जिला स्तरीय ताइक्वांडो चैम्पियनशिप का शुभारम्भ…175 खिलाड़ी इस चैम्पियनशिप में ले रहे भाग

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Sheikhpura:-नवोदय विद्यालय शेखपुरा के बहुदेशीय सभागार में जिला स्तरीय ताईक्वांडो चैम्पियनशिप का शुभारम्भ हुआ. इस चैम्पियनशिप का उद्घाटन एसडीओ राहुल सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर खेल पदाधिकारी धर्मराज कुमार ,संस्कार स्कूल के प्रिंसिपल विनोद कुमार सिंह, संत कोलम्बस स्कूल के प्रिंसिपल श्रवण सिन्हा, जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य विनय कुमार,खेल शिक्षक राकेश कुमार,गौरव कुमार,सुभाष कुमार, ताइक्वांडो

कोच, अमर कुमार,कुंदन कुमार, खुशबु कुमारी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे. अमर कुमार ने बताया कि इस जिला स्तरीय ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में जिले के विभिन्न क्लब से जुड़े 175 बच्चे भाग ले रहे हैं. इस मौके पर उन्होंने उपस्थित खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में मौजुद एसडीओ राहुल सिन्हा ने खिलाड़ियों से कहा कि आप अपना

लक्ष्य जरुर निर्धारित करें. इसके साथ ही उस लक्ष्य को पाने के लिये जोरदार मेहनत करें. जो अपने क्षेत्र में ज्यादा मेहनत करते हैं वहीं सफल होते हैं.उन्होंने बच्चों को महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बारे में बताते उनसे प्रेरणा लेने की अपील की. इस मौके पर जिला खेल पदाधिकारी धर्मराज कुमार ने भी खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगींण विकास में खेल का बड़ा रोल है. खेल से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह का विकास होता है.

इसमें करियर की भी संभावनाए है. इस मौके पर जिला ताइक्वांडो एसोशियेशन के जिला सचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि शेखपुरा बेहद छोटा जिला है. इसके बाबजूद ताइक्वांडो खेल में जिले के कई खिलाड़ियों ने अपना दमखम दिखाते हुए राष्ट्रीय पर पदक जीत कर अंतर्राष्टीय स्तर पर अपनी धमक दी है. जो इस जिले को गौरवांवित कर रहे हैं.

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ट्रेन से गिरकर शेखपुरा रेलवे स्टेशन मास्टर गंभीर रूप से हुए जख्मी

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Sheikhpura:- किउल से पटना जाने के क्रम में ट्रेन चढ़ने के दौरान किउल आउटर सिंग्नल के समीप गिरकर शेखपुरा रेलवे स्टेशन के मास्टर संजय प्रसाद गंभीर रूप से जख्मी हो गए. घटना के बाद आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल लखीसराय लाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पटना रेफर किया गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद किउल, लखीसराय के साथ शेखपुरा के भी कई रेलवे के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें पटना के करबिगहिया स्थित रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया.

स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्हें फोर्ड निजी अस्पताल शिफ्ट किया गया है. घायल स्टेशन मास्टर जिंदगी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. घटना के बाद परिजन भी अस्पताल पहुंच गए. उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. घटना उनका एक पैर बुरी तरह से जख्मी हुआ है. जानकारी के अनुसार वे सुबह पटना जाने के लिए निकले थे. शेखपुरा से बस के माध्यम से लखीसराय पहुंचे वहां पटना जाने वाली ट्रेन में चढ़ने के दौरान अनियंत्रित होकर गिर गए और गंभीर रूप से जख्मी हो

गए. खास तौर पर उनका पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गया. घटना के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से उन्हें रेफर किया गया. घायल स्टेशन मास्टर के सहयोगियों ने बताया की पटना ले जाने के लिए सदर अस्पताल से एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराया गया.

एंबुलेंस चालक एंबुलेंस में कमियां गिनाते रहे. इसके बाद एक निजी एंबुलेंस को भाड़ा पर लेकर उन्हें पटना ले जाया गया. अस्पताल की लापरवाही से काफी देर तक स्टेशन मास्टर दर्द से कराहते रहे. स्टेशन मास्टर हमेशा ट्रेन के माध्यम से ही पटना जाया करते थे.

