कहानी बिहार के बाहुबली शहाबुद्दीन की, आम जनता तो छोड़ों बड़े नेता, अधिकारी, पुलिस सब खाते थे खौफ

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Desk: नब्बे का दशक बिहार में अपराध का ऐसा बोलबाला था कि लोगों को सड़कों पर बाहर निकलते हुए डर लगता था. लूटपाट, मारपीट, झगड़ा, अपहरण, रंगदारी, हत्या जैसी घटनाएं वहां आम थीं और बिहार की इसी अपराधिक पृष्ठभूमि में दहशत का एक नाम बड़ी तेजी से उभर रहा था और वो नाम था मोहम्मद शहाबुद्दीन का. लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन के नाम का एक वक्त पर बिहार में ऐसा खौफ था कि आम जनता तो छोड़ों बड़े नेता, अधिकारी, पुलिस सब उनसे खौफ खाते थे. कहा जाता है कि शहाबुद्दीन की मर्जी के बिना बिहार के सि‍वान जिले में तो पत्ता तक नहीं हिल सकता था.

सि‍वान के साहेब नाम दिया था सि‍वान के लोगों ने शहाबुद्दीन को. मोहम्मद शहाबुद्दीन का जन्म 10 मई 1967 को सि‍वान के प्रतापपुर में हुआ था. सि‍वान में ही स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राजनैतिक विज्ञान में ग्रेजुएशन की. कॉलेज के दिनों से ही शहाबुद्दीन का नाम अपराध से जुड़ने लगा. 1986 में जब वो 19 साल के थे तो उनके ऊपर पहला आपराधिक मामला दर्ज हुआ. शहाबुद्दीन के लिए तो क्राइम की ये शुरूआत थी. इसके बाद तो वो एक के बाद एक खौफनाक वारदातों को अंजाम देते रहे. कई मामले शहाबुद्दीन पर दर्ज होने लगे. यहां तक की उन्हें हिस्ट्रीशीटर तक घोषित कर दिया गया.

जब अपराधों की लिस्ट बढ़ने लगी तो तो शहाबुद्दीन ने राजनीति का दामन थामने का मन बनाया. 1985 चुनाव में जिरदोही सीट से शहाबुद्दीन ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. बस क्या था शुरूआत हो चुकी थी एक शातिर अपराधी की राजनीति से जुड़ने की. इसके बाद तो क्राइम के साथ-साथ राजनीति में भी इस बाहुबली का ग्राफ बढ़ता चला गया. सि‍वान का ये डॉन धीरे-धीरे पूरे बिहार में फेमस होने लगा. लोगों में शहाबुद्दीन का इतना डर था कि कोई उनके खिलाफ कुछ भी कहने से बचता था. इसी दौरान शहाबुद्दीन लालू यादव के करीब आए.

लालू यादव को अपना दबदबा बनाने के लिए एक दबंग आदमी की जरूरत थी और शहाबुद्दीन को एक बड़ी पार्टी का प्लेटफॉर्म चाहिए था. बस यहीं से अपराध के एक नए युग की शुरूआत हुई. 1991 लोकसभा चुनाव में जनता दल को बड़ी जीत मिली. इन लोकसभा चुनावों में शहाबुद्दीन ने अपने बाहुबल से तो लालू यादव का साथ दिया ही साथ ही मुस्लिम वोटर्स को लुभाने में भी अहम भूमिका निभाई. अब बिहार में जनता दल की सरकार बन चुकी थी तो सिवान में शहाबुद्दीन की सरकार चलती थी. मोहम्मद शहाबुद्दीन का खौफ तो पहले ही था, लेकिन अब तो जैसे शहाबुद्दीन की ताकत कई गुना बढ़ गई थी. लालू यादव के राज में शहाबुद्दीन का रुतबा भी बढ़ता ही जा रहा था. पुलिस ने उन्हें कुछ भी कहना बंद कर दिया था. चाहे ये बाहुबली कोई भी अपराध करे पुलिस और प्रशासन ने तो जैसे आंखें ही बंद कर ली थी. सि‍वान में शहाबुद्दीन की पैरलर सरकार चलती थी. लोगों के लड़ाई-झगड़े निपटाने हों या घरेलू विवाद, भूमि का बंटवारा करना हो या उससे जुड़ा कोई विवाद सि‍वान में पुलिस या प्रशासन का कोई रोल नहीं था. वहां सिर्फ शहाबुद्दीन का राज चलता था और लोग भी उन्हें साहेब के नाम से बुलाते थे.

