोगों के लिए सबसे भरोसेमंद संस्थान बन चुका है.भारतीय डाकघर सेवाओं के मॉल के रूप में राज्य के दस हज़ार से अधिक शाखों में कार्य कर रहा है.जहां एक ही छत के नीचे लोगों को सामाजिक सेवाओं के तहत सैकड़ो तरह की सेवाएं प्रदान की जा रही है.उक्त बातें भारतीय डाक विभाग के बिहार सर्किल के मुख्य महा डाक अध्यक्ष अनिल सिंह ने बरबीघा उप डाकघर में प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों के समक्ष बताई.
वे हाल ही में मरम्मत करवाई गई डाकघर का गुरुवार की संध्या निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे.उन्होंने डाकघर में उपलब्ध व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताते हुए आम लोगों के लिए समर्पित कर्मचारियों का हौ सला अफजाई भी किया.इस दौरान सुभानपुर गांव के शाखा डाकपाल अरुण कुमार के साथ-साथ अन्य लोगों द्वारा गर्म जोशी से स्वागत किया गया.इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि डाक विभाग में बहुत कुछ बदल गया है. साधारण तथा पंजीकृत डाक के अलावा स्पीड पोस्ट, एक्सप्रेस पार्सल, प्रीमियम पार्सल आदि की सुविधा जुड़ चुकी है.
इतना ही नहीं अब यह विभाग ई-पोस्ट द्वारा त्वरित संदेश भेजने का भी काम शुरू कर दिया है. पहले केवल मनी आर्डर के द्वारा धन अंतरण की सुविधा थी, अब इलेक्ट्रानिक मनी आर्डर, इंस्टेंट मनी आर्डर, वेस्टर्न यूनियन, मनीग्राम, एमओ विदेश, आइएफएस मनी आर्डर, मोबाइल मनी आर्डर ट्रांसफर के जरिए देश-विदेश में त्वरित धन अंतरण की सेवा शुरू हो चुकी है.शुरुआत में डाक विभाग के पास केवल अपने कर्मचारियों के लिए जीवन बीमा की सुविधा थी, अब इसमें केंद्र व राज्य कर्मचारी तथा ग्रामीणों को भी शामिल कर लिया गया है.
लोगों के भरोसे कारण ही अब तक इसका कारोबार 26 लाख करोड़ से अधिक तक पहुंच चुका है. 23 अक्टूबर को रिकॉर्ड एक दिन में बिहार भर में 29 हज़ार खाते खोले गए.अपने मूल उद्देश्यों के साथ ही इस विभाग ने बैंकिंग के जरिए विभिन्न तरह के खाते खोलकर बड़े पैमाने पर राजस्व इकट्ठा करने कामब किया है जो राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में अपनी भागीदारी निभाता है. धीरे-धीरे तकनीकी सुविधाओं से लैस होकर यह विभाग भी बैंकों की तरह जनता की सेवा कर रहा है.फोन-पे, गूगल-पे की तरह ही डाक-पे की सुविधा भी उपलब्ध करवा दी गई है.
इससे ग्राहक सिर्फ डाकघर ही नहीं बल्कि किसी भी बैंक का नंबर लिंक करके पैसों का लेनदेन कर सकते हैं.कोर बैंकिंग के जरिए हर डाकघर को एक-दूसरे से जोड़ने की पहल भी जारी है. इसके अलावा ट्रेन टिकट की बुकिंग, सामानों के आयात निर्यात, लोन की सुविधा, सरकारी योजनाओं का रजिस्ट्रेशन, पार्सल का देश-विदेश तक डिलीवरी, बच्चों के लिए पेंशन योजना, बेटियों के लिए कल्याण समृद्धि योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, पासपोर्ट बनाने की सुविधा, विश्वकर्म योजना का लाभ, सूर्य घर योजना सहित अनगिनत सेवाएं डाकघर प्रदान कर रहा है.