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चार पहिया वाहन ने बाइक चालक को दिया चकमा.. दुर्घटना में बाइक चालक हुआ घायल

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Sheikhpura:- शेखपुरा-कसार सड़क मार्ग पर मनकौल गांव के खंधा में एक निजी स्कूल के समीप एक बाइक दुर्घटना में बाइक सवार युवक बुरी तरह घायल हो गया. जिसे स्थानीय गांव मनकौल के लोग सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां घायल की पहचान अरियरी थाना क्षेत्र अंतर्गत बिसहिया गांव निवासी किशोरी बिंद के पुत्र दिनेश कुमार के रूप में की गई.

घायल का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि युवक अपने एक रिश्तेदार को बाइक पर बैठाकर निकला था. तभी निजी स्कूल के समीप सामने से आ रहे एक फॉर व्हीलर से चकमा खाने के बाद बाइक चला रहा युवक चकमा खा गया.

जिसके कारण बाइक सहित वह सड़क किनारे पलट गया. जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गया. जबकि बाइक पर सवार उसका रिश्तेदार बाल बाल बच निकले.

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खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन..मोटा अनाज के उत्पादन पर दिया गया बल

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Barbigha:-प्रखंड कृषि कार्यालय बरबीघा के के ई-किसान भवन में खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन प्रखंड प्रखंड प्रमुख विनोद राम, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुबोध कुमार सुधांशु, प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा अनिल कुमार मिश्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रजलित कर किया गया. इस अवसर पर उपस्थित सैकड़ो किसानों को प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा खरीफ महाअभियान

के तहत खरीफ फसलों के उत्पादन बढ़ाने को लेकर कई सारी बात बताई गई. खरीफ फसलों के तहत सबसे ज्यादा मक्का की खेती करने पर बल दिया गया. इसके अलावा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लाभकारी अन्य मोटे अनाजों के उत्पादन के लिए भी किसानों को प्रेरित किया गया.किसानों को मोटे अनाज के तौर रागी कोदो, बाजरा,सांबा,ज्वर,कंगनी आदि मोटे अनाजों की खेती करने के की दिशा में पहल करने के लिए आग्रह किया गया.उन्होंने बताया कि पुराने जमाने में लोग मोटे अनाज खाकर काफी स्वस्थ जीवन जिया करते थे.बर्तमान में लोगों की बिगड़ती जीवन शैली को देखते

हुए स्वास्थ्यवर्धक मोटे अनाज की मांग बाजार में तेजी से बढ़ रही है.इस प्रस्तुति को देखते हुए किसान मोटे अनाज का उत्पादन करके अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं.वही अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा विश्व किसानों के ऊपर निर्भर करता है. उन्होंने बताया कि आधुनिक वैज्ञानिक कृषि प्रणाली को अपना कर किसान अच्छी उत्पादन कर बढ़िया आमदनी कर सकते हैं.अच्छी उत्पादन हेतु किसानों के लिए फसल चक्र को समझना भी काफी महत्वपूर्ण है. किसानों को हमेशा मौसम अनुकूल फसलों के उत्पादन पर विशेष ध्यान देना चाहिए.मौके पर उपस्थित किसानों के द्वारा भी फसल उत्पादन संबंधी कई प्रकार के प्रश्न कृषि पदाधिकारी से पूछे गए जिनका बारी-बारी से उत्तर दिया गया.

इस आयोजन मेंडिप्टी परियोजना निदेशक (आत्मा) त्रिपुरारी शर्मा, केवीके अरियरी के वैज्ञानिक डॉ धर्मेंद्र नाथ पांडेय और अलका ज्योति शर्मा, उप प्रखंड प्रमुख बरबीघा मिंटू कुमार, उद्यान पदाधिकारी, कृषि समन्वयक सुनील कुमार, अभिनास कुमार ,अजय कुमार ,विकाश कुमार एटीएम सुनील कुमार किसान सलाहकार संजय कुमार, कांतिभूषण,उदय कुमार सिंह,संगीता ,मुकेश कुमार मेधावी,महेश कुमार और प्रगतिशील किसान विनोद कुमार,गोवर्धन कुमार ,श्रवण कुमार,उपेंद्र प्रसाद,दिनेश प्रसाद सहित सैकड़ों किसानो भाग लिया.

