Sheikhpura:-देसी जुगाड़ लगाकर एक युवक ने अपनी डेढ़ लाख की पल्सर पेट्रोल गाड़ी को इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील कर दिया. ना सिर्फ उसने गाड़ी का इंजन हटाया बल्कि वहां पर कई नए टेक्निकल फीचर्स भी जोड़ दिए। जिस वजह से अब एक बार चार्ज करने पर उसकी बाइक 100 किलोमीटर से ज्यादा दौड़ सकती है. जिसमें उसका पिकअप भी काफी तेज है.
युवक विमलेश कुमार ने बताया कि दिल्ली में रहने वाले उसके एक मित्र की मदद से उसने गाड़ी में यह परिवर्तन किया है. जिसमें उसने एक मोटर एक बड़ी बैटरी का इस्तेमाल कर कई छोटे-छोटे चीजों का बदलाव कर दिया. जिस वजह से गाड़ी काफी हल्की हो गई और उसका रफ्तार बढ़ गया। उसने बताया कि 40 से 50 हजार रुपये का खर्च आया और उसकी गाड़ी पेट्रोल इंजन से इलेक्ट्रिक इंजन में बदल गई.
मुख्य बाजार में फराटे मार कर दौड़ती गाड़ी को देख लोग अचंभित भी दिखे. युवक ने बताया कि गाड़ी में कई अन्य बदलाव किए जाना शेष है जिस वजह से इसकी रफ्तार और बढ़ेगी और इसका माइलेज भी काफी बढ़ेगा उसने पूरा परिवर्तन शेखपुरा में ही अपने घर में किया है
Barbigha:-बरबीघा के जी माउंट लिट्रा स्कूल में अब आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति के बच्चों को भी पढ़ने का मौका मिल सकता है.इसके लिए आपके बच्चे को मेधावी होना जरूरी है. दरअसल क्षेत्र के मेधावी बच्चों को स्कूल ने एडमिशन फीस में 100% तक स्कॉलरशिप देने का विद्यालय में घोषणा किया है. इसके लिए विद्यालय की ओर से एक स्कॉलरशिप टेस्ट दिनांक 11 जून 2023 दिन रविवार को आयोजित किया गया है.
इस संबंध में विद्यालय के प्राचार्या पिंकी राय ने बताया कि ऐसे छात्र जो अच्छी एवं आधुनिक शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, जिन के मार्ग में आर्थिक समस्या अवरोध बन रही है, वो अपने सुनहरे भविष्य के लिए इस स्कॉलरशिप टेस्ट में सम्मिलित हो सकते हैं. इसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को एडमिशन फीस में 100% तक का छूट प्रदान किया जाएगा.
स्कॉलरशिप टेस्ट प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बच्चों के माता-पिता को 10 जून तक संध्या 4:00 बजे से पहले स्कूल में मिलने वाले फॉर्म को भरकर स्कूल में जमा कराना होगा.स्कूल में मिलने वाले फॉर्म भी पूरी तरह से निशुल्क दिया जा रहा है.
स्कॉलरशिप टेस्ट प्रतियोगिता में विभिन्न प्रकार के ग्रेड पाने वाले बच्चों को ग्रेड के अनुसार ही स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी.विशेष जानकारी के लिए विद्यालय के दिए गए नंबर 9153982451 और 9153982452 पर संपर्क कर सकते हैं.
Barbigha:-एसकेआर कॉलेज बरबीघा में मंगलवार को स्नातकोत्तर के नए सत्र 2022-24 के लिए इंडक्शन मीट कार्यक्रम का आयोजन किया गया.इसके साथ ही एसकेआर कॉलेज में इतिहास,अर्थशास्त्र,पॉलिटिकल साइंस और कॉमर्स विषयों में मंगलवार से पढ़ाई प्रारंभ हो गई.प्राचार्य डॉ नवल प्रसाद द्वारा नए सत्र तथा इंडक्शन मीट कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया.