मेरा दावा है कि आम लोग डाकघर द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद अन्यत्र किसी भी संस्थान में काम के लिए नहीं जाएंगे. इसके अलावा एक बार फिर जल्द ही बरबीघा उप डाकघर में आधार कार्ड बनाने की सेवा का प्रारंभ करने की बात भी उन्होंने कही.
Barbigha:-साइबर सेल, शेखपुरा द्वारा बरबीघा के प्रतिष्ठित डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल में ‘साइबर सेफ्टी एंड सिक्योरिटी’ को लेकर एक अवेयरनेस प्रोग्राम किया गया. यह कार्यक्रम डीएसपी (हेड क्वार्टर) सुश्री ज्योति कश्यप, साइबर थाना के इंस्पेक्टर गौरव कुमार एवं साइबर सेल के कर्मी धीरज कुमार के निर्देशन में संपन्न हुआ.
कार्यक्रम में पावर पॉइंट के माध्यम से बच्चों को साइबर फ्रॉड और साइबर क्राइम के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी गई एवं साइबर क्राइम से सुरक्षित रहने के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार के टिप्स भी दिए गए. इंटरनेट एवं सोशल साइट्स के सही, संयमित एवं सुरक्षित
इस्तेमाल के लिए उन्हें प्रेरित किया गया। विद्यालय में इस जागरूकता कार्यक्रम के आयोजन के लिए विद्यालय के प्राचार्य सुधांशु कुमार द्वारा प्राचार्य द्वारा अधिकारियों का आभार व्यक्त किया गया एवं उन्हें सम्मानित भी किया गया.
Barbigha:-सोमबार को एसकेआर कॉलेज बरबीघा में बिहार केसरी डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह की जयंती धूमधाम से मनाई गई.जिसमें सर्वप्रथम उनके प्रतिमा के समक्ष पूजन एवं हवन का कार्यक्रम संपन्न हुआ.इसके बाद प्रभारी प्राचार्य डॉ राज मनोहर कुमार ,डॉक्टर उपेंद्र प्रकाश दास, डॉक्टर बीपी मौर्य ,संतोष कुमार ,अरुण कुमार,चंद्रमौली,सत्येंद्र नारायण सिंह इत्यादि ने श्री बाबू के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ राज मनोहर कुमार ने श्री बाबू के व्यक्तित्व और कृतित्व की चर्चा की.उन्होंने श्री बाबू के लिए भारत रत्न की मांग सरकार से की और इसे जन आकांक्षा बताया. डॉक्टर उपेंद्र प्रकाश दास ने श्री बाबू को एक कुशल प्रशासक बताया.उन्होंने कहा कि विकास की अवधारणा का सबसे खूबसूरत उदाहरण डॉक्टर श्री कृष्णा सिंह थे.इस अवसर पर छात्रों ने भी श्री बाबू को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
वही बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्री कृष्ण सिंह का 137वीं जयंती बरबीघा कांग्रेस आश्रम में भी मनाई गई. प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष शंभू सिंह की अगुवाई में दर्जनों कांग्रेसी नेताओं ने उनके तैलीय चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस दौरान अपने संबोधन में शंभू सिंह ने कहा कि उनके शासनकाल में संसद के द्वारा नियुक्त फोर्ड फाउंडेशन के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री श्री एपेल्लवी ने अपनी रिपोर्ट में बिहार को देश का सबसे बेहतर शासित राज्य मानते हुए बिहार को देश की दूसरी सबसे बेहतर अर्थव्यवस्था बताया था.
अविभजित बिहार के विकास में उनके अतुलनीय, अद्वितीय व अविस्मरणीय योगदान के लिए “बिहार केसरी” श्रीबाबू को आधुनिक बिहार के निर्माता के रूप में जाना जाता है.अधिकांश लोग उन्हें सम्मान और श्रद्धा से “बिहार केसरी” और “श्रीबाबू” के नाम से संबोधित करते हैं.वही पूर्व नगर अध्यक्ष अजय सिंह, कांग्रेस नेता गोवर्धन सिंह आदि ने कहा कि मृत्यु शैया पर पड़ी अपनी पत्नी को छोड़कर राष्ट्र के लिए गिरफ्तारी देने वाले वे एक महान जन नेता थे.