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जिला परिषद प्रतिनिधि चंदन सिंह ने क्रिकेट टूर्नामेंट का किया उद्घाटन

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Barbigha:-जिले के पैन गांव स्थित उत्क्रमित हाई स्कूल के मैदान में मां महारानी क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन किया गया.टूर्नामेंट का उद्घाटन शेखपुरा पूर्वी के जिला परिषद प्रतिनिधि चंदन सिंह और पंचायत के मुखिया राजेश कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से फीता काट कर दिया गया. उद्घाटन के बाद मुख्य अतिथि द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया गया. उद्घाटन मुकाबला शेखपुरा और क्षेमा टीम के बीच खेला गया.

शेखपुरा की टीम ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 14 ओवर में 9 विकेट होकर 104 रन का लक्ष्य खड़ा किया. जवाबी पारी खेलने उतरी क्षेमा कटी 90 रन पर ऑल आउट हो गई.क्षेमा टीम के तरफ से रोहित कुमार ने सर्वाधिक 50 गेंद पर 53 रन की पारी खेली. रोहित कुमार ने गेंदबाजी में भी दो विकेट प्राप्त किया था. हरफनमौला प्रदर्शन के लिए रोहित कुमार को उद्घाटन मुकाबले में मैन ऑफ द मैच चुना गया. रोहित कुमार को मैन ऑफ द मैच का

पुरस्कार चंदन कुमार द्वारा दिया गया. इस अवसर पर चंदन सिंह ने कहा कि खेल के माध्यम से युवाओं में मानसिक और शारीरिक स्फूर्ति बनी रहती है. खेल के माध्यम से युवाओं में प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत होती है,जो उन्हें अन्य क्षेत्रों में बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है.अब विभिन्न खेलों के माध्यम से युवा भी अपना भविष्य बना रहे हैं.”पढ़ोगे लिखोगे तो होगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब” वाली कहावत मिथ्या साबित हो रही है.

बिहार सरकार ने जब से मेडल लाओ नौकरी पाओ अभियान शुरू किया तब से खेल के प्रति युवाओं में काफी रुझान देखने को मिल रहा है. उन्होंने टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी टीम के खिलाड़ियों से खेल को खेल की भावना से खेलने का आग्रह किया. टूर्नामेंट को सफल बनाने में ग्रामीण गोपाल सिंह, नीरज सिंह, अभिषेक राठौर, अंकित कुमार सिंह, रणवीर कुमार, मोनू सिंह और प्रियांशु सिंह आदि सक्रिय भूमिका निभा रहे है.

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बाल विवाह मुक्त जिला बनाने को लेकर गांव गांव चलाया जा रहा अभियान

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Barbigha:-शेखपुरा जिले में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत कार्यरत स्वयंसेवी संस्था एनिमल एंड ह्यूमन डेवलपमेंट सोशल वेलफेयर सोसाइटी के कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को लगातार इन कुरीतियों को खत्म करने के लिए जागरूक किया जा रहा है.गांव गांव घूम कर बाल विवाह के प्रति जागरूकता अभियान का असर भी अब दिखने लगा है. समिति के सचिव डॉ विनोद कुमार ने बताया कि हम पिछले एक साल से बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत गांव-गांव में जागरूकता अभियान चला रहे हैं.