कार्यक्रम में उपस्थित दर्जनों विद्यार्थियों के बीच उन्होंने नई शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में पीजी में सेमेस्टर सिस्टम और उससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी छात्रों से साझा किया.अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आजकल के विद्यार्थी कॉलेज जाकर अध्ययन करना पसंद नहीं करते जो चिंता का विषय है. उपस्थित विद्यार्थियों को उन्होंने नियमित रूप से क्लास करने को लेकर प्रेरित करते हुए कहा कि नियमित क्लास करने से हमेशा कुछ न कुछ नई चीजों को सीखने का मौका मिलता है.
वही प्रो० यू०पी० दास, प्रो० राजमनोहर कुमार, प्रो० विद्याप्रकाश मौर्य, प्रो० अशोक कुमार ने भी उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित किया.वक्ताओं ने बरबीघा जैसे प्रखंड स्तरीय कॉलेज में फिर से पीजी की पढ़ाई प्रारंभ होने को छात्रों और कॉलेज के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि करार दिया.
सभी प्रोफेसरों ने एक सुर में कहा कि पीजी की पढ़ाई प्रारंभ होने से क्षेत्र के हजारों विद्यार्थियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा.इसके लिए उन तमाम लोगों को धन्यवाद दिया जिन्होंने इसके लिए प्रयास किया.कार्यक्रम में मंच संचालन का कार्य डॉक्टर बीरेंद्र पांडे के द्वारा किया गया.
Barbigha:-साई कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग ओनामा में एन.सी.टी.ई. के आदेशानुसार ‘आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘ के अंतर्गत एक गतिविधि का आयोजन किया गया. जिसका शीर्षक “भारत के प्रसिद्ध जल स्रोत था”.इस प्रतियोगिता में चार समूह क्रमशः स्वामी विवेकानंद ग्रुप, रानीलक्ष्मी बाई ग्रुप, सावित्री बाई ग्रुप और रविंद्र नाथ टैगोर ग्रुप बनाये गए.
इसमें प्रथम स्थान रविन्द्र नाथ टैगोर ग्रुप को दूसरा स्थान स्वामी विवेकानंद ग्रुप को और तीसरा स्थान सावित्री बाई ग्रुप को दिया गया.इस प्रतियोगिता में सभी प्रशिक्षुओ ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. प्रतियोगिता का शुभारंभ संस्थान के अध्यक्ष अंजेश कुमार ने किया.उन्होंने प्रशिक्षुओं से आह्वान किया कि इस प्रकार के कार्यक्रम में सभी को अनिवार्य रूप से हिस्सा लेना चाहिए.
उनके द्वारा विजेता तथा उपविजेता टीम को पुरस्कृत भी किया गया. कार्यक्रम का समापन विभागाध्यक्ष बालदेव प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन से किया. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सहायक अध्यापक सर्वेश कुमार राय, रविंद्र कुमार, राकेश गिरी प्रशाखा पदाधिकारी राजाराम, रघुवीर शंकर, कंप्यूटर संकाय से आसित अमन एवं अन्य सभी कर्मी उपस्थित रहे.
Sheikhoura:-कुशल युवा कार्यक्रम में शत प्रतिशत दशवी और बारहवीं पास स्कूली बच्चों को जोड़ने के लिए बुधवार को जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के सभागार में बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिले के सभी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के साथ-साथ कॉलेज के प्राचार्य को इस योजना से सभी युवाओं को जोड़ने का अनुरोध किया गया.
बैठक में जिला नियोजन पदाधिकारी अमितेश राणा, परामर्श केंद्र के प्रबंधक नवीन भास्कर चौधरी, सहायक प्रबंधक रंजीत कुमार भगत ने प्रधानाध्यापकों को इस दिशा में सार्थक पहल करने की अपील की. बताया गया कि कुशल युवा कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को कंप्यूटर के मूलभूत सिद्धांत, व्यवहार कौशल एवं भाषा का तीन माह का निशुल्क प्रशिक्षण कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है.
बैठक में विचार विमर्श के दौरान अभी हाल ही में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पास करने वाले सभी छात्र छात्राएं जो विद्यालय में विद्यालय परित्याग पत्र लेने आ रहे हैं. उन्हें इस कार्यक्रम से हर हाल में जोड़ने की अपील की.