श्री बाबू को किसी जाति, धर्म या संप्रदाय में नहीं बांटा जा सकता है. बिहार के मंदिरों में दलितों को प्रवेश दिलाने के बाद और जमीदारी प्रथा को खत्म करने के बाद वे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गए थे.इस अवसर पर शंभु प्रसाद सिंह. इंदुभूषण सिंह दयानन्द मालाकार, सुरेन्द्र प्रसाद शर्मा, डॉ दीपक कुमार, हरि शंकर, गोपाल कुमार, संदेश कुमार, संजय पहलवान, बीरेंद्र सिंह, बिकाश कुमार वीर, आदि लोग उपस्थित रहे.
Barbigha:-आधुनिक बिहार के निर्माता कहे जाने वाले राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री रहे डॉ श्री कृष्ण सिंह को भारत रत्न दिलाने के लिए पदयात्रा शुरू की गई है. सोमवार को यह पदयात्रा उनके पैतृक गांव माउर से निकाली गई. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह और उनके पुत्र डॉ ऋषभ कुमार की अगुवाई में निकाली गई इस पदयात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल हुए. पदयात्रा निकालने से पूर्व माउर ग्राम में भव्य कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में शामिल होने से पूर्व डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह के द्वारा बरबीघा नगर क्षेत्र के श्री कृष्ण चौक पर स्थापित उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इसके बाद गांव में भी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ-साथ गांव के मध्य विद्यालय में स्थित श्री बाबू की पत्नी राम रुचि देवी के प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया गया.इस कार्यक्रम में दूरदराज से आए काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे. मुख्य रूप से युवा नेता परशुराम कुमार, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे महाचंद्र प्रसाद सिंह जैसे लोगों की उपस्थित रही.
कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों का स्वागत डॉक्टर ऋषभ कुमार के द्वारा अंगवस्त्र देकर किया गया. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि श्री बाबू जैसा मुख्यमंत्री ना तो पहले कभी हुआ और ना कभी आगे होगा.वोट बैंक की राजनीति के चलते श्री बाबू को भारत रत्न जैसे अवार्ड से वंचित कर दिया गया है. राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर श्री बाबू से कमतर औंधा रखने वाले कई लोगों को भारत रत्न दिया जा चुका है.
लेकिन भारत रत्न के सच्चे हकदार भारत माता के सपूत को आज तक भारत रत्न नहीं दिया जाना बेहद चिंता का विषय है.जमींदारी प्रथा का उन्मूलन और दलितों को मंदिर में प्रवेश दिलाकर श्री बाबू ने सामाजिक समरसता का मिसाल कायम किया था.उनके कार्यकाल में बिहार औद्योगिक और आर्थिक रूप से अग्रणी राज्यों में शामिल था. ऐसे महान विभूति को भारत रत्न सम्मान से वंचित रखना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है.
वही डॉक्टर ऋषभ कुमार ने कहा कि श्री बाबू एक सच्चे जन नेता थे.बिहार और बिहार के लोगों के लिए श्री बाबू ने जो किया वह आज तक कोई भी मुख्यमंत्री नहीं कर पाए है. बिहार को आर्थिक और सामाजिक रूप से अग्रणी बनाने में श्री बाबू की निभाई गई भूमिका सदैव याद रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि अभी तो यह झांकी है. अगर इसके बाद भी केंद्र सरकार श्री बाबू के प्रति नहीं सोचती तो बात दिल्ली तक पहुंचेगी.