लोगो से बाल विवाह जैसे सामाजिक मुद्दों पर जनसंवाद कर रहे हैं.जन संवाद के दौरान बाल विवाह के कानूनी प्रावधानों की भी चर्चा करते रहे हैं.लोगों को बताया जा रहा की बाल विवाह कानूनन अपराध है.कानूनी जानकारी के साथ-साथ बाल विवाह से नाबालिक लड़कियों को होने वाले संभावित खतरे के बारे में भी बताई जाती है.अभियान के दौरान संस्था के

सी.एस.डब्लू, रवि कुमार, जुली कुमारी, पिंकी कुमारी, अविनाश कुमार, संस्था के काउंसलर पल्लवी वैश्यकार, कोऑर्डिनेटर राकेश कुमार आदि के द्वारा अब तक सैकड़ो शादिया रूकवाई जा चुकी है. ज्ञातव्य हो कि यह पूरा कार्यक्रम कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन नई दिल्ली (यूएस) के सहयोग से संचालित हो रहा है.संस्था 2030 तक शेखपुरा जिले को बाल विवाह मुक्त जिला करवाने के लिए प्रतिबद्धता से काम करता रहेगा.

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सदर अस्पताल के महिला गार्ड की गला दबाकर हुई हत्या..प्रेमी पर लग रहा आरोप

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Sheikhpura:- सदर अस्पताल में गार्ड के पद पर तैनात महिला की कथित तौर पर अवैध संबंध में गला दबाकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है.यही नहीं हत्या कर उसके शव को जलाने का प्रयास किया जाने लगा. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया.

जानकारी के अनुसार मृतक महिला की पहचान मखदुमपुर के रहने वाले धनेश्वर यादव की पुत्री लवली कुमारी के रूप में की गई है. लवली कुमारी सदर अस्पताल में गार्ड के रूप में कार्यरत थी.इसकी शादी लगभग 8 साल पहले लखीसराय के पिपरिया थाना क्षेत्र के गांव में हुई थी. शादी के बाद कई बरसों बाद तक उसका पति घर नहीं लौटा.

इस बीच मृतक महिला अपने ही भाभी के भाई गुलसन कुमार के संपर्क में आ गई और कई वर्षों तक दोनों का संबंध जारी रहा. गुलशन कुमार भी शेखपुरा में किराए का मकान लेकर कई वर्षों तक रहा. इस दौरान मृतक महिला ने भाभी के भाई यानी गुलसन के पिता की तबीयत खराब होने पर 3 लाख रुपये की सहायता भी की. इसी बीच उसके प्रेमी गुलसन कुमार दूसरी जगह शादी करने लगा.भनक लगने के बाद महिला लखीसराय के कुरौता गाँव पहुंची जहां दोनों के बीच विवाद होने लगी.

इसी बीच उसने महिला की गला दबाकर हत्या कर दी और चुपचाप उसके शव को जलाने के लिए गंगा घाट पहुंच गया. इसकी सूचना मिलने के बाद मरांची थाने के पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और स्थानीय थाने में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.मां की हत्या उसके दोनों बच्चों ने अपने आंखों से देखी थी. बच्चों ने पुलिस को सारी जानकारी दी.इस मामले में स्थानीय मरांची थाने में कई लोगों के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज की गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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देश के सियासत की दिलचस्प कहानी: जब लालू प्रसाद यादव को BJP ने ही बनवाया था मुख्यमंत्री..पढ़िए पूरी खबर

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Desk:-आज के राजनीतिक परिदृश्य में लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) आरएसएस (RSS) और बीजेपी (BJP) का विरोध करने वालों में सबसे बड़ा नाम हैं. लेकिन हमेशा ऐसा नहीं रहा है.एक समय ऐसा भी आया था जब लालू ने बीजेपी से समर्थन लेकर बिहार में अपनी सरकार बनाई थी.यह भी कह सकते हैं कि लालू यादव पहली बार बीजेपी के समर्थन से ही मुख्यमंत्री बने थे.यह वह दौर था जब देश में मंडल और कमंडल की राजनीति जोर पर थी. लेकिन कांग्रेस विरोध के नाम पर दोनों दल साथ आ गए थे.लालू के एक कदम ने दोस्ती को हमेशा-हमेशा के लिए तोड़ दिया.इसके बाद लालू बीजेपी और आरएसएस विरोध के प्रतीक बन गए.