बताया गया कि पिछले शैक्षणिक सत्र में भी प्रधानाध्यापकों के सक्रिय सहयोग से 9000 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने सरकार के महत्वकांक्षी कौशल युवा विकास कार्यक्रम का लाभ उठाया. इस साल भी इस प्रदर्शन को दोहराने पर जोर दिया गया.
Sheikhpura:- शेखपुरा सदर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने प्रखंड क्षेत्र के 3 विद्यालयों के सात शिक्षकों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया है. दरअसल निरीक्षण के दौरान यह सभी शिक्षक बिना विभाग को सूचना दिए यह छुट्टी लिए हुए विद्यालय से गायब पाए गए थे.इन शिक्षकों के विद्यालय से बिना कारण अनुपस्थित रहने को
लेकर यह कदम उठाया गया है.इस संबंध में बीडियो ने सभी शिक्षकों को 3 दिन के अंदर स्पष्टीकरण समर्पित करने का आदेश दिया है. यह समय सीमा बीत जाने के बाद संतोषप्रद उत्तर नहीं मिलने पर इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.इस संबंध में आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीडियो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ क्षेत्र भ्रमण में निकले थे. क्षेत्र भ्रमण के दौरान विद्यालयों के निरीक्षण के क्रम में उत्क्रमित मध्य विद्यालय खोरामपुर के शिक्षक संतोष कुमार प्रमिला सिन्हा मीना कुमारी और शौकीर फातमा अनुपस्थित पाई गई. उसी प्रकार जमुआरा पथरैटा विद्यालय से शिक्षक इंद्रलोक अनुपस्थित पाए गए. निरीक्षण के दौरान चांडे पहुंचने पर मध्य विद्यालय के शिक्षक दिनेश कुमार सुनिल कुमार और भावेश कुमार भी विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए.बीडीओ ने चेतावनी देते हुए कहा कि इन शिक्षकों के विद्यालय कार्य के प्रति लापरवाही स्वेच्छाचारिता एवं मनमानी को दर्शाता है. जिसे शिक्षा विभाग द्वारा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
Barbigha:-शेखपुरा सदर प्रखंड के सीएनबी कॉलेज हथियावां में रविवार को शासी निकाय की बैठक संपन्न हो गई. बैठक की अध्यक्षता बरबीघा विधायक सह महाविद्यालय के सचिव सुदर्शन कुमार द्वारा किया गया.इस बैठक में मुख्य रूप से विधायक के अलावा विश्वविद्यालय प्रतिनिधी देवराज सुमन तथा कॉलेज के प्रिंसिपल सदानंद सिंह ने बैठक में भाग लिया.बैठक शुरू होने से पूर्व कॉलेज
पहुंचते ही विधायक का शिक्षक तथा कर्मियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया.बैठक में विधायक सुदर्शन कुमार ने महाविद्यालय की समस्याओं पर चर्चा करते हुए उसे दूर करने का हर संभव प्रयास करने की बात कही.बैठक में पिछले साल की बैठक की संपुष्टि भी की गई.वही किसी कारण बस शासी निकाय का अध्यक्ष पद रिक्त हो जाने के कारण इस पद के लिए देवराज सुमन को चुना गया. इस अवसर पर देवदास सुमन ने कहा कि कॉलेज के सतत विकास के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे.पूरी पारदर्शिता के साथ महाविद्यालय के विकास का कार्य किया जाएगा. कॉलेज के शिक्षकों और कर्मियों का सही समय पर वेतन का भुगतान संस्थागत ढांचे का निर्माण विद्यार्थियों के लिए उचित खेल और पढ़ाई की सामग्री उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में शामिल रहेगा.इसके अलावा विद्यार्थियों के नामांकन में वृद्धि तथा कॉलेज में शैक्षणिक माहौल सुधारने के लिए प्राचार्य एवं शिक्षक प्रतिनिधि को जिम्मेदारी दी गई.मौके पर विधायक ने कहा कि, मैं आशा करता हूं कि कॉलेज के सभी शिक्षक और कर्मी आपस में तालमेल बैठाकर एक बेहतरीन शैक्षणिक माहौल बनाते हुए विद्यार्थियों के हित में काम करेंगे.
