Barbigha:-किसान सलाहकार के बाद अब कृषि समन्वयको ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. संशोधित वेतनमान और पदनाम की मांग कर रहे कृषि समन्वयको के द्वारा हड़ताल शुरू किया गया है. यह हड़ताल बिहार कृषि संबंधित कार्य समिति पटना के बैनर तले किया गया है. शेखपुरा में भी जिले भर के कृषि समन्वयक बुधवार से हड़ताल पर चले गए हैं.
हड़ताल के दौरान कृषि समन्वयको ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया. कृषि समन्वयक अपना वेतन 2800 ग्रेड पे से बढ़ाकर संशोधित ग्रेड पे ₹4600 की मांग पर अड़े हुए हैं. हड़ताल के संबंध में जिला कृषि समन्वयक संघ के जिला उपाध्यक्ष संदीप कुमार ने बताया कि महंगाई के दौर में पुराने वेतन पर काम करना वर्तमान समय में संभव नहीं है. सरकार कृषि से संबंधित तमाम योजनाओं का क्रियान्वयन कृषि समन्वयक के द्वारा हो कराती है. तय समय पर सरकार के सारे कार्यों को हम लोग पूरा करके देते हैं.
सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. चिलचिलाती धूप हो या कड़कड़ाती ठंड हर परिस्थितियों में हम लोग अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं.पूरी ईमानदारी से काम करने के बावजूद सरकार हम लोगों के वेतन वृद्धि पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि अब सरकार से लड़ाई आर-पार की हो गई है. जब तक हम लोगों की मांग सरकार पूरी नहीं करेगी तब तक प्रदेश भर में कृषि समन्वयक हड़ताल पर रहेंगे.
वेतन वृद्धि करने के साथ-साथ कृषि समन्वयक ने अपना पदनाम कृषि समन्वयक से बदलकर कृषि विकास पदाधिकारी(ADO) करने का भी मांग रखा है. शेखपुरा जिला में कृषि समन्वयक का हड़ताल जिला अध्यक्ष अमरनाथ मेहता की अगुवाई में किया जा रहा है. कृषि समन्वयक के हड़ताल पर चले जाने के कारण कृषि संबंधित कार्य पूरी तरह से बाधित हो चुकी है. अब देखना है कि सरकार कब तक की मांगों को पूरा करती है