हम बात कर रहे हैं 1990 के दशक की.बोफोर्स कांड के बाद कांग्रेस से बगावत करने वाले वीपी सिंह प्रधानमंत्री बन चुके थे. साल 1990 में हुए बिहार की 10वीं विधानसभा चुनाव के समय देश में मंडल और राम मंदिर आंदोलन का जोर था. लेकिन कांग्रेस के विरोध में मंडल और कमंडल की राजनीति करने वाले दल एक साथ आ गए थे.केंद्र में विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार चल रही थी.उसे बीजेपी बाहर से समर्थन दे रही थी.

इस दौरान 1990 में बिहार में विधानसभा के चुनाव कराए गए. 324 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस को केवल 71 सीटें ही मिलीं.वहीं जनता दल को 122 सीटें मिली थीं. सरकार बनाने के लिए 163 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी. ऐसे में जनता दल को बिहार में सरकार बनाने के लिए 41 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी. उस चुनाव में बीजेपी को 39 सीटें मिली थीं. बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए जनता दल को समर्थन दिया.नया नेता चुनने के लिए जनता दल के विधायकों की बैठक हुई. इसमें प्रधानमंत्री वीपी सिंह की पहली पसंद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और दलित नेता राम सुंदर दास. लेकिन उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल और चंद्रशेखर की मदद से अपनी दावेदारी पेश की.विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास और लालू यादव के बीच मुकाबला हुआ.इसमें लालू यादव ने बाजी मार ली. इसके बाद लालू यादव ने 10 मार्च 1990 को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

उधर मंडल और कमंडल की यह दोस्ती बहुत दिनों तक नहीं चली.उन दिनों पैर पसार रही मंडल की राजनीति से मुकाबला करने के लिए बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से अयोध्या तक की रथयात्रा शुरू की. यह रथयात्रा अयोध्या में राम मंदिर के लिए समर्थन जुटाने के लिए थी.मंडल की राजनीति करने वाले लालू प्रसाद यादव ने आडवाणी को 23 अक्टूबर 1990 को समस्तीपुर में गिरफ्तार करवा दिया. इससे नाराज हुई बीजेपी ने केंद्र की वीपी सिंह सरकार और बिहार की लालू प्रसाद यादव की सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया.

बीजेपी के समर्थन वापसी से वीपी सिंह की सरकार तो गिर गई. लेकिन लालू अपनी सरकार बचा पाने में कामयाब रहे. लालू ने बीजेपी में ही बगावत करवा दी.इस बगावत के सूत्रधार बने थे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष इंदरसिंह नामधारी. लालू की सरकार को बीजेपी के बागियों के अलावा सीपीआई के 23,सीपीएम के 6, झारखंड मुक्ति मोर्चा के 19, आईपीएफ के सात और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला.

लेखक एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार हैं

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फसलों को बर्बाद करने के साथ-साथ किसान पर किया जा रहा जानलेवा हमला DM से बचाने की लगाई गुहार

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Barbigha:-शेखपुरा जिले में तेजी से फैल रहे नीलगाय और बनसूअर के आतंक से निजात दिलाने को लेकर किसानों द्वारा जिलाधिकारी को आवेदन दिया गया है. आवेदन के माध्यम से किसानों ने जिलाधिकारी से नीलगाय और बनसुअर को मारने संबंधी अनुज्ञा निर्गत करने का आग्रह किया है.शेरपर गांव के किसान बीरेंद्र कुमार, मिथिलेश कुमार उर्फ मिट्ठू सिंह खोजागाछी गांव निवासी तथा पूर्व मुखिया कीर्ति आजाद सिंह आदि ने बताया कि दोनों ही जानवरों का आतंक किसानों के लिए किसी वज्रपात से कम नहीं है.