उन्होंने कहा कि आज पदयात्रा उनके गांव से निकलकर पटना के राज भवन तक जाएगी.अगर इससे भी बात नहीं बनी तो दिल्ली तक आवाज बुलंद किया जाएगा.इस मौके पर हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषभ कुमार, डॉ आनंद कुमार, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी गोपाल कुमार, समाजसेवी चिंटू सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे.
Barbigha:-आधुनिक बिहार के निर्माता तथा बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की एक बार फिर से मांग तेज हो गई है.इस बार बिहार केसरी को भारत रत्न देने की मांग इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने उठाई है.बिहार सरकार और केंद्र सरकार तक इस मांग को पहुंचाने के लिए आगामी 21 अक्टूबर को पदयात्रा भी निकाली जाएगी.
डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह के नेतृत्व में यह पदयात्रा बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री के जन्मस्थली बरबीघा के माउर गांव से लेकर पटना के राज भवन तक निकाली जाएगी. करीब एक सप्ताह तक चलने वाले इस पदयात्रा में क्षेत्रीय लोगों के साथ-साथ बिहार भर से बुद्धिजीवी और राजनीतिक लोगों की शामिल होने की संभावना है.गुरुवार को बरबीघा के दौरे पर पहुंचे डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने खुद एक दर्जन से अधिक गांव पहुंचकर लोगों को इस यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया.
शाम में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि श्री बाबू जैसा मुख्यमंत्री ना तो पहले कभी हुआ और ना कभी आगे होगा.वोट बैंक की राजनीति के चलते श्री बाबू को भारत रत्न जैसे अवार्ड से वंचित कर दिया गया है. राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर श्री बाबू से कमतर औंधा रखने वाले कई लोगों को भारत रत्न दिया जा चुका है.लेकिन भारत रत्न के सच्चे हकदार भारत माता के सपूत को आज तक भारत रत्न नहीं दिया जाना बेहद चिंता का विषय है.
जमींदारी प्रथा का उन्मूलन और दलितों को मंदिर में प्रवेश डिकर श्री बाबू ने सामाजिक समरसता का मिसाल कायम किया था.उनके कार्यकाल में बिहार औद्योगिक और आर्थिक रूप से अग्रणी राज्यों में शामिल था. ऐसे महान विभूति को भारत रत्न सम्मान से वंचित रखना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले उनके पैतृक गांव से पटना तक आवाज बुलंद की जाएगी.
जरूरत पड़ी तो देश भर के डॉक्टर को साथ लेकर दिल्ली तक इस आवाज को बुलंद करने का काम किया जाएगा. इस मौके पर हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषभ कुमार, डॉ आनंद कुमार, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी गोपाल कुमार, समाजसेवी चिंटू सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे.
Barbigha:-आइजीआइएमएस पटना में पदस्थापित मशहूर हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ऋषभ कुमार बरबीघा के विभिन्न पूजा पंडालो में स्थापित मां की प्रतिमा का दर्शन करने के लिए पहुंचे.उनके साथ डॉ आनंद कुमार समाजसेवी मुकेश कुमार उर्फ चिंटू सिंह, सूरज कुमार, गुड्डू कुमार सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे.
सबसे पहले वे पुरानी शहर में स्थित छोटकी देवी जी के दर्शन के लिए पहुंचे.इसके बाद महुआतल में स्थित मंझली देवी जी, झंडाचौक पर स्थित बड़की देवी जी, तैलिक ठाकुरबाड़ी पंचायत भवन नव दुर्गा पूजा समिति बुल्लाचक, काली पूजा समिति गोलापर सहित अन्य पूजा पंडालो में पहुंचकर मां का दर्शन करते हुए उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान पूजा समिति के सदस्यों के द्वारा उनका जगह-जगह स्वागत भी किया गया.