शहाबुद्दीन ने 1995 में जनता दल की सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके तुरंत बाद 1996 में शहाबुद्दीन को लोकसभा का टिकट दे दिया गया और पहली बार सि‍वान का साहेब संसद तक पहुंचा. 1997 में आरजेडी बनी और लालू यादव की सरकार आयी तो शहाबुद्दीन का कद और बढ़ गया और साथ ही बढ़ गई गुंडागर्दी. 1999 में बिहार के वामपंथी नेता छोटे शुक्ला का अपहरण होता है और फिर हत्या हो जाती है. इस अपहरण और हत्या का आरोप शहाबुद्दीन पर लगता है, लेकिन पुलिस उनके गिरेबान पर हाथ डालने की हिम्मत तक करती. हालांकि बाद में इस मामले में शहाबुद्दीन को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी और वो लंबे समय तक जेल में बंद रहे थे.

2004 लोकसभा चुनाव के कुछ महीने पहले कोर्ट के ऑर्डर के बाद शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें सि‍वान जेल में रखा गया था, जेल से भी उनकी राजनीति वैसे ही चलती रही. कुछ दिनों बाद ही शहाबुद्दीन मेडिकल के नाम पर खुद को अस्पताल में शिफ्ट करवा लिया और वही से चुनाव लड़ा. अस्पताल में एक पूरा वॉर्ड शहाबुद्दीन को दिया गया था. वो यहीं अपने नेताओं से मिलते, चुनाव की रणनीति बनाते. वार्ड में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रहती, ऐसा लगता अस्पताल नहीं शहाबुद्दीन का ऑफिस हो. चुनाव के कुछ दिन पहले कोर्ट के आदेश के एक बार फिर शहाबुद्दीन को जेल लौटना पड़ा. 2004 के चुनाव हुए. शहाबुद्दीन पर 500 से ज्यादा बूथ लूटने के आरोप लगे. उस सीट पर एक बार फिर चुनाव करवाया गया, जेडीयू के ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने उन्हें कड़ी टक्कर दी लेकिन, दूसरी बार भी जीत शहाबुद्दीन को ही मिली. चुनाव जीतने के बाद तो वहां पर शहाबुद्दीन का कहर ऐसा बरपा की कई जेडीयू कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो गई. चुनाव में तो शहाबुद्दी जीत चुके थे, लेकिन यहां से उनके बुरे वक्त की शुरुआत हो गई थी.

2004 में बिहार में एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया. एक दुकानदार चंदा बाबू के तीन बेटों गिरीश, सतीश और राजीव का बदमाशों ने अपहरण कर लिया और बाद में दो भाइयों गिरीश और सतीश के ऊपर तेजाब डालकर उनकी हत्या कर दी गई. राजीव बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाने में कामयाब हुए. इस डबल मर्डर केस के आरोप भी शहाबुद्दीन पर लगे. ये केस सालों तक चलता रहा. 2015 में इस डबल मर्डर केस के चश्मदीद राजीव की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई. शहाबुद्दीन पर एक के बाद एक मामलों पर सजा सुनाई जा रही थी. इसी दौरान एक बार पुलिस शहाबुद्दीन के पुश्तैनी घर में छापेमारी करने पहुंची तो उनके घर से कई पाकिस्तानी हथियार, एक 47, सेना के नाइट विजन डिवाइस बरामद हुए. इस घटना ने पूरे देश में सनसनी मचा दी. सि‍वान के डॉन का आतंक की चर्चा अब पूरे देश में थी. 2005 में शहाबुद्दीन दिल्ली संसद सत्र में हिस्सा लेने आए हुए थे. बिहार पुलिस ने उन्हें दिल्ली से ही गिरफ्तार कर लिया. हत्या, अपहरण, बमबारी, अवैध हथियार रखने और जबरन वसूली करने जैसे कई मामले शहाबुद्दीन पर दर्ज हो चुके थे. शुक्ला हत्याकांड में कोर्ट ने शहाबुद्दीन को उम्रकैद की सजा सुना दी थी. कोविड के दौरान भी मोहम्मद शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में थे. कोविड की वजह से उनकी तबियत काफी बिगड़ गई. उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई. बिहार का ये खतरनाक बाहुबली जो किसी ने न हारने का दम भरता था मौत के सामने हार चुका था. माना जाता है कि बिहार में शहाबुद्दीन जैसा बड़ा डॉन कोई दूसरा नहीं हुआ.