Barbigha:-विभागीय उदासीनता का शिकार हो चुका बरबीघा का ऐतिहासिक पोस्ट ऑफिस लोगों के लिए अब जानलेवा साबित हो रहा है.आए दिन पोस्ट ऑफिस के ग्राहक जर्जर भवन के टूटकर गिरने के कारण उसकी चपेट में आने से बाल-बाल बच जाते हैं. सोमवार को भी पोस्ट ऑफिस खुलने के थोड़ी देर के बाद ही मुख्य प्रवेश द्वार पर अचानक मलवा टूटकर गिरने से अफरा-तफरी का माहौल
मच गया. गलीमत रही किसी को ज्यादा चोट नहीं लगी हालांकि कुछ ग्राहक इसकी चपेट में आ गए और मामूली रूप से जख्मी हो गए. इस घटना में एक पोस्ट ऑफिस कर्मी नीरज कुमार का मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सामान्य दिनों की भांति लोग पोस्ट ऑफिस के कार्य से प्रवेश द्वार के जरिए अंदर बाहर आ जा रहे थे. अचानक ऊपरी छत का जर्जर हिस्सा का मालवा टूटकर गिर गया.हालांकि इस घटना पर संज्ञान लेते हुए नए शाखा उप डाकपाल नागेश्वर प्रसाद ने तुरंत विभाग को एक चिट्ठी लिखकर परिस्थितियों से अवगत कराते हुए जल्द से जल्द मरम्मत करवाने का मांग किया है. गौरतलब हो कि पूर्व में भी मलबा गिरने के कारण दुर्घटना होने से बाल-बाल बचा है. उस समय स्थानीय मीडिया में खबर छपने के बाद तत्कालीन बिहार पूर्वी क्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार ने संज्ञान लिया था. उन्होंने इंजीनियर को भेज कर जर्जर हो चुके भाग का नापी करवा कर जल्द से जल्द मरम्मत करवाने की बात कही थी. लेकिन अचानक उनका बंगाल ट्रांसफर हो जाने के कारण यह काम अधर में लटक गया.वहीं इस मामले पर नवादा जोन के डाक अधीक्षक एसएस मंडल ने कहा कि एक वर्ष पूर्व ही विभाग को इस परिस्थिति से अवगत कराया जा चुका है. लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने के कारण हम लोग भी खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं.पदाधिकारियों के इन बातों से लगता है कि डाक विभाग बरबीघा में किसी बड़े हादसे होने की इंतजार में बैठा हुआ है. अगर जल्द टूटे भवन का मरम्मत नहीं करवाया गया तो भविष्य में मलबा गिरने के कारण किसी की मौत भी हो सकती है. भविष्य में संभावित इस घटना की पूरी जिम्मेदारी डाक विभाग की ही होगी.
