Barbigha:-रेलवे द्वारा अधिग्रहित जमीन के उचित मुआवजे को लेकर पिछले डेढ़ महीने से बरबीघा के नारायणपुर मौजा में चल रहे किसानों का धरना रविवार को खत्म हो गया.धरना खत्म करने से पहले किसानों द्वारा धरना स्थल पर पूजा अर्चना भी किया गया.इस अवसर पर किसानों का समर्थन देने वाले विधायक सुदर्शन कुमार और सांसद चंदन सिंह सहित अन्य लोगों के लिए सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया. किसान रंजीत कुमार और भोला प्रसाद के द्वारा सांसद चंदन सिंह विधायक सुदर्शन कुमार, लोजपा नेता तथा समाजसेवी मधुकर कुमार उर्फ डॉ साहब,आप पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मउदय कुमार जदयू नेता संतोष कुमार शंकु मीडिया कर्मी उमेश कुमार, धर्मवीर कुमार और रितेश सेठ को अंग वस्त्र और गुकदस्ता देकर सम्मान करते हुए समर्थन देने के लिए आभार जताया गया.
वहीं सांसद और विधायक के द्वारा भी किसानों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए सांसद चंदन सिंह ने कहा कि यह जीत आप लोगों के सकारात्मक प्रयास का नतीजा है.मैं सौभाग्यशाली रहा कि आपका आंदोलनन का हिस्सा बन किसानों का काम आ सका.मैं हमेशा जाति-धर्म से परे और राजनीतिक भावना से ऊपर उठकर घर की सदस्य की भांति लोगों के समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया हूं और आगे भी करता रहूंगा.वही रेलवे द्वारा रौंदे गए फसल के बदले उचित मुआवजा और प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने के लिए संसद में आवाज उठाने की बात भी कही.
वही सुदर्शन कुमार ने कहा कि किसाने की यह जीत उनके संगठित प्रयास का नतीजा है.मैं आगे भी हर मोर्चे पर किसानों के साथ-साथ अन्य लोगों के लिए भी इसी तरह आवाज बुलंद करता रहूंगा.लोजपा नेता मधुकर कुमार ने कहा कि बरबीघा के किसानों ने गांधीवादी तरीके से धरना देकर जीत हासिल करते हुए बता दिया कि बरबीघा के लोग किसी भी मोर्चे पर झुकने वाले नहीं है.बरबीघा के लोग लड़कर भी अधिकार लेना जानते हैं. उन्होंने किसानों से कहा कि इसी तरह बरबीघा के विकास के लिए भी संगठित होकर सकारात्मक प्रयास करते रहना है.
अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संतोष कुमार शंकु ने कहा कि किसानों के समर्थन में जितने भी लोगों ने अपना सहयोग दिया सभी धन्यवाद के पात्र हैं.उम्मीद करते हैं इसी तरह बरबीघा वासियो के सुख-दुख में सभी जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों का सहयोग मिलता रहेगा.इस मौके पर विष्णु देव प्रसाद आर्य, राम प्रसाद, अविनाश कुमार, शेखपुरा पूर्वी के जिला परिषद सदस्य रघुनंदन, देवेंद्र ठाकुर, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.
बताते चले की शेखपुरा से बरबीघा होते हुए बिहारशरीफ के रास्ते पटना के नेउरा तक जाने वाली रेल लाइन के निर्माण के लिए नारायणपुर मौज में 288 किसानों का 44 एकड़ भूमि अधिग्रहित किया गया था. भूमि को कृषि मानकर किसानों को भुगतान किया जा रहा था. जिसकी आलोक में किसानों ने हाई कोर्ट तक लड़ाई लड़ी थी. हाईकोर्ट के निर्देश पर पिछले कुछ महीने से मुंगेर के लारा कोर्ट में विशेष सुनवाई चल रही थी.सुनवाई पूरी होने से पहले जिला प्रशासन द्वारा पुलिस पुल की तैनाती कर मिट्टी भराई का कार्य शुरू किया गया था. इसके विरोध में किसान पिछले डेढ़ महीने से धरना दे रहे थे.आखिरकार लंबी लड़ाई के बाद बीते 31 जनवरी को लारा कोर्ट ने भी किसानों की जमीन को व्यावसायिक और आवासीय मानते हुए रेलवे को भुगतान करने का आदेश दिया है.