 

Source: NBT

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मौसम विभाग का पूर्वानुमान, बिहार के इन जिलों में होगी भारी बारिश

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Desk: सूबे में 9 अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है. साथ ही, मेघ गर्जन व वज्रपात का अलर्ट भी है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मॉनसून के प्रभाव से प्रदेश के उत्तरी भागों में आज से 9 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है. इसको लेकर चेतावनी जारी की गई है. इस दौरान मेघ गर्जन, तेज हवा व वज्रपात की आशंका जताई गई है. वहीं, बीते 24 घंटों में भी उत्तरी भागों के अधिकांश जगहों पर वर्षा दर्ज की गई है.

बता दें कि, पूरे प्रदेश में अभी तक 295.5 mm ही बारिश हुई है, जबकि अब तक 545.5 mm बारिश हो जानी चाहिए थी. ऐसे में बिहार में इस बार 250 mm और 46 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है. मॉनसून का प्रभाव आज यानी रविवार से विशेष रूप से उत्तरी भागों में देखने को मिल रहा है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मानसून द्रोणी रेखा भटिंडा, हरदोई, उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश के आस-पास स्थित निम्न दबाव का क्षेत्र मिजोरम से होकर बांग्लादेश तक प्रभावी है. इसके प्रभाव से प्रदेश के उत्तरी भागों में 06 अगस्त से 09 अगस्त तक भारी से बहुत भारी वर्षा का अलर्ट है.

वहीं, अगले 24 घंटों की बात करें तो आईएमडी, पटना के द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पटना समेत नालंदा, बांका, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, सारण, मुंगेर और गया जिले में भारी बारिश होगी. जबकि, शेखपुरा, नवादा एवं जमुई जिले में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है. शनिवार को पटना व आस-पास के इलाकों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश देखने को मिली. वहीं, बीते 24 घंटों के दौरान पूर्णिया जिले में भारी वर्षा व अन्य भागों में हल्की वर्षा दर्ज की गई.

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बाइक ने बुजुर्ग को मारी टक्कर, घटनास्थल पर हुई मौत

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Sheikhpura: शेखोपुरसराय बरबीघा मुख्य सड़क मार्ग पर सोमवार की सुबह डोवाडीह मोड़ के समीप एक  अनियंत्रित बुलेट चालक ने 58 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति को धक्का मार दिया. जिस कारण बुजुर्ग की मौके पर मौत हो गई. मृतक व्यक्ति की पहचान अस्थाना गांव निवासी स्वर्गीय टुनी यादव के 58 वर्षीय पुत्र राजो यादव के रूप में पहचान की गई है.

इस संबंध में जानकारी देते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि प्रत्येक दिन की तरह सोमवार की सुबह को मृतक डोवाडीह मोड़ के समीप दूध पहुंचाने के लिए आया हुआ था. उसी दरम्यान शेखोपुर सराय की तरफ से आ रहे बुलेट की रफ्तार तेज रहने के कारण चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और बुजुर्ग व्यक्ति में जा टकराई. जिस कारण उसकी मौके पर मौत हो गई. इस घटना के बाद ग्रामीणों के द्वारा बुलेट गाड़ी को पकड़ लिया गया. इस दुर्घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्य सड़क मार्ग को बांस एवं बल्ली से  मुख्य सड़क मार्ग को पूरी तरह से बाधित कर दिया. दोनों तरफ से गाड़ियों की लंबी लंबी कतारें लग गई. जिसके कारण आने जाने वाले राहगीरों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई.

घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया एवं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. इस घटना की  जानकारी  स्थानीय थाना शेखोपुर सराय को दिया गया. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शेखपुरा भेज दिया. बताया जाता है कि शेखोपुर सराय प्रखंड के जोधन बीघा गांव निवासी राजेश कुमार के 23 वर्षीय पुत्र नीरज कुमार अपने बहनोई आनंद कुमार के साथ बुलेट पर सवार होकर बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन रेल पकड़वाने के लिए जा रहे थे. बुलेट की तेज रफ्तार होने की वजह से सड़क पार कर रहे राजो  यादव को बुलेट चालक ने टक्कर मार दिया. इस दुर्घटना के बाद बुलेट पर सवार चालक भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया. जिसे स्थानीय लोगों के द्वारा जख्मी युवक को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शेखोपुर सराय में भर्ती कराया गया इसके बाद डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार कर उसे चिंताजनक स्थिति में रहने के कारण पावापुरी रेफर कर दिया.

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मां को देखते ही रो पड़े मनीष कश्यप, बेतिया कोर्ट में हुई पेशी

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Desk: यूट्यूबर मनीष कश्यप की बेतिया कोर्ट में पेशी हुई. वह बीते कुछ महीनों से फेक वीडियो के मामले में तमिलनाडु के मदुरई जेल में बंद था. पेशी के दौरान मनीष की मां, भाई और प्रशंसकों की भीड़ कोर्ट के बाहर जमा हो गई. मनीष कश्यप लंबे समय बाद अपने परिवार से मिलकर भावुक हो गए. उन्होंने मां को गले लगाकर जल्द ही न्याय मिलने के बाद लौटने का भरोसा दिलाया.

मनीष कश्यप तमिलनाडु में बिहारियों के साथ कथित हिंसा के केस में फेक वीडियो बनाने, प्रसारित करने और नफरत फैलाने के आरोप में मदुरई की जेल में बंद है. न्यायालय के आदेश पर सोमवार को तमिलनाडु पुलिस मनीष को बेतिया कोर्ट में पेशी के लिए लेकर पहुंची. इस पेशी के दौरान मनीष कश्यप के चाहने वालों की भीड़ जमा हो गई. उसका परिवार मिलने के लिए आया हुआ था. एसपी ऑफिस में नहीं मिलने दिया गया तो, परिवार ने कोर्ट में ही मुलाकात की.

मनीष कश्यप लंबे समय बाद अपनी मां और भाई से मिलकर भावुक हो गया. उसने मां को गले लगाया और कहा कि जल्द ही न्याय मिलने के बाद लौट कर आऊंगा. बेतिया कोर्ट में पेशी के बाद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के यहां से रिमांड किया गया. इसके बाद न्यायिक दंडाधिकारी मंजूर आलम के कोर्ट में पेश किया गया. उसे 2 केस में एक साथ रिमांड किया गया है.

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विधानसभा मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में चला हस्ताक्षर अभियान, बीजेपी नेता रविराज ने कह दी बड़ी बात

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Desk: बीते 13 जुलाई को पटना में विधानसभा मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा (नवादा) के ज़िलाध्यक्ष रवि राज की अध्यक्षता में राज्यव्यापी हस्ताक्षर अभियान कार्यक्रम का आयोजन प्रजातंत्र चौक (नवादा) के समीप किया गया.

भाजयुमो ज़िलाध्यक्ष रवि राज ने कहा की भाजयुमो की ओर से बिहार के सभी जिला, मण्डलों में यह हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. बिहार में बढ़ते अपराध, आमजन पर हो रहे दमन, भ्रष्टाचार, 10 लाख सरकारी नौकरी के झूठे वादे को लेकर हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया जा रहा है. प्रदर्शनी के माध्यम से 13 जुलाई को पुलिसिया कार्रवाई में कार्यकर्ताओं के ऊपर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई को भी प्रदर्शित किया गया. दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई का बदला बिहार की जनता क़लम से लेगी. विपक्ष की आवाज़ को दबाने के लिये पुलिस का दुरूपयोग किया गया. मौक़े पर उपस्थित जिला भाजपा अध्यक्ष अनिल मेहता ने कहा की कलम की ताक़त महागठबंधन सरकार की गोली-लाठी पर भारी पड़ेगी.