Barbigha:-ऐसा कहा जाता है कि इंसान के जीवन में कब बुरा वक्त आ जाए उसके बारे में बता पाना बहुत ही मुश्किल है.ऐसे हालातों से लड़कर अपनी हिम्मत से मुकाम हासिल करने वाले एकाध लोग ही होते हैं.ऐसे ही हिम्मत वाली एक महिला है रूबी देवी जिसके बारे में जानकर आप भी उसकी हिम्मत हो सलाम करेंगे. दरअसल 35 साल की रूबी देवी जूस बेच कर अपने तथा अपने बच्चे का भरण पोषण कर रही है. रोज सुबह 10:00 बजे घर का काम निपटा कर बरबीघा नगर क्षेत्र के पोस्ट ऑफिस के पास ठेला के साथ रूबी देवी पहुंच कर जूस बेचने में जुट जाती है.अपने बच्चों को बड़ा अफसर बनाने का
ख्वाब देखने वाली रूबी देवी बरबीघा नगर क्षेत्र के छोटी संगत मोहल्ला की रहने वाली है.पांच वर्ष पूर्व तक रूबी देवी का जीवन हंसी खुशी के साथ व्यतीत हो रहा था.परंतु अचानक से वक्त ने करवट लिया और उनके शराबी पति शंकर प्रसाद की लिवर कैंसर के कारण मौत हो गई. पति के देहांत के बाद मानो रूबी देवी के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. पति के जाने के बाद घर चलाने में भी परेशानी होने लगी.नारी उत्थान और नारी सशक्तिकरण का बात करने वाले समाज के किसी भी ठेकेदार ने उसकी सुध नहीं ली. 9 वर्षीय सुमित कुमार और 2 वर्षीय राजा कुमार नामक दो पुत्रों के साथ महिला खुद को असहाय महसूस करने लगी. लेकिन इस कठिन परिस्थिति में भी महिला ने हिम्मत नहीं हारी और सबसे पहले घर-घर दाई का काम करना शुरू किया. वक्त तेजी से बीता और महिला ने चंद रुपए इकट्ठा करके खुद का व्यवसाय करने का मन बनाया. इस दौरान महिला ने कभी भी बच्चों की पढ़ाई बाधित ना
हो इसका पूरा ध्यान भी रखा.महिला रूबी देवी अब पति के गम को बुलाकर अपने दो बेटों को अफसर बनाने का ख्वाब देखते हुए प्रत्येक दिन जूस बेचने का काम कर रही है. महिला ने बताया कि शुरू शुरू में समाज का काफी ताना-बाना झेलना पड़ा.लेकिन वह समाज के ताने-बाने से बेपरवाह अपनी मंजिल पाने की जिद पर अड़ी है. बड़ा बेटा सुमित कुमार मैट्रिक में पड़ता है.वह भी कभी-कभी मां के काम में हाथ बंटाता है.रूबी देवी का हौसला बताता है कि अगर महिला विपरीत परिस्थितियों में हिम्मत से काम ले तो वह भी समाज में कदम से कदम मिलाकर चल सकती है. रूबी देवी आज पैसे महिलाओं के लिए एक मिसाल बनी है, जो खुद को अबला और असहाय समझ कर इस पुरुष प्रधान समाज से लड़ना नहीं चाहते.
Sheikhpura: “बाप का…दादा का…भाई का…सबका बदला लेगा…तेरा यह फैजल…”मगर यहां तो…फैजल ही बदल गया…रामाधीर के गोद में बैठ गया. कल्ट फिल्म…गैंग्स ऑफ वासेपुर…का चिरपरिचित डायलॉग यहां बिल्कुल फिट बैठता है.
बिहार में आपका स्वागत है. उसमें भी जिला शेखपुरा. कहते हैं इस जिले से दो ही राजनीतिक दिग्गज निकले. सर्वप्रथम बिहार की आन बान शान…आजादी की लड़ाई के चमकते ध्रुव तारा…आधुनिक बिहार के निर्माता…हम सब के आदर्श…बिहार केसरी…डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह का पैतृक गांव…इसी जिले में पड़ता है और दूसरा नाम है राजो सिंह उर्फ राजो बाबू. कांग्रेस के दिग्गज नेता. जिन्होंने कभी हार का मुंह नहीं देखा, लगातार लगभग 10 चुनाव लड़े, मुखिया से लेकर सांसद तक, मगर कोई भी माई का लाल इनको चित नहीं कर सका, शेखपुरा जिला का जनक भी इन्हीं को कहा जाता है.