उक्त जानवर फसलों को नष्ट करने के साथ-साथ खेतों की तरफ जाने वाले किसानों पर जानलेवा हमला भी कर रहे हैं. खासकर तब किसान पशुओं का चारा लाने के लिए खेतों की तरफ जाते हैं, उस समय बनसूअर हमला कर देते हैं. बन सुअर के भय से किसान खेतों की तरफ जाने से कतराने लगे हैं.किसानों ने बताया कि वर्ष 2015 से ही शेखपुरा जिला नीलगाय और बनसूअर से प्रभावित रहा है. यही नहीं भारत सरकार द्वारा दोनों ही जानवर को वन्य प्राणी से वंचित कर दिया गया है.जिसकी व्याख्या अधिनियम 1972 की अनुसूची 5 में भी वर्णित है.नीलगाय और बन सुअर

मानव जीवन के विरुद्ध है. किसानों ने जिलाधिकारी से इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए नीलगाय और बन सुअर को मारने हेतु अनुज्ञा जारी करने का आग्रह किया है.आवेदन के साथ उन्होंने इस मामले में एक पूर्व जिलाधिकारी द्वारा लिए गए फैसले का भी हवाला दिया है. यही नहीं किसानों ने बन सुअर के हमले से घायल होने वाले किसानों और पशुपालकों को इलाज हेतु उचित मुआवजा देने का भी आग्रह किया है.

इसके अलावा बरबीघा रेफरल अस्पताल में पद स्थापित रहे मशहूर सर्जन डॉक्टर मनीष नारायण का फिर से तीन दिन ड्यूटी लगाने का भी आग्रह किया, ताकि बन सूअर के हमले से घायल होने वाले किसानों का समुचित इलाज स्थानीय स्तर पर हो सके.

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फसलों को बर्बाद करने के साथ-साथ किसानों पर हो रहे जानलेवा हमला.. DM से बचाने की गुहार

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Barbigha:-शेखपुरा जिले में तेजी से फैल रहे नीलगाय और बनसूअर के आतंक से निजात दिलाने को लेकर किसानों द्वारा जिलाधिकारी को आवेदन दिया गया है. आवेदन के माध्यम से किसानों ने जिलाधिकारी से नीलगाय और बनसुअर को मारने संबंधी अनुज्ञा निर्गत करने का आग्रह किया है.शेरपर गांव के किसान बीरेंद्र कुमार, मिथिलेश कुमार उर्फ मिट्ठू सिंह खोजागाछी गांव निवासी तथा पूर्व मुखिया कीर्ति आजाद सिंह आदि ने बताया कि दोनों ही जानवरों का आतंक किसानों के लिए किसी वज्रपात से कम नहीं है.

उक्त जानवर फसलों को नष्ट करने के साथ-साथ खेतों की तरफ जाने वाले किसानों पर जानलेवा हमला भी कर रहे हैं. खासकर तब किसान पशुओं का चारा लाने के लिए खेतों की तरफ जाते हैं, उस समय बनसूअर हमला कर देते हैं. बन सुअर के भय से किसान खेतों की तरफ जाने से कतराने लगे हैं.किसानों ने बताया कि वर्ष 2015 से ही शेखपुरा जिला नीलगाय और बनसूअर से प्रभावित रहा है. यही नहीं भारत सरकार द्वारा दोनों ही जानवर को वन्य प्राणी से वंचित कर दिया गया है.जिसकी व्याख्या अधिनियम 1972 की अनुसूची 5 में भी वर्णित है.नीलगाय और बन सुअर

मानव जीवन के विरुद्ध है. किसानों ने जिलाधिकारी से इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए नीलगाय और बन सुअर को मारने हेतु अनुज्ञा जारी करने का आग्रह किया है.आवेदन के साथ उन्होंने इस मामले में एक पूर्व जिलाधिकारी द्वारा लिए गए फैसले का भी हवाला दिया है. यही नहीं किसानों ने बन सुअर के हमले से घायल होने वाले किसानों और पशुपालकों को इलाज हेतु उचित मुआवजा देने का भी आग्रह किया है.

इसके अलावा बरबीघा रेफरल अस्पताल में पद स्थापित रहे मशहूर सर्जन डॉक्टर मनीष नारायण का फिर से तीन दिन ड्यूटी लगाने का भी आग्रह किया, ताकि बन सूअर के हमले से घायल होने वाले किसानों का समुचित इलाज स्थानीय स्तर पर हो सके.

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