इस मौक़े पर पूर्व भाजपा ज़िलाध्यक्ष संजय कुमार मुन्ना, वीरेंद्र सिंह, पूर्व सिविल सर्जन डॉ विमल प्रासाद सिंह, भाजपा जिला महामंत्री रामानुज कुमार, जिला उपाध्यक्ष अरविंद गुप्ता, महिला मोर्चा ज़िलाध्यक्ष गौरी रानी, माधुरी देवी, जिला कोषाध्यक्ष जितेन्द्र पासवान, आई टी सेल संयोजक अभिजीत कुमार, क्रीड़ा प्रकोष्ठ संयोजक गुलशन कुमार, अजीत शंकर, राहुल सिन्हा, रविशंकर सोनू, शिव यादव, गौरव कुमार सूरज, चंदन राजवंशी, बीपुल कुमार, कुंदन वर्मा, सोनू वर्मा, सुधीर कुमार, मनोज पचाढा, नीतीश कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

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शेखपुरा में सरकारी तालाब में बदमाशों ने डाला जहर, करीब साढ़े तीन लाख की मछलियां मरी

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Sheikhpura: नगर क्षेत्र के एकसारी गांव स्थित सरकारी तालाब में बदमाशों ने जहर डाल दिया. इस घटना के बाद देखते ही देखते तालाब की सारी मछलियां मरकर पानी की सतह पर आ गई. बताया जाता है कि जहर इतना पावरफुल था कि मछलियों के साथ-साथ तालाब में मौजूद सांप तक की भी मौत हो गई.

इस घटनाक्रम को लेकर मत्स्यजीवी सहयोग समिति के पूर्व मंत्री व कमासी गांव निवासी बच्चन देव चौहान के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है और पूर्व मंत्री द्वारा ही इस तालाब में जहर डलवाने की साजिश रचे जाने का आरोप लगने लगा है. हालांकि इस मामले को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी है. शेखपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए शेखपुरा प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समिति के वर्तमान मंत्री रंजीत डॉन बिंद ने बताया कि पूर्व मंत्री बच्चन देव चौहान द्वारा कई तालाबों पर दो पक्षों के बीच विवाद उत्पन्न कराया गया था.

इसी क्रम में पूर्व मंत्री एकसारी तालाब अपने लिए आवंटित कराए जाने को लेकर लगातार दबाव बना रहे थे. पूर्व में भी उन्हें धमकी दी गई थी अगर एकसारी तालाब उन्हें नहीं दिया गया तो अंजाम बुरा होगा. इसी क्रम में आखिरकार पूर्व मंत्री ने साजिश रचते हुए उसमें जहर डलवा दिया. जिसके कारण तालाब में पल रही करीब 20 क्विंटल मछलियां मर गई. इस घटनाक्रम में करीब साढे तीन लाख की कीमत की मछलियां मारे जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. बताया जाता है कि इस घटनाक्रम को अंजाम देने के लिए पूर्व मंत्री ने गांव के कुछ लोगों की भी सहायता ली थी. घटना की सूचना मिलते ही शेखपुरा थाने की टीम गांव पहुंची और मामले की तहकीकात में जुट गई. वही तालाब में जहर डाले जाने के मामले में मत्स्यपालकों के समक्ष एक बार फिर विकट परिस्थिति उत्पन्न कर दी है. इस पूरे मामले में ग्रामीण भी दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग डीएम एवं एसपी से की है.

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शिक्षिका ने स्कूल संचालक पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- सर कहते हैं Kiss करोगी तो वेतन देंगे

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Desk: बेतिया में एक शिक्षिका से छेड़खानी का मामला प्रकाश में आया है. शिक्षिका ने एक निजी स्कूल के संचालक पर छेड़खानी का आरोप लगाया है. शिक्षिका पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिला के रंगलियत गांव की रहनेवाली है. शिक्षिका ने बेतिया एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा को एक आवेदन देकर नरकटियागंज के स्कूल संचालक पर छेड़खानी और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.