कहते हैं अगर यह नहीं अड़ते तो लालू जी शेखपुरा को जिला नहीं बनाते. इसलिए सही मायने में श्रेय उन्हीं को जाता है. राजो बाबू. नाम आते ही जो छवि सामने आती है. वह यह है. लंबा चौड़ा कद…तीखे नैन नक्श…आंखों पर चश्मा…पैनी नजर…अखड़ बोली…कड़ा स्वभाव और जमींदारों वाली पूरी ठसक. दूध से उजली धोती और उस पर कड़क कुर्ता कलप मार के. इनका दरबार लगता था, जो भी आए…इनका चरण स्पर्श करना ही पड़ता था. अगर चूक गए तो शामत है. इसके अलावा अगर कोई काम लेकर गए और उन्होंने गरिया दिया यानी गाली गलौज करके डांट दिया तो काम होना पक्का समझो. गजब लबोलबाब और मिजाज रहता था हुजूर का. है ना कहानी पूरी फिल्मी. लगता है कि ऐसे किरदार पर एक फिल्म बननी चाहिए. अब आइए कि हमारे परिवार से किस प्रकार का लिंक था. सर्वप्रथम हमारे आदर्श बिहार केसरी डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह से. जानने वाले करीब के बताते हैं कि राजो बाबू श्री बाबू अपना अराध्य और गुरु मानते थे किसी ने बताया कि इनके शयनकक्ष में श्री बाबू का विशालकाय तस्वीर सदा लगा रहता था. संभवत रोज उनकी आराधना करते थे. इसके अलावा श्री बाबू के जेष्ठ सुपुत्र श्री शिव शंकर बाबू के पीए के रूप में भी इन्होंने योगदान दिया था. उनके बेहद करीब थे. यह बात अलग है कि कालांतर में उन्हीं के खिलाफ चुनाव लड़े और उनको हराकर विधानसभा पहुंचे. किंवदंतीयों में सुनने को मिला कि शिव शंकर बाबू के साथ चलते हुए पीछे से अपना ही पर्चा वितरण कर देते थे. शिव शंकर बाबू के अनुज एवं श्री बाबू के कनिय सुपुत्र श्री बंदी शंकर सिंह उर्फ स्वराज बाबू यानी हमारे नाना जी से इनकी लंबी राजनीतिक प्रतिद्वंदिता रही अपने जीवन में पहली बार भी राजो बाबू का दर्शन नाना के देहावसान के अवसर पर ही किया था उसी दुख की बेला में सबसे पहले आने वाले आगंतुकों में राजो सिंह थे…मैं एक अबोध बालक था…हम नाना के पार्थिव शरीर के एक तरफ से देखा की…चमचमाती हुई टाटा एस्टेट गाड़ी से…एक लंबा चौड़ा व्यक्तित्व का स्वामी उतरा…चकाचक सफेद धोती कुर्ता में…कड़क आवाज और चुस्त चाल में…नाना की ओर अग्रसर होते देख…हम समझ गए कि यह जरूर कोई महारथी ही हैं. अपने कड़क और अक्खड़ आवाज में सारी व्यवस्था का जायजा लिया और मौजूद सरकारी व्यवस्था को चुस्त रहने का निर्देश दिया.
आगे जाकर इनके एक लोकसभा चुनाव में संभवतः बेगूसराय से हमारी माताजी ने इनका निष्काम और पूरी ताकत के साथ मदद किया था. श्रीमती कृष्णा शाही के खिलाफ…जिसके लिए यह जीवनभर उनके आभारी रहे. एक और दिलचस्प बात है…उस समय हमारी माता जी का दुकान “बचपन” हुआ करता था. हमारे मौसेरे भाई के एक मित्र जो तत्कालीन कारा मंत्री थे और बरबीघा से जीते थे. वह दुकान पर पधारे थे. मैं भी उपस्थित था. भैया के चलते वह भी माता जी को मौसी ही कहते थे. मां ने उनसे पूछा, “क्या रे…ई दसों उंगली में अंगूठी पहने हुए हो…क्या बात है…”उन्होंने जो जवाब दिया…वह किसी भी फिल्मी डायलॉग को फेल कर सकता है…उन्होंने कहा…”क्या कहें मौसी जी… जिसका दुश्मन राजो सिंह जैसा आदमी हो…उसका सारा ग्रह गोचर सही होना चाहिए…”यह जवाब सुन कर मेरा बालमन उद्वेलित हो उठा…हम बेहद कौतूहल में थे कि ऐसा कौन सा विराट व्यक्तित्व है…जो एक मंत्री को दसों उंगली में अंगूठी पहना दिया. और फिर 1 दिन खबर आई उनकी हत्या की.
बाकी आगे शेष भाग में…
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