इस अवसर पर डॉक्टर ऋषभ कुमार ने कहा कि नवरात्रि हिंदू धर्म के लोगों द्वारा मनाए जाने वाले त्यौहार में से एक प्रमुख त्यौहार है जो असत्य पर सत्य की जीत, बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है. नवरात्रि पवित्रता, शक्ति और दिव्यता का प्रतीक हैं. ‘नवरात्रि’ शब्द का अर्थ है ‘नौ रातें’.यह वर्ष का सबसे लंबा हिंदू त्योहार है, जो नौ रातों और दस दिनों तक चलता है.नवरात्रों के दौरान, नौ अलग-अलग दिनों में देवी शक्ति के नौ रूपों की पूजा की जाती है.
वही डॉ आनंद ने कहा कि.नवरात्रि सिर्फ एक धार्मिक त्योहार नहीं है बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव है जो लोगों को एकजुट करता है और खुशी और सकारात्मकता फैलाता है.
यह एकता, विविधता और सहनशीलता के मूल्यों को बढ़ावा देता है और हमें बुराई और अन्याय के खिलाफ लड़ने की जरूरत को याद दिलाता है. डॉ ऋषभ कुमार ने क्षेत्र वासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए मां से सभी के लिए मंगल कामना भी किया.
Barbigha:-नवरात्रि जैसे पवित्र त्यौहार में सड़क पर खुलेआम अंडा और मांस मछली बेचने का भाजपा नेता वरुण कुमार के द्वारा खड़ा विरोध दर्ज कराया गया. गुरुवार को बरबीघा के थाना गेट पर एक युवक द्वारा खुलेआम अंडा बेचा जा रहा था. भाजपा नेता वरुण कुमार की उसपर नज़र पड़ते ही भड़क उठे. इस मामले को लेकर उन्होंने कड़ा विरोध दर्ज कराया.
उन्होंने कहा कि नवरात्रि का त्योहार काफी पवित्र त्योहार माना जाता है. आज अष्टमी पूजा है. सड़कों पर लोग नंगे पांव चलकर पूजा पंडाल में स्थापित मां की प्रतिमा का पूजा अर्चना करने के लिए पहुंच रहे. ऐसे में पूजा पंडाल से थोड़ी दूर पर ही मुख्य सड़क के किनारे अंडा बेचना बेहद चिंता का विषय है. लोग अंडा खाकर उसका छिलका जहां-था फेंक देते हैं.
इससे सड़क पर नंगे पांव पूजा के लिए जाने वाले भक्तों के अंदर अपवित्रता का भाव पैदा होगा. उन्होंने इस मामले में नगर प्रशासन और पुलिस प्रशासन से तत्काल पहल करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि आम जनता के साथ-साथ प्रशासन की भी इस मामले में जिम्मेदारी बनती है.
Barbigha:-गाँधी जयंती के अवसर पर बरबीघा के डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल में एक सप्ताह से चल रहे विविध कार्यक्रमों का समापन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और महान आदर्शवादी स्वतंत्रता सेनानी लाल बहादुर शास्त्री जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ- साथ शहर के ‘सफाई मित्रों’ के सम्मान के साथ संपन्न हुआ.
विद्यालय के प्राचार्य सुधांशु कुमार ने बताया कि सीबीएसई के निर्देश पर आयोजित “स्वचछता ही सेवा” कार्यक्रम के अन्तर्गत विद्यालय में निबंध, पेंटिंग, वेस्ट टू आर्ट, स्वछता अभियान, स्वछता शपथ, मानव सृंखला एवम वृक्षारोप जैसे कई कार्यक्रम बीते सात दिनों में विद्यालय में आयोजित हो रहे थे. जिसमें बच्चों ने जमकर अपनी भागीदारी निभाई.
कार्यक्रम के अंतर्गत ही आज विद्यालय के निदेशक रोहित प्रसाद सिंह द्वारा नगर पालिका के सफाई मित्रों का सम्मान किया गया.इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक व कई छात्र भी उपस्थित रहे. “स्वचछता ही सेवा” कार्यक्रम में उत्कृष्ट भागीदारी वाले छात्र पुरस्कृत भी किए गए.