SP को दिए आवेदन में पीड़िता ने स्कूल संचालक अपरोज अख्तर पर आरोप लगाया है. पीड़िता ने बताया है कि वह पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिला के रहने वाली है. वह पिछले सात महीने से शिकारपुर थाना क्षेत्र के हरदिया चौक पर स्थित सेंट्रल स्कूल में मैनेजमेंट के पद पर कार्यरत हैं. उनके साथ स्कूल के निदेशक अफरोज अख्तर हमेशा गलत करने की कोशिश करता है. वहीं शिक्षिका ने बताया कि स्कूल में ही निदेशक अफरोज अख्तर उसका हाथ पकड़ कर छेड़खानी करता है, और जब वह इसका विरोध करती है तो डराते हुए धमकी भी देता है. बोलता है कि तुम हमेशा स्कूल पर ही ध्यान दोगी तो मुझसे प्यार कब करोगी?

शिक्षिका ने यह भी बताया कि निदेशक अफरोज अख्तर ने उसे 25 हजार रुपये प्रतिमाह की सैलरी देने का वादा कर यहां बुलाया था, लेकिन सात महीना बीत जाने के बाद अभी तक मात्र 65 हजार रुपये ही दिया है. पैसा मांगने पर तरह-तरह की धमकी देता रहता है. वहीं शिक्षिका ने बताया है कि अफरोज अख्तर बड़े-बड़े नेताओं के संरक्षण में रहता है और बोलता है कि कुछ नहीं होगा. तुमको जहां जाना है जाओ.

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तो क्या इसे ही विकास कहते हैं ?, कीचड़मय रास्ते से गुजरने को विवश हुए लोग

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Sheikhpura: बिहार में विकास से इतर किसी बात का जिक्र होता ही नहीं है. खुले मंच से जब विकास पुरूष सीएम नीतीश कुमार कहते हैं कि हमने अपने कार्यकाल में गजब का विकास किया है तो इस तस्वीर को देखकर ताज्जुब होता है.

ये तस्वीर शेखोपुर सराय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत महब्बतपुर गांव के वार्ड नंबर चार की है. महब्बतपुर गांव के वार्ड नंबर चार के लोग कीचड़ भरे रास्तों से आने जाने के लिए विवश हो चुके हैं. नाली की पानी की उचित निकासी नहीं होने के कारण पिछले छह महीनों से अधिक समय से मुख्य रास्ते पर पानी जमा हुआ है. जल निकासी नहीं होने की वजह से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण कारू सिंह, रवि सिंह, भरत सिंह, भोली सिंह, गोविन्द कुमार, नीतीश कुमार आदि ने बताया कि इस संबंध में पंचायत के मुखिया राजीव कुमार के साथ-साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी और जिला पदाधिकारी के पास भी आवेदन दिया गया है.

प्रखंड विकास पदाधिकारी खुद समस्या को जानने के लिए स्थल का निरीक्षण भी कर चुके हैं. लेकिन इसके बावजूद जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है. ग्रामीणों ने मुखिया के ऊपर भी मनमाने ढंग से नाली गली योजना में कार्य करवाने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि चैती छठ जैसे माहौल में भी उचित साफ-सफाई नहीं होने की वजह से छठ व्रतियों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा. वहीं उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे लोग सड़क पर उतर कर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. बताते चलें कि नीतीश सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना सात निश्चय योजना के तहत पक्की नली और गली प्रत्येक गांव में बनाना सुनिश्चित किया गया है. लेकिन इसके बावजूद आज तक कई ऐसे गांव हैं जहां इस योजना का समुचित लाभ नहीं मिल पाया है.

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रामनवमी शोभा यात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, राम,लक्ष्मण और सीता की एक झलक पाने के लिए उत्सुक दिखे लोग

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Sheikhpura: बरबीघा में राम नवमी के अवसर पर हिंदू स्वाभिमान मंच के बैनर तले निकाली शोभायात्रा में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिली. इस शोभायात्रा में बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने भी काफी महत्वपूर्ण योगदान निभाया. नगर क्षेत्र के महादेव गंज मोहल्ला में स्थित शिवाला से शोभा यात्रा की शुरुआत की गई. वहां से निकलकर शोभायात्रा बीच बाजार से होते हुए झंडा चौक, पुरानी शहर, थाना चौक इत्यादि जगहों का भ्रमण करने के बाद वापस शिवाला में आकर में संपन्न हुआ.

