बिहार में महाजंगलराज, पहले महिला को लोहे के गरम रॉड से पीटा फिर सामूहिक दुष्कर्म की कोशिश

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Desk: मधेपुरा में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. जिसमें महिला को पहले लोहे के गरम रॉड से पीटा जा रहा है फिर सामूहिक दुष्कर्म की कोशिश की गई है.

ये वीडियो मधेपुरा राजद के ट्वीटर हैंडल से पोस्ट किया गया है. ट्वीट कर राजद ने लिखा है मधेपुरा में महिला की लोहे की रॉड गरम करके बेरहमी से पिटाई, निर्वस्त्र कर सामूहिक बलात्कार की भी कोशिश हुई”

इस वीडियो के बहाने राजद ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. ट्वीट कर लिखा है भाजपाई पिकनिक पर जाने से पहले CM नीतीश NDA महाजंगलराज में राज्य की महिलाओं का हाल जरूर देखें…..शर्म से डूब मरो नीतीश-BJP सरकार!

 

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इस देश में मिल रहा 2 हजार रूपए लीटर दूध, हालत इतने बुरे कि पेट्रोल पंप पर बुलाई गई सेना

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Desk: भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका अब तक के सबसे गहरे खाद्य संकट से जूझ रहा है. देश में सभी जरूरी खाद्य वस्तुओं की भारी किल्लत है जिससे महंगाई उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. निचले तबके की स्थिति तो खराब है ही, नौकरीपेशा वर्ग की हालत भी खराब है. लोग देश छोड़कर पलायन करने पर मजबूर हैं. श्रीलंका में तीन दिनों में ही दूध की कीमतों में 250 श्रीलंकाई रुपए का उछाल आया है.

श्रीलंका में दूध की भारी किल्लत हो गई है. दूध की कमी की वजह से कीमतों में असामान्य रूप से बढ़ोतरी हुई है और एक किलो दूध के लिए लोगों को करीब दो हजार रुपए (1,975 श्रीलंकाई रुपए) देने पड़ रहे हैं. लोग 400 ग्राम दूध खरीदने के लिए 790 रुपए दे रहे हैं. दूध के दामों में केवल पिछले तीन दिनों में ही 250 रुपए की बढ़ोतरी हुई है जो अब भी लगातार जारी है. इतनी महंगी कीमत चुकाने के बावजूद भी लोगों को दूध नहीं मिल पा रहा है. दुकानों से दूध के पैकेट गायब हैं. लोगों का कहना है कि श्रीलंका में सोना ढूंढना आसान है लेकिन दूध के लिए घंटों भटकना पड़ रहा है. जिन्हें दूध की जरूरत है, उन्हें तड़के सुबह ही दुकानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. श्रीलंका में दूध एक दुर्लभ लग्जरी आइटम बन गया है. श्रीलंका में सरकार की नीतियों के कारण चावल और चीनी की भी भारी किल्लत हो गई है. कुछ समय पहले देश की राजपक्षे सरकार ने केमिलक फर्टिलाइजर्स पर पूर्णतः बैन लगा दिया और 100 प्रतिशत जैविक खेती पर जोर दिया. सरकार के इस फैसले से देश में कृषि उत्पादन बेहद कम हो गया. चावल और चीनी की किल्लत के कारण इनकी कीमतें आसमान छू रही हैं.

श्रीलंका में चावल और चीनी 290 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. अनुमान है कि एक हफ्ते के अंदर ही चावल की कीमतें 500 रुपए हो जाएंगी. लोग अपने आने वाले कल को लेकर बेहद परेशान हैं और देश में जमाखोरी भी उफान पर है. कागज की कमी के कारण श्रीलंका की सरकार ने स्कूलों में परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. आर्थिक संकट ने श्रीलंका की कमर तोड़ दी है और पेट्रोलियम उत्पादों की भी भारी किल्लत हो गई है. देश के पेट्रोल पंपों पर महंगा तेल खरीदने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगी हैं. स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कतार में लंबे समय तक खड़े रहने के कारण श्रीलंका में तीन बुजुर्ग व्यक्तियों की मौत हो गई. इसके बाद सरकार ने पेट्रोल पंप पर सेना लगा दिया है. श्रीलंका की इस हालत के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं. विदेशी मुद्रा भंडार का कम होना उसकी इस हालत के लिए सबसे बड़ा कारक माना जा रहा है. तीन साल पहले जहां श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार 7.5 अरब डॉलर था वहीं पिछले साल नवंबर में ये गिरकर 1.58 अरब डॉलर हो गया. श्रीलंका पर चीन, जापान, भारत और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का भारी कर्ज है लेकिन विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण वो अपने कर्जों की किस्त तक नहीं दे पा रहा है.