Barbigha:- साईं ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के चेयरमैन, डॉ. अंजेश कुमार का शिक्षा के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान और शिक्षा विशेषज्ञ के रूप में उनकी उल्लेखनीय भूमिका के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किए जाने पर भव्य स्वागत किया गया.यह सम्मान उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स, भारत सरकार और वर्ल्ड ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन कमिशन के संयुक्त प्रयासों के अंतर्गत प्रदान किया गया.यह उपलब्धि न केवल डॉ. अंजेश कुमार के लिए, बल्कि साई ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के सभी सदस्यों के लिए गर्व का क्षण है, जो शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए मानदंड स्थापित कर रहे हैं.
डॉ. अंजेश कुमार की इस उपलब्धि की खुशी में शेखपुरा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर स्वागत कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिसमें मिडिल स्कूल समास के प्रिंसिपल अजय कुमार और जगदंबा हाई स्कूल के प्रिंसिपल शशांक कुमार ने डॉ. अंजेश कुमार का विशेष स्वागत और सम्मान किया.इसके बाद, साई ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के द्वारा एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें साई कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग, साई कॉलेज ऑफ फार्मेसी, और साई पब्लिक स्कूल के शिक्षकगण, गैर-शैक्षणिक कर्मचारी और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
इस विशेष अवसर पर, सभी ने डॉ. अंजेश कुमार के योगदान और उनकी उपलब्धियों का सम्मान करते हुए उन्हें बधाई दी.इस समारोह में डॉ. अंजेश कुमार ने सभी उपस्थित लोगों को संबोधित किया. अपने भाषण में उन्होंने राष्ट्रीय पद्म भूषण सम्मान प्राप्त करने की प्रक्रिया और इसके पीछे की कठिनाइयों पर विस्तार से चर्चा की.उन्होंने बताया कि कैसे एक साधारण किसान परिवार से उठकर उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी जगह बनाई और लगातार संघर्षों का सामना करते हुए इस महत्वपूर्ण मुकाम तक पहुंचे. उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर सभी को प्रेरित करते हुए बताया कि इस सम्मान को वे अकेले नहीं, बल्कि अपने सहकर्मियों, छात्रों, और सभी शुभचिंतकों को समर्पित करते हैं, जिन्होंने उनके इस सफर में हर कदम पर उनका साथ दिया.
डॉ. अंजेश कुमार ने अपने भाषण में शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और नवाचार पर विशेष जोर दिया.उन्होंने बताया कि किस प्रकार उन्होंने अपनी संस्था के माध्यम से छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित किया और शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण देकर साई ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन को एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्थापित किया. उनकी इस दूरदृष्टि के कारण, संस्थान ने उच्चतम शैक्षणिक मापदंडों को पार कर कई उपलब्धियां हासिल की हैं.अपने संबोधन के दौरान, डॉ. अंजेश कुमार ने भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की.उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पद्म भूषण सम्मान उनके लिए केवल एक पड़ाव है, और साई ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन भविष्य में और भी बड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा.
उनका उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता बनाए रखना और और अधिक नवाचारों को लागू करना है, जिससे छात्र और शिक्षक दोनों लाभान्वित हो सकें.उन्होंने सभी विद्यार्थियों और कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे इस सम्मान को एक नई शुरुआत के रूप में देखें और शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान को और भी बेहतर बनाएं.समारोह के अंत में, सभी उपस्थित लोगों ने डॉ. अंजेश कुमार को उनकी उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी। इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनना सभी के लिए गर्व की बात थी। समारोह का माहौल उत्साहपूर्ण और प्रेरणादायक रहा, जिसमें सभी ने साई ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और इसे शिक्षा के क्षेत्र में और भी आगे ले जाने का संकल्प लिया।