शोभायात्रा में शामिल हजारों की संख्या में शामिल युवाओं द्वारा जय श्रीराम के नारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा. संगठन के द्वारा शोभायात्रा में राम, लक्ष्मण और सीता सहित हनुमान की झांकी भी निकाली गई थी. जिसकी एक झलक पाने के लिए जगह-जगह लोग काफी उत्सुक भी दिखे. यही नहीं कई जगह लोगों ने छत के ऊपर से राम लक्ष्मण और सीता के ऊपर पुष्प वर्षा भी किया. शोभायात्रा में शामिल लोगों के लिए जगह-जगह स्थानीय लोगों के द्वारा जलपान की भी व्यवस्था की गई थी. दूसरी तरफ शोभा यात्रा की सफलता को लेकर बरबीघा के सभी थानों की पुलिस भी काफी सजग दिखी. जगह-जगह दंडाधिकारी की तैनाती करने के साथ-साथ भारी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया था. शोभा यात्रा के दौरान प्रशासन उपद्रव करने वालों पर कड़ी नजर रखे हुए थी. संगठन के सदस्यों और पुलिस की चौकसी की वजह से शोभायात्रा शांतिपूर्वक संपन्न हो गया.

इस अवसर पर बजरंग दल के कार्यकर्ता विशाल कुमार, अजय यादव, सौरभ कुमार इत्यादि ने कहा कि सनातन धर्म विश्व का सबसे श्रेष्ठ धर्म है. इस तरह के आयोजन से सभी समुदाय के लोगों को एक मंच के तले जुड़ने का मौका मिलने के साथ-साथ भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है. बताते चलें कि शुक्रवार को भी बरबीघा नगर क्षेत्र में विस्तृत बड़ी ठाकुरबारी के सदस्यों के बरा भी रामनवमी को लेकर ही शोभायात्रा निकाली जाएगी. मौके पर मुकुल यादव,सूरज चंद्रवंशी, रंजीत कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.

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विश्व टीवी दिवस पर जिले भर में निकाली गई रैली, इलाज एवं बचाव को लेकर किया गया जागरूक

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Sheikhpura: जिले के सभी पीएचसी के तत्वाधान में शुक्रवार को विश्व टीवी दिवस के अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बरबीघा रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर फैजल अरशद और स्वास्थ्य प्रबंधक राजन कुमार की अगुवाई में आदर्श कन्या मध्य विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दोनों चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा स्कूली बच्चों तथा शिक्षकों के साथ मिलकर टीवी से संबंधित जागरूकता स्लोगन और पोस्टर लेकर शहर भर में रैली भी निकाली गई.

इस अवसर पर डॉ फैसल अरशद ने कहा कि समय पर टीवी के लक्षणों की पहचान करते हुए इलाज शुरू किया जाए तो मरीजों को बचाया जा सकता है. टीवी अब लाइलाज बीमारी नहीं रहा है. उन्होंने बताया कि टीवी के रोगाणु वायु द्वारा फैलते हैं. इससे पीड़ित व्यक्ति के खाँसने या छीकने पर लाखों करोड़ों की संख्या में टीवी के रोगाणु छोटे कणों के माध्यम से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में भी प्रवेश कर जाते हैं. जिसके बाद स्वस्थ व्यक्ति भी टीवी रोग से ग्रसित हो जाता है.

उन्होंने बताया कि 15 दिनों से अधिक समय तक खांसी से पीड़ित रहने वाले व्यक्ति को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टीवी की जांच करवानी चाहिए. पहचान होने पर उचित इलाज और खानपान के जरिए टीवी को हराया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान अब टीवी के मरीजों के खाते पर पोषण के लिए ₹500 भी प्रत्येक माह भेजी जाती है. गौरतलब हो कि विश्व टीवी दिवस के अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई.

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