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फाइनली फरार मुखिया मैडम आईं सामने, कहा- इश्क का कोई चक्कर नहीं पति से लड़कर मायके चले गए थे

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Desk:  कुछ दिनों पहले बिहार की एक लेडी मुखिया खूब चर्चा में थी. पति ने थाने में शिकायत की थी कि गांव के ही 3 लोग मेरी मैडम को शादी की नीयत बहला फुसलाकर भगा ले गए हैं. फाइनली महिला मुखिया ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवाया है.

महिला के बयान के मुताबिक, मामला कहीं से भी प्रेम प्रसंग का नहीं है, बल्कि वह पति की प्रताड़ना से तंग आकर मायके चली गई थीं.

बता दें के सीतामढ़ी के सोनबरसा प्रखंड के खाप खोपराहा पंचायत की मुखिया रेखा कुमारी पिछले 9 मार्च को लापता हो गई थीं. इस गुमशुदगी की रिपोर्ट 15 मार्च को उनके पति ने दर्ज कराई थी. पुलिस थाने में दर्ज कराए गए मामले में पति ने 3 लोगों को नामजद किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि इन 3 लोगों ने रेखा कुमारी को शादी की नीयत से बहला-फुसला कर भगा लिया है.

गुरुवार को रेखा कुमारी को पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस ने सदर अस्पताल में उनकी मेडिकल जांच भी कराई और इससे पहले मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दर्ज कराया. रेखा कुमारी ने किसी भी तरह के प्रेम प्रसंग से इनकार किया. उन्होंने कहा कि 8 मार्च को पति के साथ उनका झगड़ा हुआ था. पति ने उन्हें जान मार देने की धमकी दी थी, जिसके बाद 9 मार्च को वे अपने मायके चली गई थीं. 3 बच्चों की मां रेखा कुमारी ने यह भी कहा कि उनके पति उनके साथ अक्सर मारपीट करते हैं.

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तो क्या मनहूस बंगले में रह रहे थे मुकेश सहनी, अब तक पटना के 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहने वाले 3 मंत्री नहीं पूरा सके थे अपना कार्यकाल

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Desk: पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ऐसे चौथे मंत्री हो सकते हैं, जो पटना के 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहते हुए अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं. बुधवार को मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी के 3 विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव पार्टी छोड़कर BJP में शामिल हो गए. इस घटना के बाद मुकेश सहनी के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं.

VIP के तीनों विधायकों के BJP में शामिल होने के साथ ही भाजपा ने मंत्री पद से सहनी का इस्तीफा मांग लिया है. दरअसल, पिछले कुछ सालों के इतिहास पर नजर डालें तो बिहार सरकार का जो भी मंत्री 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहता है. वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता. उसे किसी न किसी वजह से मंत्री पद से हाथ धोना पड़ता है.

मुकेश सहनी के 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहने से पहले इस बंगले में पिछली सरकार में मंत्री मंजू वर्मा रहती थीं. 2018 में मंजू वर्मा के पति का नाम मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में आ गया था. इसके बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. मंजू वर्मा से पहले इस बंगले में महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे राष्ट्रीय जनता दल के नेता आलोक मेहता रहते थे. लेकिन 2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन तोड़कर BJP के साथ सरकार बना ली थी. इसके बाद आलोक मेहता भी मंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे.

आलोक मेहता से पहले 2015 में JDU नेता और तत्कालीन आबकारी विभाग मंत्री अवधेश कुशवाहा 6, स्ट्रैंड रोड बंगले में रहते थे. लेकिन एक स्टिंग ऑपरेशन में पैसे लेते हुए दिखने के बाद उन्हें भी नीतीश सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था. 6, स्ट्रैंड रोड बंगले के साथ जो इतिहास जुड़ा हुआ है, इसके बाद अब सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या मुकेश सहनी के साथ भी यह घटना दोहराएगी?. क्या सहनी भी ऐसे मंत्री बनेंगे, जो इस बंगले में रहते हुए अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे?

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